मिर्जापुर जिले में सड़क किनारे बिहार के तीन लोगों की लाश मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। तीनों की किसी धारदार हथियार से हत्या की गई, इसके बाद उनके शव मिर्जापुर-वाराणसी बॉर्डर पर स्थित चुनार थाना क्षेत्र के नंदूपुर गांव में सड़क किनारे फेंके गए थे। खून से लथपथ मिले शवों को देखकर सनसनी फैल गई थी। स्थानीय लोग तरह-तरह के कयास लगाने लगे। किसी ने घटना के बारे में पुलिस को सूचना दी।
पुलिस मौके पर पहुंच गई और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके पर डॉग स्क्वॉयड की टीम भी पहुंची और जांच कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। वहीं पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है। देखें अगली स्लाइ्डस...।
पुलिस के अनुसार, चुनार कोतवाली क्षेत्र के वाराणसी-मिर्जापुर बॉर्डर पर स्थित नंदूपुर रुदौली गांव के पास सड़क किनारे रविवार की सुबह तीन युवकों के शव मिले। तीनों युवकों की हत्या कर शव को राज्य मार्ग-74 के किनारे फेंका गया था। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना दी।
सूचना पर चुनार कोतवाल मौके पर पहुंचे। मृतकों की पहचान हो गई है, तीनों बिहार राज्य के रहने वाले हैं। इनमें राजकुमार यादव(35) उर्फ पिंटू यादव पुत्र घुघली यादव रोहतास जिले के थाना गोरारी का रहने वाला है। वहीं, ओम कुमार(30) पुत्र जमीदार साव रोहतास जिले के गोरारी थाना क्षेत्र के जमुआ गांव का निवासी था। तीसरा मृतक पिंटू कुमार(40) पुत्र राजेन्द्र सिंह सासाराम जिले के अमरी तालाब करवरिया का रहने वाला था।
राजकुमार यादव के पास मिले कागजात से उसकी पहचान हो गई। जिसके बाद पुलिस ने उसके बारे में जानकारी जुटाई और परिजनों को सूचन दी। उसके पास से मिले मोबाइल नंबर पर पुलिस ने संपर्क किया तो उसके भाई ने उसकी शिनाख्त की। उसने बताया कि शनिवार की रात उसका भाई राजकुमार स्कॉर्पियो मालिक पिंटू और अपने साथी ओम के साथ निकला था।
पुलिस उन दोनों के शव की शिनाख्त कर छानबीन में जुटी गई। शव को देखने से लग रहा था कि धारदार हथियार से हत्या की गई है। घटनास्थल पर एक कारतूस भी मिला है। आशंका जताई जा रही है कि कहीं गोली मारकर तो हत्या नहीं की गई है?