हिमालय बेल्ट से जुड़े हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में पिछले कुछ सालों से क्लाउडबर्स्ट (बादल फटने) की घटनाएं बढ़ी हैं। जम्मू और कश्मीर संभाग के कई पर्वतीय जिलों में पहले भी क्लाउडबर्स्ट भारी जानमाल का नुकसान कर चुके हैं। खासतौर पर मानसून सीजन में कई इलाके बुरी तरह से प्रभावित होते रहे हैं। इसमें जिला डोडा, किश्तवाड़, उधमपुर, साउथ कश्मीर, अमरनाथ श्राइन क्षेत्र, पहलगाम आदि पर्वतीय क्षेत्रों में खराब मौसम आफत लेकर आता रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार समय के साथ असंतुलित हो रहा पर्यावरण भी क्लाउडबर्स्ट का एक कारण है। जिससे आसमान से बरसने वाले बारिश का संतुलन बिगड़ जाता है। राजधानी श्रीनगर जिला मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूरी पर स्थित पहलगाम क्षेत्र के अदू इलाके में 12 जुलाई 2015 को क्लाउडबर्स्ट की बड़ी घटना हुई थी। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी। जबकि कई लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए।
विशेषज्ञों के अनुसार समय के साथ असंतुलित हो रहा पर्यावरण भी क्लाउडबर्स्ट का एक कारण है। जिससे आसमान से बरसने वाले बारिश का संतुलन बिगड़ जाता है। राजधानी श्रीनगर जिला मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूरी पर स्थित पहलगाम क्षेत्र के अदू इलाके में 12 जुलाई 2015 को क्लाउडबर्स्ट की बड़ी घटना हुई थी। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी। जबकि कई लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए।