अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के यूनानी पद्धति के चिकित्सकों ने वेतन न मिलने पर रजिस्ट्रार कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। नारेबाजी भी की गई। इस दौरान आठ सूत्री ज्ञापन सौंपा गया।
सोमवार को यूनानी पद्धति से मास्टर डिग्री कर रहे प्रदर्शनकारियों ने बताया कि बाकी जिलों के मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को वेतन दिया जाता है, लेकिन एएमयू के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज ने वेतन नहीं दिया, जबकि तीसरी लहर आ चुकी है। वेतन न मिलने पर चिकित्सक, रजिस्ट्रार कार्यालय के गेट के सामने प्रदर्शन करने लगे।
प्रदर्शनकारियों की तादाद बढ़ने की खबर पर एएमयू के सुरक्षाकर्मी सतर्क हो गए। प्रॉक्टोरियल टीम भी पहुंच गई। प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया। इसके बाद चिकित्सकों ने शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन कुलपति वाया प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली को सौंपा। विद्यार्थियों ने बताया कि अमरजे जिल्द, सैदला, मुनाफियूल अजा और इलाज बित तदबीर, इल्मुल अमरज, जराहत, अमराज-ए-निस्वां, तहफ्फुजी वा समाजी तिब विभाग में मास्टर प्रोग्राम लंबे समय से लंबित है। इनके अलावा अन्य मांगें शामिल हैं। प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि अजमल खान तिब्बिया कॉलेज से मास्टर डिग्री कर रहे चिकित्सकों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए संबंधित मंत्रालय को पत्राचार किया जा चुका है। जल्द से जल्द उन्हें वेतन दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के यूनानी पद्धति के चिकित्सकों ने वेतन न मिलने पर रजिस्ट्रार कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। नारेबाजी भी की गई। इस दौरान आठ सूत्री ज्ञापन सौंपा गया।
सोमवार को यूनानी पद्धति से मास्टर डिग्री कर रहे प्रदर्शनकारियों ने बताया कि बाकी जिलों के मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को वेतन दिया जाता है, लेकिन एएमयू के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज ने वेतन नहीं दिया, जबकि तीसरी लहर आ चुकी है। वेतन न मिलने पर चिकित्सक, रजिस्ट्रार कार्यालय के गेट के सामने प्रदर्शन करने लगे।
प्रदर्शनकारियों की तादाद बढ़ने की खबर पर एएमयू के सुरक्षाकर्मी सतर्क हो गए। प्रॉक्टोरियल टीम भी पहुंच गई। प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया। इसके बाद चिकित्सकों ने शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन कुलपति वाया प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली को सौंपा। विद्यार्थियों ने बताया कि अमरजे जिल्द, सैदला, मुनाफियूल अजा और इलाज बित तदबीर, इल्मुल अमरज, जराहत, अमराज-ए-निस्वां, तहफ्फुजी वा समाजी तिब विभाग में मास्टर प्रोग्राम लंबे समय से लंबित है। इनके अलावा अन्य मांगें शामिल हैं। प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि अजमल खान तिब्बिया कॉलेज से मास्टर डिग्री कर रहे चिकित्सकों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए संबंधित मंत्रालय को पत्राचार किया जा चुका है। जल्द से जल्द उन्हें वेतन दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।