इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के हॉस्टलों को 15 मई तक खाली करने के नोटिस पर छात्र भड़के हुए हैं। शुक्रवार को बड़ी संख्या में छात्र डीएसडब्ल्यू कार्यालय पर इकट्ठा हो गए। वहां धरना-प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी हुई। हंगामा होने पर पुलिस और जिला प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्रों को वहां से हटाया। इसके बाद छात्रसंघ भवन पर छात्रों की भीड़ इकट्ठा हो गई और परिसर में तनाव का माहौल बना रहा। तनाव की स्थिति को देखते हुए परिसर में पुलिस और पीएसी की तैनाती कर दी गई है।
डीएसडब्ल्यू कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि भीषण गर्मी में छात्र हॉस्टल छोड़कर कहां जाएंगे। ज्यादातर छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। अगर हॉस्टल से उन्हें बाहर किया गया तो इसका सीधा असर उनके कॅरियर पर पड़ेगा। कुछ छात्रों ने 10 से 15 दिन का समय मांगा तो बहुत से छात्रों की मांग थी कि हॉस्टल खाली न कराया जाए। चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे, डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार ने छात्रों को समझाया कि इसमें कुछ नहीं हो सकता। नियम के तहत हॉस्टल खाली करना होगा ताकि मरम्मत आदि का काम कराया जा सके। इस पर छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया।
हंगामा बढ़ने के बाद एसपी सिटी और एडीएम सिटी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्रों को वहां से हटाया। छात्र नारेबाजी करते हुए वापस छात्रसंघ भवन पर आए गए और वहां बड़ी संख्या में हॉस्टल से भी छात्र पहुंचे। सभी ने छात्रसंघ अध्यक्ष को हॉस्टल न खाली कराने के लिए प्रत्यावेदन दिया। सभी प्रत्यावेदन इविवि प्रशासन को सौंपे गए। धरना-प्रदर्शन में छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव, महामंत्री शिवम सिंह, उपमंत्री सत्यम सिंह सनी, छात्र नेता सौरभ सिंह, नेहा यादव आदि मौजूद रहे।
हॉस्टल खाली करने के नोटिस पर इविवि में हुए हंगामे के बाद चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे और डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार ने डीएम एवं एसएसपी को पत्र लिखकर बवाल की आशंका व्यक्त की है। शुक्रवार शाम सैकड़ों छात्रों ने छात्रसंघ भवन से बालसन चौराहे तक कैंडल मार्च निकाला। हालांकि, कैंडल मार्च शांतिपूर्वक संपन्न हो गया लेकिन बवाल की आशंका को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात थी। चीफ प्रॉक्टर और डीएसडब्ल्यू ने दिनभर हुई घटनाओं का हवाला देते हुए डीएम-एसएसपी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि सभी हॉस्टलों के मेन गेट और छात्रसंघ भवन पर फोर्स की तैनाती की जाए। शाम को निकाले गए कैंडल मार्च का हवाला देते हुए चीफ प्रॉक्टर और डीएसडब्ल्यू ने यह आशंका भी व्यक्त की है कि छात्रों के इस समूह में कई अराजकतत्व भी शामिल थे। ऐसे में किसी भी वक्त यह समूह हिंसक होकर तोड़फोड़, आगजनी, बमबाजी कर सकता है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) प्रशासन ने हॉस्टल खाली करने के लिए छात्रों को दो दिनों का वक्त दिया है। यह मियाद 25 मई को पूरी होने जा रही है। अगर शनिवार तक हॉस्टल खाली नहीं हुए तो 26 मई से इविवि, पुलिस और जिला प्रशासन हॉस्टल वॉशआउट के लिए संयुक्त रूप से कार्रवाई करेंगे। इस बार हॉस्टल वॉशआउट के लिए कोई कार्यक्रम निर्धारित नहीं किया है। चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे का कहना है कि 25 मई तक जो छात्रावास खाली नहीं होंगे, वहां पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर कार्रवाई की जाएगी और हॉस्टल खाली कराए जाएंगे। उधर, छात्रों को भी नोटिस जारी कर कहा गया है कि अगर वे स्वेच्छा से छात्रावास खाली नहीं करते हैं, छात्रावास का कोई सामान बलपूर्वक बाहर ले जाते हैं, हॉस्टल के अधीक्षकया कर्मचारियों को अभद्रता करते हुै तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में छात्रावास की सुविधा से हमेशा के लिए वंचित कर दिया जाएगा। इविवि प्रशासन की ओर से डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर हॉस्टल वॉशआउट की कार्रवाई के लिए फोर्स मांगी गई है।
इविवि प्रशासन ने हॉस्टल वॉशआउट से पहले तीन समर हॉस्टल भी बनाए हैं। इनमें उन प्रतियोगी छात्रों को भी रहने का मौका मिलेगा, जो देश के किसी भी लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं। शुक्रवार दोपहर एक हॉस्टल की तमाम छात्राएं चीफ प्रॉक्टर के ऑफिस में पहुंचीं और बताया कि 28 मई से सीए, सीएस की परीक्षा है। ऐसे में उन्हें हॉस्टल में रहने दिया जाए या समर हॉस्टल आवंटित किया जाए। इसी तरह तमाम छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं का हवाला देकर समर हॉस्टल के लिए आवेदन देने पहुंचे। चीफ प्रॉक्टर ने छात्र-छात्राओं से कहा कि अगर वे किसी लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, तभी उन्हें समर हॉस्टल दिए जाएंगे। वे अपना प्रत्यावेदन जमा कर दें, जांच के बाद निर्णय लिया जाएगा।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के हॉस्टलों को 15 मई तक खाली करने के नोटिस पर छात्र भड़के हुए हैं। शुक्रवार को बड़ी संख्या में छात्र डीएसडब्ल्यू कार्यालय पर इकट्ठा हो गए। वहां धरना-प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी हुई। हंगामा होने पर पुलिस और जिला प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्रों को वहां से हटाया। इसके बाद छात्रसंघ भवन पर छात्रों की भीड़ इकट्ठा हो गई और परिसर में तनाव का माहौल बना रहा। तनाव की स्थिति को देखते हुए परिसर में पुलिस और पीएसी की तैनाती कर दी गई है।
