राजधानी में श्रद्धा वालकर हत्याकांड की तरह पांडव नगर से सामने आई एक और वारदात ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। यहां पत्नी पूनम देवी (48) ने बेटे दीपक (25) के साथ मिलकर पति अंजन दास (48) की चाकू से 35 से ज्यादा वारकर हत्या कर दी। दोनों आरोपियों ने पहले शरीर से खून बहाया और फिर शव के 10 टुकड़े कर पॉलिथीन में पैक कर फ्रीज में रख दिया। इसके बाद तीन-चार दिन तक शव के टुकड़ों को त्रिलोकपुरी और पांडव नगर में फेंकते रहे। पूछताछ में सामने आया है कि दोनों मां-बेटे फेंकने के बाद शव के टुकड़े देखने जाते थे। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पांडव नगर में मानव शरीर के टुकड़े मिलने के सीसीटीवी फुटेज की मदद से सुलझाते हुए सोमवार को मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। अंजन दास के शव के छह टुकड़े बरामद कर लिए गए हैं।
शव के टुकड़ों को देखने तीन बार गए थे
अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया है कि जब उन्होंने अंजनदास के शव के टुकड़े फेंक दिए तो उसके कुछ दिन बार ये शव के टुकड़ों को देखने जाते थे। दीपक व पूनम देवी तीन-तीन बार शव के टुकड़ों को देखने गए थे। जब शव के टुकड़े दिखने लग जाते थे तो आरोपी उसे कूड़े से ढककर आ जाते थे।
पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर शरीर के बाकी चार टुकड़ों की तलाश कर रही है। आरोपी का कहना है कि अंजन दास विधवा सौतेली बेटी और बेटे दीपक की पत्नी पर बुरी नजर रखता था। वह दोनों से छेड़छाड़ और दुष्कर्म का प्रयास कर चुका था।
अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र यादव ने बताया कि पांडव नगर के रामलीला मैदान में पांच जून को पैरों के टुकड़े मिले थे। इसके बाद कुछ दिन तक मानव शरीर के और टुकड़े मिले। जिसे श्रद्धा के शरीर के टुकड़े समझकर दक्षिण जिला ने पूर्वी जिला पुलिस से संपर्क किया था। फॉरेंसिक जांच में पता लगा कि वह पुरुष के शरीर के हैं। पांडव नगर थाने में मामला दर्जकर जांच अपराध शाखा में तैनात एसीपी उमेश बड़थ्वाल की देखरेख में इंस्पेक्टर राकेश शर्मा व एसआई अमित ग्रेवाल की टीम ने जांच शुरू की।
पुलिस टीम को सीसीटीवी फुटेज से पता लगा कि एक महिला और पुरुष ने 31 मई से 1 जून के बीच शरीर के इन टुकड़ों को रामलीला मैदान व अशोक विहार के गंदे नाले समेत अन्य जगहों पर फेंका था। जांच में छह माह से अंजन दास के गायब होने की बात सामने आई।