मैनपुरी। मंगलवार को मैनपुरी पहुंचे आईजी आगरा जोन मुथा अशोक जैन ने पुलिस कार्यालयों में अभिलेखों में लगी दीमक और अधूरे पड़े कार्य को देखकर पुलिस कर्मियों की फटकार लगाई।
उन्होंने एसपी को दो माह में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। आईजी ने पुलिस कामकाज की वार्षिक समीक्षा के दौरान अभिलेख, वर्ष भर की गई कार्रवाई आदि के बारे में जानकारी ली।
विभागीय कार्यों की वार्षिक समीक्षा करने के लिए आईजी मंगलवार को दोपहर करीब दो बजे ट्रांजिस्ट हास्टल पहुंचे। यहां से एसपी राजेश एस के साथ कलक्ट्रेट स्थिति कार्यालय आए।
आईजी ने प्रत्येक कार्यालय में जाकर पुलिसकर्मियों से पत्रावलियों के बारे में जानकारी ली। कार्यलय के बाद सरकारी दस्तावेजों में दीमक लगी देख आईजी ने संबंधित पुलिसकर्मी की जमकर फटकार लगाई और पुरानी फाइलों को व्यवस्थित रखे जाने के निर्देश दिए।
प्रधान लिपिक शाखा में सर्विस रिकार्ड, दंड पत्रवालियां पूरी न पाए जाने पर कर्मियों से जानकारी ली। कार्यालय में तैनात कर्मियों ने बताया कि कई पुरानी फाइलें नहीं मिल रहीं हैं, इस वजह से परेशानी हो रही है। आंकिक शाखा में महज दो बाबू ही कार्यरत मिले।
बताया गया कि यहां बाबुओं और अन्य स्टाफ की कमी के चलते वेतन आदि मिलने में परेशानी आ रही है। कुल तीन कर्मचारी ही कार्यरत है, लेकिन यहां चार की कमी है। आईजी ने बताया कि निरीक्षण में पत्रावलियां लंबित मिली हैं जिन्हें दो महीने में दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के बाद पुलिस लाइन में अपराध समीक्षा की बैठक ली।
मैनपुरी। मंगलवार को मैनपुरी पहुंचे आईजी आगरा जोन मुथा अशोक जैन ने पुलिस कार्यालयों में अभिलेखों में लगी दीमक और अधूरे पड़े कार्य को देखकर पुलिस कर्मियों की फटकार लगाई।
उन्होंने एसपी को दो माह में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। आईजी ने पुलिस कामकाज की वार्षिक समीक्षा के दौरान अभिलेख, वर्ष भर की गई कार्रवाई आदि के बारे में जानकारी ली।
विभागीय कार्यों की वार्षिक समीक्षा करने के लिए आईजी मंगलवार को दोपहर करीब दो बजे ट्रांजिस्ट हास्टल पहुंचे। यहां से एसपी राजेश एस के साथ कलक्ट्रेट स्थिति कार्यालय आए।
आईजी ने प्रत्येक कार्यालय में जाकर पुलिसकर्मियों से पत्रावलियों के बारे में जानकारी ली। कार्यलय के बाद सरकारी दस्तावेजों में दीमक लगी देख आईजी ने संबंधित पुलिसकर्मी की जमकर फटकार लगाई और पुरानी फाइलों को व्यवस्थित रखे जाने के निर्देश दिए।
प्रधान लिपिक शाखा में सर्विस रिकार्ड, दंड पत्रवालियां पूरी न पाए जाने पर कर्मियों से जानकारी ली। कार्यालय में तैनात कर्मियों ने बताया कि कई पुरानी फाइलें नहीं मिल रहीं हैं, इस वजह से परेशानी हो रही है। आंकिक शाखा में महज दो बाबू ही कार्यरत मिले।
बताया गया कि यहां बाबुओं और अन्य स्टाफ की कमी के चलते वेतन आदि मिलने में परेशानी आ रही है। कुल तीन कर्मचारी ही कार्यरत है, लेकिन यहां चार की कमी है। आईजी ने बताया कि निरीक्षण में पत्रावलियां लंबित मिली हैं जिन्हें दो महीने में दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के बाद पुलिस लाइन में अपराध समीक्षा की बैठक ली।