मैनपुरी। जिला समाज कल्याण अधिकारी से अभद्रता करने के मामले में उन्नाव में तैनात सहायक अभियंता के खिलाफ जांच चल रही थी। जिला विकास अधिकारी ने जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसमें सहायक अभियंता दोषी पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम के आदेश पर सहायक अभियंता पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
16 नवंबर 2019 को जिला ग्राम्य विकास अभिकरण (डीआरडीए) उन्नाव में तैनात सहायक अभियंता रामवीर सिंह भदौरिया मैनपुरी आए थे। विकास भवन में वो जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. इंद्रा सिंह से मिलने पहुंचे थे। आरोप है उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी से गाली-गलौज की और मारपीट की धमकी भी दी है। समाज कल्याण अधिकारी की शिकायत पर सीडीओ नगेंद्र शर्मा ने मामले की जांच जिला विकास अधिकारी प्रवीण कुमार राय को सौंपी थी। जांच में ये साबित हो गया है कि सहायक अभियंता ने समाज कल्याण अधिकारी के साथ अभद्रता की थी। जिला विकास अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट सीडीओ को सौंपी थी। यहां से रिपोर्ट कार्रवाई के लिए डीएम को भेजी गई। जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह के आदेश पर सहायक अभियंता पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, गाली गलौज करने, जान से मारने की धमकी देने के साथ ही एससी एसटी एक्ट का मुकदमा कोतवाली में दर्ज कराया है। कार्रवाई की रिपोर्ट डीएम व सीडीओ को भी भेजी है।
सहायक अभियंता ने नहीं दिया जवाब
जांच के दौरान कई बार जिला विकास अधिकारी ने सहायक अभियंता डीआरडीए उन्नाव को पत्र भेजकर उनका पक्ष मांगा। लेकिन उन्होंने किसी भी पत्र का कोई जवाब नहीं दिया। वहीं मामले में सीडीओ उन्नाव और परियोजना निदेशक उन्नाव से भी पत्राचार किया लेकिन उन्होंने भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई।
जांच में अधिकारियों ने दिए थे बयान
मामले की जांच में जिला विकास अधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी से उनका पक्ष सुनने के साथ ही प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी दर्ज किए थे। इसमें विकास भवन के आधा दर्जन अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने बयान दर्ज कराए थे। सभी ने सहायक अभियंता को दोषी बताया था।
पूर्व में मैनपुरी में तैनात रहे हैं सहायक अभियंता
समाज कल्याण अधिकारी से अभद्रता करने वाले सहायक अभियंता डीआरडीए उन्नाव रामवीर सिंह भदौरिया मैनपुरी में भी पूर्व में तैनात रहे हैं। वो डीआरडीए मैनपुरी में अवर अभियंता के पद पर तैनात थे। इसके चलते वे समाज कल्याण अधिकारी पर किसी सरकारी कार्य के लिए दबाव बना रहे थे।
जिला विकास अधिकारी की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने कार्रवाई की है। सहायक अभियंता पर मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है।
नगेंद्र शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी।
मैनपुरी। जिला समाज कल्याण अधिकारी से अभद्रता करने के मामले में उन्नाव में तैनात सहायक अभियंता के खिलाफ जांच चल रही थी। जिला विकास अधिकारी ने जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसमें सहायक अभियंता दोषी पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम के आदेश पर सहायक अभियंता पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
16 नवंबर 2019 को जिला ग्राम्य विकास अभिकरण (डीआरडीए) उन्नाव में तैनात सहायक अभियंता रामवीर सिंह भदौरिया मैनपुरी आए थे। विकास भवन में वो जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. इंद्रा सिंह से मिलने पहुंचे थे। आरोप है उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी से गाली-गलौज की और मारपीट की धमकी भी दी है। समाज कल्याण अधिकारी की शिकायत पर सीडीओ नगेंद्र शर्मा ने मामले की जांच जिला विकास अधिकारी प्रवीण कुमार राय को सौंपी थी। जांच में ये साबित हो गया है कि सहायक अभियंता ने समाज कल्याण अधिकारी के साथ अभद्रता की थी। जिला विकास अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट सीडीओ को सौंपी थी। यहां से रिपोर्ट कार्रवाई के लिए डीएम को भेजी गई। जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह के आदेश पर सहायक अभियंता पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, गाली गलौज करने, जान से मारने की धमकी देने के साथ ही एससी एसटी एक्ट का मुकदमा कोतवाली में दर्ज कराया है। कार्रवाई की रिपोर्ट डीएम व सीडीओ को भी भेजी है।
सहायक अभियंता ने नहीं दिया जवाब
जांच के दौरान कई बार जिला विकास अधिकारी ने सहायक अभियंता डीआरडीए उन्नाव को पत्र भेजकर उनका पक्ष मांगा। लेकिन उन्होंने किसी भी पत्र का कोई जवाब नहीं दिया। वहीं मामले में सीडीओ उन्नाव और परियोजना निदेशक उन्नाव से भी पत्राचार किया लेकिन उन्होंने भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई।
जांच में अधिकारियों ने दिए थे बयान
मामले की जांच में जिला विकास अधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी से उनका पक्ष सुनने के साथ ही प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी दर्ज किए थे। इसमें विकास भवन के आधा दर्जन अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने बयान दर्ज कराए थे। सभी ने सहायक अभियंता को दोषी बताया था।
पूर्व में मैनपुरी में तैनात रहे हैं सहायक अभियंता
समाज कल्याण अधिकारी से अभद्रता करने वाले सहायक अभियंता डीआरडीए उन्नाव रामवीर सिंह भदौरिया मैनपुरी में भी पूर्व में तैनात रहे हैं। वो डीआरडीए मैनपुरी में अवर अभियंता के पद पर तैनात थे। इसके चलते वे समाज कल्याण अधिकारी पर किसी सरकारी कार्य के लिए दबाव बना रहे थे।
जिला विकास अधिकारी की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने कार्रवाई की है। सहायक अभियंता पर मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है।
नगेंद्र शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी।