बाघंबरी गद्दी मठ में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि सुसाइड केस में एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। घटना के तुरंत बाद पुलिस के आने के पहले खोले गए गए कमरे में नरेंद्र गिरि जमीन पर दिख रहे हैं। जिस रस्सी से उन्होंने फांसी लगाई थी वह रस्सी भी काटकर उनके पार्थिव शरीर के बगल में रखा गया है।
महंत नरेंद्र गिरि के शव के बगल करीब हाथ की पीली रस्सी पड़ी है, जिसे चाकू से काटकर निकाला गया है। इसके अलावा बगल में रखे छोटे टेबल पर पानी की बोतल, सैनिटाइजर और अखाड़ा परिषद का लेटर पैड और रस्सी का शेष टुकड़ा पड़ा है। आशंका जताई जा रही है कि इसी पैड के कुछ पन्ने पर महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट लिखा था।
कमरे में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ उनकी बड़ी सी फोटो आलमारी के ऊपर रखी गई है। इसके अलावा कई सीनरी और धार्मिक पुस्तकें कमरे में दिखाई दे रही हैं। कमरे की फर्श पर कालीन बिछी हुई है। महंत के सेवादारों और शिष्यों की ओर से बताया जा रहा है कि महंत दरवाजा एक बार खटखटाने पर खोल देते थे, लेकिन घटना के दिन कई बार खटखटाने, आवाज देने के बाद भी नहीं खुला।
महंत का मोबाइल फोन भी बंद था। इसके कारण दरवाजा तोड़ा गया तो देखा कि महंत रस्सी से लटके हुए थे। इसकी सूचना से मठ में हड़कंप मच गया। मौके पर कुछ छात्र और पहुंच गए और तुरंत महंत को नीचे उतारा गया और पुलिस को सूचना दी गई।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी के रुतबे और हैसियत से शायद ही कोई परिचित न हो। महंत और धर्मात्मा होने के कारण यह रुतबा कुछ और बढ़ जाता था। उनके दिवंगत होने के बाद उनके पार्थिव शरीर के पास पुलिस और दरोगा जूता पहनकर तफरी करते रहे। घटना के बाद सूचना मिलने पर दो पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे थे। एक व्यक्ति वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी कर रहा था।