लालगंज इलाके में होमगार्ड के बेटे बीए के छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। खून से लथपथ उसका शव खेत में मिला। घटना की जानकारी होने पर सनसनी फैल गई। वह रविवार से लापता था। परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने छानबीन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने तहरीर नहीं दी, लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट मेें हत्या की धारा बढ़ाकर जांच शुरू कर दी है।
लालगंज कोतवाली के संगियापुर निवासी जयप्रकाश पांडेय होमगार्ड हैं। उनका बड़ा बेटा पीयूष पांडेय (22) लालगंज के हेमवती नंदन बहुगुणा पीजी कालेज
में बीए तृतीय वर्ष का छात्र था। वह रविवार की शाम पांच बजे बाजार जाने की बात कहकर घर से निकला। इसके बाद लापता हो गया। खोजबीन के बाद भी कोई सुराग नहीं लगने पर दूसरे दिन सोमवार की शाम परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज करा दी। मंगलवार को सुबह नौ बजे पूरे नोती गांव के समीप इंद्रपाल के खेत में मनीष का खून से लथपथ शव मिला। उसकी कनपटी पर गोली मारी गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन रोते-बिलखते मौके पर पहुंच गए। खबर पाकर पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई। एसपी के निर्देश पर फील्ड यूनिट भी घटना की जांच के लिए पहुंच गई। छात्र को गोली इतने नजदीक से मारी गई थी कि कनपटी में एक तरफ से दूसरी तरफ पार हो गई थी।
कोतवाली के पूरे नोती के समीप हत्यारों ने छात्र की हत्या को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया था। हत्यारों ने पीयूष को वहां ले जाकर उसकी कनपटी पर गोली मारी थी। छात्र का मोबाइल उसकी जेब में रख दिया और शव के समीप ही पिस्टल भी रख दी। घटना को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया। घटनास्थल पर बीयर की तीन खाली केन मिली। चंद कदम की दूरी पर अंग्रेजी शराब की बोतल और नमकीन पड़ी थी। जाहिर है कि छात्र को आत्महत्या करना होता तो यहां अकेले जाता। दूसरी बात यह कि अगर छात्र को आत्महत्या ही करनी थी तो वह चार किलोमीटर दूर पूरे नोती के समीप सुनसान स्थान पर खेत में आधी रात नहीं जाता। आधी रात को यहां छात्र का अकेले पहुंचना भी किसी को समझ नहीं आया। पीयूष रविवार शाम घर से निकला था। उसके मोबाइल फोन पर सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक रिंग बजती रही, लेकिन एक बार भी फोन नहीं उठा। इसके बाद उसका मोबाइल फोन स्विच आफ बताने लगा।
छात्र की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस उसके मोबाइल को सबसे मददगार मान रही है। पुलिस का कहना है कि छात्र के मोबाइल फोन की जांच की जाएगी, हो सकता है उससे ही कोई सुराग मिल जाए। साथ ही पुलिस मृतक के मोबाइल की काल डिटेल निकलवाने में जुटी है। पुलिस को आशंका है कि छात्र की हत्या का रहस्य उसके मोबाइल अथवा काल डिटेल से जरूर खुल जाएगा। पुलिस के शक की सुई उन सभी लोगों पर घूमेगी, जिन नंबरों से छात्र के घर से निकलने से पहले या बाद में बाद हुई है। काल डिटेल आने के बाद पुलिस ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर रही है।