डीएसडब्ल्यू कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि भीषण गर्मी में छात्र हॉस्टल छोड़कर कहां जाएंगे। ज्यादातर छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। अगर हॉस्टल से उन्हें बाहर किया गया तो इसका सीधा असर उनके कॅरियर पर पड़ेगा। कुछ छात्रों ने 10 से 15 दिन का समय मांगा तो बहुत से छात्रों की मांग थी कि हॉस्टल खाली न कराया जाए। चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे, डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार ने छात्रों को समझाया कि इसमें कुछ नहीं हो सकता। नियम के तहत हॉस्टल खाली करना होगा ताकि मरम्मत आदि का काम कराया जा सके। इस पर छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया।
हंगामा बढ़ने के बाद एसपी सिटी और एडीएम सिटी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्रों को वहां से हटाया। छात्र नारेबाजी करते हुए वापस छात्रसंघ भवन पर आए गए और वहां बड़ी संख्या में हॉस्टल से भी छात्र पहुंचे। सभी ने छात्रसंघ अध्यक्ष को हॉस्टल न खाली कराने के लिए प्रत्यावेदन दिया। सभी प्रत्यावेदन इविवि प्रशासन को सौंपे गए। धरना-प्रदर्शन में छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव, महामंत्री शिवम सिंह, उपमंत्री सत्यम सिंह सनी, छात्र नेता सौरभ सिंह, नेहा यादव आदि मौजूद रहे।
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- फोटो : प्रयागराज
हॉस्टल खाली करने के नोटिस पर इविवि में हुए हंगामे के बाद चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे और डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार ने डीएम एवं एसएसपी को पत्र लिखकर बवाल की आशंका व्यक्त की है। शुक्रवार शाम सैकड़ों छात्रों ने छात्रसंघ भवन से बालसन चौराहे तक कैंडल मार्च निकाला। हालांकि, कैंडल मार्च शांतिपूर्वक संपन्न हो गया लेकिन बवाल की आशंका को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात थी। चीफ प्रॉक्टर और डीएसडब्ल्यू ने दिनभर हुई घटनाओं का हवाला देते हुए डीएम-एसएसपी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि सभी हॉस्टलों के मेन गेट और छात्रसंघ भवन पर फोर्स की तैनाती की जाए। शाम को निकाले गए कैंडल मार्च का हवाला देते हुए चीफ प्रॉक्टर और डीएसडब्ल्यू ने यह आशंका भी व्यक्त की है कि छात्रों के इस समूह में कई अराजकतत्व भी शामिल थे। ऐसे में किसी भी वक्त यह समूह हिंसक होकर तोड़फोड़, आगजनी, बमबाजी कर सकता है।
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- फोटो : प्रयागराज
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) प्रशासन ने हॉस्टल खाली करने के लिए छात्रों को दो दिनों का वक्त दिया है। यह मियाद 25 मई को पूरी होने जा रही है। अगर शनिवार तक हॉस्टल खाली नहीं हुए तो 26 मई से इविवि, पुलिस और जिला प्रशासन हॉस्टल वॉशआउट के लिए संयुक्त रूप से कार्रवाई करेंगे। इस बार हॉस्टल वॉशआउट के लिए कोई कार्यक्रम निर्धारित नहीं किया है। चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे का कहना है कि 25 मई तक जो छात्रावास खाली नहीं होंगे, वहां पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर कार्रवाई की जाएगी और हॉस्टल खाली कराए जाएंगे। उधर, छात्रों को भी नोटिस जारी कर कहा गया है कि अगर वे स्वेच्छा से छात्रावास खाली नहीं करते हैं, छात्रावास का कोई सामान बलपूर्वक बाहर ले जाते हैं, हॉस्टल के अधीक्षकया कर्मचारियों को अभद्रता करते हुै तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में छात्रावास की सुविधा से हमेशा के लिए वंचित कर दिया जाएगा। इविवि प्रशासन की ओर से डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर हॉस्टल वॉशआउट की कार्रवाई के लिए फोर्स मांगी गई है।
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इविवि प्रशासन ने हॉस्टल वॉशआउट से पहले तीन समर हॉस्टल भी बनाए हैं। इनमें उन प्रतियोगी छात्रों को भी रहने का मौका मिलेगा, जो देश के किसी भी लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं। शुक्रवार दोपहर एक हॉस्टल की तमाम छात्राएं चीफ प्रॉक्टर के ऑफिस में पहुंचीं और बताया कि 28 मई से सीए, सीएस की परीक्षा है। ऐसे में उन्हें हॉस्टल में रहने दिया जाए या समर हॉस्टल आवंटित किया जाए। इसी तरह तमाम छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं का हवाला देकर समर हॉस्टल के लिए आवेदन देने पहुंचे। चीफ प्रॉक्टर ने छात्र-छात्राओं से कहा कि अगर वे किसी लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, तभी उन्हें समर हॉस्टल दिए जाएंगे। वे अपना प्रत्यावेदन जमा कर दें, जांच के बाद निर्णय लिया जाएगा।