वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सतर्कता महानिदेशालय बद्दी ने अलग-अलग तरीकों से टैक्स चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने नकली दस्तावेजों को अंजाम देकर लगभग 200 करोड़ की जाली बिलिंग की थी। इस गड़बड़झाले में हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा की 25 कंपनियां शामिल हैं, जिनका रिकॉर्ड कब्जे में ले लिया गया है। इस गिरोह के मास्टरमाइंड को चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मास्टरमाइंड चंडीगढ़ का ही रहने वाला बताया जा रहा है।
सतर्कता ब्यूरो ने इस गोलमाल का पर्दाफाश करने के लिए पंजाब, हिमाचल, हरियाणा और दिल्ली की विभिन्न लोकेशन पर दबिश दी थी। जीएसटी इंटेलीजेंस बद्दी के उपनिदेशक हरविंद्र पाल सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि लगभग 25 कंपनियां इस गड़बड़झाले में शामिल थे, जिन्होने जाली बिलों को बढ़ावा दिया। इन उद्योगों का रिकॉर्ड कब्जे में ले लिया गया है। अगले दिनों में सतर्कता विभाग और कई जगह छापेमारी कर ऐसे लोगों पर शिकंजा कसेगा, जो नकली बिल बनाने में शामिल हैं। सरकारी दस्तावेजों के साथ धोखा करने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर जीएसटी हड़पने वालों को पकड़ा जाएगा और जाली बिलिंग करने वालों से वसूली करेंगे।