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देश-दुनिया से आने वाले सैलानी श्रीनगर की तर्ज पर अब कुद में भी ट्यूलिप गार्डन की खूबसूरती निहार सकेंगे। फ्लोरीकल्चर विभाग ने कुद में हाईलैंड गार्डन में ट्यूलिप गार्डन तैयार कर दिया है। पटनीटॉप से करीब चार किलोमीटर दूरी पर स्थित गार्डन में ट्यूलिप खिलने से दिलकश नजारा बनना शुरू हो गया है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे रूट से आवाजाही करने वाले सैलानी यहां मार्च से ट्यूलिप गार्डन का लुत्फ उठा सकेंगे।
कुद में ट्यूलिप गार्डन उन सैलानियों के लिए सौगात हो सकता है, जो खास तौर पर कश्मीर में श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन में किन्हीं कारणों से नहीं जा सकते। वे आसानी से कुद में ट्यूलिप की सुंदरता के बीच पहुंचकर यादें संजो सकते हैं।
फ्लोरिकल्चर विभाग ने 2017 में पहली बार सनासर में करीब पांच कनाल और कुद में करीब डेढ़ कनाल जमीन पर ट्यूलिप लगाए थे। कुद में चार वर्ष के बाद फूलों की अच्छी पैदावार देखने को मिली है। इसे देखते हुए गार्डन को मार्च से सैलानियों के लिए खोला जाएगा। कुद ट्यूलिप गार्ड तक सैलानियों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग भी काम कर रहा है।
कुद में पांच किस्म के ट्यूलिप होंगे तैयार
कुद में इस बार पांच तरह के ट्यूलिप देखने को मिलेंगे। पटनीटॉप जाने से पहले पर्यटक इनको देखने का आनंद उठा सकते हैं। जिला प्रशासन उधमपुर भी इसकी प्रमोशन को लेकर गंभीरता से काम कर रहा है।
कोरोना काल में सनासर में नहीं लग सके ट्यूलिप
इस बार कोरोना संकट के कारण सनासर में पांच कनाल जमीन पर ट्यूलिप नहीं लग सका है। इसलिए फ्लोरिकल्चर विभाग ने पूरा ध्यान कुद के ट्यूलिप लगाया है। विभाग इसकी जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।
कुद में ट्यूलिप लगाने का काम 2017 में शुरू किया था, जिसमें अब कामयाबी मिल गई है। ट्यूलिप के लिए अतिरिक्त भूमि की पहचान भी कर ली गई है। पटनीटॉप में भी ट्यूलिप लगाने का प्रयास जारी है। उम्मीद है कि इस बार पर्यटक ट्यूलिप को देखने कुद जरूर आएंगे। -अर्जुन सिंह परिहार, असिस्टेंट फ्लोरिकल्चर अफसर, उधमपुर
देश-दुनिया से आने वाले सैलानी श्रीनगर की तर्ज पर अब कुद में भी ट्यूलिप गार्डन की खूबसूरती निहार सकेंगे। फ्लोरीकल्चर विभाग ने कुद में हाईलैंड गार्डन में ट्यूलिप गार्डन तैयार कर दिया है। पटनीटॉप से करीब चार किलोमीटर दूरी पर स्थित गार्डन में ट्यूलिप खिलने से दिलकश नजारा बनना शुरू हो गया है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे रूट से आवाजाही करने वाले सैलानी यहां मार्च से ट्यूलिप गार्डन का लुत्फ उठा सकेंगे।
कुद में ट्यूलिप गार्डन उन सैलानियों के लिए सौगात हो सकता है, जो खास तौर पर कश्मीर में श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन में किन्हीं कारणों से नहीं जा सकते। वे आसानी से कुद में ट्यूलिप की सुंदरता के बीच पहुंचकर यादें संजो सकते हैं।
फ्लोरिकल्चर विभाग ने 2017 में पहली बार सनासर में करीब पांच कनाल और कुद में करीब डेढ़ कनाल जमीन पर ट्यूलिप लगाए थे। कुद में चार वर्ष के बाद फूलों की अच्छी पैदावार देखने को मिली है। इसे देखते हुए गार्डन को मार्च से सैलानियों के लिए खोला जाएगा। कुद ट्यूलिप गार्ड तक सैलानियों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग भी काम कर रहा है।
कुद में पांच किस्म के ट्यूलिप होंगे तैयार
कुद में इस बार पांच तरह के ट्यूलिप देखने को मिलेंगे। पटनीटॉप जाने से पहले पर्यटक इनको देखने का आनंद उठा सकते हैं। जिला प्रशासन उधमपुर भी इसकी प्रमोशन को लेकर गंभीरता से काम कर रहा है।
कोरोना काल में सनासर में नहीं लग सके ट्यूलिप
इस बार कोरोना संकट के कारण सनासर में पांच कनाल जमीन पर ट्यूलिप नहीं लग सका है। इसलिए फ्लोरिकल्चर विभाग ने पूरा ध्यान कुद के ट्यूलिप लगाया है। विभाग इसकी जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।
कुद में ट्यूलिप लगाने का काम 2017 में शुरू किया था, जिसमें अब कामयाबी मिल गई है। ट्यूलिप के लिए अतिरिक्त भूमि की पहचान भी कर ली गई है। पटनीटॉप में भी ट्यूलिप लगाने का प्रयास जारी है। उम्मीद है कि इस बार पर्यटक ट्यूलिप को देखने कुद जरूर आएंगे।
-अर्जुन सिंह परिहार, असिस्टेंट फ्लोरिकल्चर अफसर, उधमपुर