अनंतनाग जिले में बीते कुछ दिनों में आतंक की राह पर गए कई युवकों ने समर्पण किया है। इनमें से एक युवक को भालू से बचने के लिए पेड़ पर रात बितानी पड़ी। इस वाकये के बाद उसे अहसास हुआ कि आतंकवादी बनने के लिए भर्ती करने वालों ने उसे मरने के लिए अपने हाल पर छोड़ दिया था। आखिरकार उसने सुरक्षाबलों के सामने समर्पण कर दिया। एक दूसरे मामले में युवक ने ऑपरेशन के बीच में ही अपने माता-पिता की गुहार पर हथियार डाल दिए।