लॉकडाउन के बीच दूरदर्शन चैनल पर इन दिनों 90 के दशके के कई सीरियल्स को फिर से प्रसारित किया गया है। इनमें से एक महाभारत भी हैं। महाभारत को करीब 32 साल बाद फिर से टीवी पर प्रसारित होने पर कई दर्शकों की पुरानी यादें ताजा हो गईं। यही वजह है जो यह सीरियल टीआरपी के कई रिकॉर्ड भी तोड़ी रहा है। महाभारत में बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकारों ने अभिनय किया था। सभी कलाकारों के किरदारों ने कभी न मिटने वाली छाप छोड़ी।
उनमें से एक अभिनेता सुरेंद्र पाल भी थे। सुरेंद्र पाल ने महाभारत में गुरू द्रोणाचार्य का किरदार निभाया था। उनके इस किरदार को दर्शकों ने खूब पसंद किया। इतना नहीं महाभारत सीरियल खत्म होने के बाद भी कुछ समय तक सुरेंद्र पाल की पहचान द्रोणाचार्य के नाम से होने लगी थी। वहीं महाभारत के दोबारा प्रसारण होने पर सुरेंद्र पाल ने अमर उजाला. कॉम से बात की। इस दौरान उन्होंने महाभारत सीरियल से जुड़ी कुछ खास यादें साझा कीं।
सुरेंद्र पाल ने ये भी बताया कि, 'महाभारत सीरियल में उन्हें द्रोणाचार्य का किरदार कैसे मिला। उन्होंने कहा, इस किरदार के लिए सबसे पहले उऩके पास कास्टिंग डायरेक्टर का फोन आया। जिसके बाद मैं उनके ऑफिस पहुंचा। यहां उन्होंने मुझे द्रोणाचार्य का किरदार करने के लिए कहा, लेकिन ये किरदार सुनने के बाद मैंने इसको करने से मना कर दिया और उनके ऑफिस से बाहर निकल गया।'
सुरेंद्र पाल ने आगे कहा, 'कास्टिंग डायरेक्टर के ऑफिस से मैं जैसे ही बाहर निकला तो पीछे से एक गार्ड आया और उसने मुझसे कहा कि मुझे बीआर चोपड़ा (महाभारत के निर्देशक) साहब बुला रहे हैं इसके बाद मैं फिर उनके ऑफिस मैं गया। वहीं उन्होंने मेरी तरफ देखने के बाद कहा कि ये तो पूरी तरह से द्रोणाचार्य नजर आ रहा है। इसके बाद मैंने उन्हें भी ये किरदार करने से मना कर दिया और कहा कि मुझे कुछ ऐसे किरदार दें जो मेरे व्यक्तित्व के हिसाब से और यंग हो।'
सुरेंद्र पाल ने बताया कि, 'बीआर साहब ने मुझे यही किरदार करने को कहा। उस समय मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसके बाद मैंने भी ये सोचकर द्रोणाचार्य के किरदार के लिए हां बोल दिया ताकि महाभारत से मेरे कुछ समय का गुजरा हो सके, लेकिन द्रोणाचार्य के किरदार में मुझे बहुत प्रसिद्धी दी।' आपको बता दें कि बीआर चोपड़ा निर्देशित महाभारत पहली बार सीरियल साल 1988 में आया था।