राफेल लड़ाकू विमान जैसे ही हिंदुस्तान की जमीन पर उतरे, वैसे ही चंबल के बीहड़ में बसे बाह का कोरथ गांव गर्व के साथ झूम उठा। इस गांव की गलियों में खेलकूद कर बड़े हुए वायु सेना प्रमुख आरके सिंह भदौरिया (राकेश कुमार सिंह भदौरिया) ने राफेल डील में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हीं के नाम पर पहले राफेल लड़ाकू विमान को 'आरबी-001' की पहचान मिली है। यह उपलब्धि बाह के बेटे के लिए बड़ा सम्मान है। इससे पूरा गांव गदगद है। लोगों ने कहा कि गर्व से उनकी छाती 56 इंच की हो गई है।
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