श्रद्धा वालकर हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। श्रद्धा आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (28) की मारपीट से परेशान थी। इस कारण श्रद्धा उसे छोड़ना चाहती थी। महरौली पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों का कहना है कि श्रद्धा व आफताब ने तीन-चार मई को अलग रहने का फैसला किया था। हालांकि ये बात आफताब को अच्छी नहीं लगी थी। उसे लगा कि श्रद्धा किसी और के पास चली जाएगी। पुलिस आफताब की इंटरनेट हिस्ट्री निकाल रही है। पुलिस ने पत्र लिखकर व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, गूगल, गूगल पे और पेटीएम समेत कई एप से जानकारी मांगी है।
पुलिस को जोमैटो ने जानकारी दी है कि आफताब पहले मोबाइल से दो लोगों का खाना ऑर्डर बुक करता था। कुछ समय बाद उसने एक ही व्यक्ति का खाने के ऑर्डर देना शुरू कर दिया था। इससे भी पुलिस को संदेह गहरा गया कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद आरोपी आफताब ने एक ही खाना मंगाना शुरू किया था।
सोच-समझकर जवाब देता है आफताब
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूछताछ के दौरान आफताब बहुत ज्यादा विश्वास से भरा हुआ था। जब उससे सवाल पूछा जाता तो वह बहुत ही तेजी से और रिलेक्स होकर जवाब देता था। इससे लगता है कि वह पहले से ही सोच-समझकर जवाब देता था।
इससे पहले, सोमवार को श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब पर हमला हुआ था। पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आफताब को फोरेंसिक लैब से तिहाड़ जेल ले जाने के दौरान हमलावरों ने उसके वैन पर हमला कर था। हमलावरों के पास तलवार और हथौड़े थे।
हमलावरों में से एक ने वैन का पिछला दरवाजा खोल दिया। वह आफताब को वैन से निकालकर उसकी हत्या करना चाहता था। हालांकि पुलिस ने दो हमलावरों को मौके पर पकड़ लिया है।