अमांपुर के विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र ने सहावर थानाध्यक्ष को फोन पर कड़े तेवर दिखा दिए। अपनी ताकत का हवाला देते हुए देखने की धमकी दी। विधायक और थानाध्यक्ष के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया है। ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी ने मामले की जांच सीओ सहावर को सौंप दी है। सहावर थाने में विधायक पुत्र के खिलाफ तस्करा डाल दिया है।
शनिवार देर रात सोशल मीडिया पर तेजी के साथ एक ऑडियो वायरल हुआ। बताया गया है कि आडियो में विधायक देवेंद्र प्रताप के पुत्र कृष्णा राजपूत ने सहावर थानाध्यक्ष गनेश चौहान को फोन किया।
पिता के पद का हवाला देकर अपना परिचय थानाध्यक्ष को दिया। ऑडियो में विधायक पुत्र ने कहा कि जिस काम के लिए थानाध्यक्ष से कहा गया था वह उन्होंने नहीं किया इसके लिए धन्यवाद।
काम न होने की दशा में विधायक पुत्र ने अपने तेवर दिखाते हुए कहा कि विधायक मुख्यमंत्री चुनते हैं और विधायक को जनता चुनती है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी है।
विधायक पुत्र कृष्णा राजपूत और थानाध्यक्ष के बीच बातचीत के ऑडियो में विधायक पुत्र का कहना है कि रिश्वतखोरी का एक प्रमाण लेकर थाने आउंगा उस समय देखूंगा। थानाध्यक्ष ने ठीक है कहकर फोन काट दिया। यह ऑडियो देर रात से वायरल हुआ और रविवार को दिनभर सोशल मीडिया के ग्रुपों पर तैरता रहा। मामले में एसपी अशोक कुमार शुक्ल ने सीओ सहावर को जांच भी सौंप दी है।
देवेंद्र प्रताप सिंह, विधायक, अमांपुर का कहना है कि मेरे पुत्र ने कोई ऐसी बात नहीं कही है जो विवाद खड़ा करने लायक हो। किसी जुलूस की अनुमति को लेकर कोई बात रही होगी। विवाद का कोई मामला नहीं है।
अशोक कुमार शुक्ल, एसपी का कहना है कि आडियो वायरल हुआ है। वह पूरा सुना है। मामले की जांच सीओ सहावर को दे दी गई है। तस्करा भी दर्ज कराया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
अमांपुर के विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र ने सहावर थानाध्यक्ष को फोन पर कड़े तेवर दिखा दिए। अपनी ताकत का हवाला देते हुए देखने की धमकी दी। विधायक और थानाध्यक्ष के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया है। ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी ने मामले की जांच सीओ सहावर को सौंप दी है। सहावर थाने में विधायक पुत्र के खिलाफ तस्करा डाल दिया है।
शनिवार देर रात सोशल मीडिया पर तेजी के साथ एक ऑडियो वायरल हुआ। बताया गया है कि आडियो में विधायक देवेंद्र प्रताप के पुत्र कृष्णा राजपूत ने सहावर थानाध्यक्ष गनेश चौहान को फोन किया।
पिता के पद का हवाला देकर अपना परिचय थानाध्यक्ष को दिया। ऑडियो में विधायक पुत्र ने कहा कि जिस काम के लिए थानाध्यक्ष से कहा गया था वह उन्होंने नहीं किया इसके लिए धन्यवाद।
काम न होने की दशा में विधायक पुत्र ने अपने तेवर दिखाते हुए कहा कि विधायक मुख्यमंत्री चुनते हैं और विधायक को जनता चुनती है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी है।
विधायक पुत्र कृष्णा राजपूत और थानाध्यक्ष के बीच बातचीत के ऑडियो में विधायक पुत्र का कहना है कि रिश्वतखोरी का एक प्रमाण लेकर थाने आउंगा उस समय देखूंगा। थानाध्यक्ष ने ठीक है कहकर फोन काट दिया। यह ऑडियो देर रात से वायरल हुआ और रविवार को दिनभर सोशल मीडिया के ग्रुपों पर तैरता रहा। मामले में एसपी अशोक कुमार शुक्ल ने सीओ सहावर को जांच भी सौंप दी है।
देवेंद्र प्रताप सिंह, विधायक, अमांपुर का कहना है कि मेरे पुत्र ने कोई ऐसी बात नहीं कही है जो विवाद खड़ा करने लायक हो। किसी जुलूस की अनुमति को लेकर कोई बात रही होगी। विवाद का कोई मामला नहीं है।
अशोक कुमार शुक्ल, एसपी का कहना है कि आडियो वायरल हुआ है। वह पूरा सुना है। मामले की जांच सीओ सहावर को दे दी गई है। तस्करा भी दर्ज कराया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।