हिमाचल प्रदेश सरकार के वित्त विभाग ने पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) को लागू करने के कार्यालय आदेश तो जारी कर दिए हैं, लेकिन इसके लिए नियमों को तैयार करने के लिए वित्त विभाग को माथापच्ची करनी पड़ रही है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री घोषणा कर चुके हैं कि प्रदेश में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू कर दिया गया है, वहीं वित्त विभाग के स्तर पर पेंशन को ओपीएस की तर्ज पर देने के लिए अभी पूरी तैयारी नहीं है।
करीब एक हफ्ते बाद यानी 1 फरवरी को पुरानी पेंशन योजना के तहत पेंशनरों को पुरानी पेंशन दी जा सकेगी या नहीं, इस बारे में अभी असमंजस की स्थिति है। मुख्यमंत्री कार्यालय इस संबंध में वित्त विभाग पर पूरी तरह से दबाव बनाए हुए है कि किसी भी सूरत में इस योजना की नियमावली जल्दी सामने लाई जाए। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस जिन 10 गारंटियों को देने की बात कर सत्ता में आई है, उनमें से ओल्ड पेंशन स्कीम पहली गारंटी है।
करीब एक हफ्ते बाद यानी 1 फरवरी को पुरानी पेंशन योजना के तहत पेंशनरों को पुरानी पेंशन दी जा सकेगी या नहीं, इस बारे में अभी असमंजस की स्थिति है। मुख्यमंत्री कार्यालय इस संबंध में वित्त विभाग पर पूरी तरह से दबाव बनाए हुए है कि किसी भी सूरत में इस योजना की नियमावली जल्दी सामने लाई जाए। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस जिन 10 गारंटियों को देने की बात कर सत्ता में आई है, उनमें से ओल्ड पेंशन स्कीम पहली गारंटी है।