शहर में अभी तक नालों की सफाई और क्रेटबाल (डंगे) लगाने पर काम शुरू नहीं हो पाया है। इससे बरसात में नाले फिर मुसीबत बन सकते हैं। हालांकि इसके लिए सितंबर, 2020 में सर्वे करने के बाद आकलन किया गया, लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया।
मौजूदा समय में नानक नगर, कालिका कॉलोनी, नरवाल समेत अन्य इलाकों में नाले काफी तंग जगहों से होकर बहते हैं। बरसात में यहां पर पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुस जाता है। बारिश ज्यादा समय तक हो तो पानी शहर के रास्तों में बहने लगता है। इससे करोड़ों रुपये का नुकसान होता है। बीते साल बरसात में भी करोड़ों रुपये का नुकसान नानक नगर और कालिका कॉलोनी में हुआ था।
कालिका कॉलोनी में घरों के भीतर नाले का पानी जा घुसा था।
नगर निगम के अधिकारियों ने भी नुकसान का जायजा लिया था। अब नगर निगम के अनुसार आगामी माह में पहले नालों से मलबा हटाने पर काम किया जाएगा। इसके बाद नालों को गहरा करने पर काम शुरू होगा। कुछ जगहों में ऊंची क्रेट बाल भी लगाई जानी है। इसके अलावा शहर में कुल 171 के करीब छोटे बड़े नाले बहते हैं।
इसमें शहर में पांच नाले काफी उफान पर रहते हैं। इससे नुकसान होता है। नालों के किनारे रहने वाले लोगों की काम शुरू न होने के कारण परेशानी बढ़ गई है। लोग नगर निगम के अधिकारियों से भी संपर्क कर रहे हैं।