राई औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी में सफेदी का काम करा रहे ठेकेदार की उसके मजदूरों द्वारा पैसों के लेनदेन के चलते गला दबाकर हत्या करने का मामला सामने आया है। ठेकेदार का शव फैक्टरी की तीसरी मंजिल पर मिला। उनके हाथ-पैर व मुंह पर कपड़ा बंधा मिला है। साथ ही ठेकेदार का मोबाइल व बाइक भी नहीं मिली। पुलिस ने ठेकेदार के बेटे के बयान पर तीन मजदूरों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बैंयापुर खुर्द स्थित लक्ष्मण कॉलोनी निवासी वशिष्ठ भारती ठेकेदारी करता था। उसने फिलहाल राई औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी में सफेदी कराने का ठेका ले रखा था। उसके बेटे विशाल ने राई पुलिस को बताया कि उसका पिता रोजाना शाम को घर आ जाता था। जब वह सोमवार देर शाम को वापस नहीं आए तो उन्होंने फोन कर उनसे बातचीत की। जिस पर उसके पिता ने उसे कहा था कि वह राई फैक्टरी में मौजूद है और वह आधे घंटे में आ जाएगा, लेकिन आधे घंटे बाद भी उसका पिता नहीं आया तो उसने दोबारा फोन किया। जिस पर घंटी बजती रही, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। उसने अपने पिता के पास काम करने वाले मजदूर राजू के पास फोन किया।
राजू ने उसे बताया कि वह कुंडली बॉर्डर पर है। जब विशाल ने राजू के साथ काम करने वाले गोलू और उमेश के मोबाइल नंबर मांगे तो उसने उनके पास मोबाइल नहीं होने की बात कही, जिससे वह रात 11 बजे अपने परिवार के पिंटू को लेकर राई औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी संख्या 2181 में पहुंचा तो वहां उसका पिता तीसरी मंजिल पर पड़ा मिला। उसके हाथ पैर पर रस्सी बंधी थी और मुंह पर भी कपड़ा बांध रखा था। उसने फोन कर अपने पड़ोस के कुछ लोगों को मौके पर बुला लिया। वहां से वशिष्ठ भारती को अस्पताल ले जाया गया तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने विशाल के बयान पर उसके पिता के साथ काम करने वाले राजू, गोलू उमेश पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पैसों के लेनदेन में हत्या का आरोप
विशाल ने आरोप लगाया है उसके पिता के पास काम करने वाले तीनों मजदूरों के साथ उसके पिता का पैसों का लेनदेन था। इसी लेनदेन में उसके पिता के साथ हुए झगड़े के बाद उनकी हत्या कर दी गई। उसने बताया कि तीनों मजदूरों के पकड़े जाने के बाद ही स्थिति साफ होगी कि कितने रुपये का लेनदेन है।
बाइक और मोबाइल भी नहीं मिले
विशाल का आरोप है कि उसके पिता से उसकी सोमवार शाम साढ़े सात बजे बात हुई थी, जिसके बाद उसके पिता के मोबाइल पर कॉल जाती रही। लेकिन किसी ने फोन रिसीव तक नहीं किया। कुछ देर बाद उनका मोबाइल बंद हो गया। जब वह फैक्टरी में पहुंचे तो उसके पिता का मोबाइल व बाइक वहां नहीं मिली।
फैक्टरी में सफेदी का काम कर रहे ठेकेदार की गला दबाकर हत्या की गई है। उसके बेटे ने पिता के पास काम करने वाले तीन मजदूरों पर पैसों के लेनदेन में हत्या का आरोप लगाया है। जिस पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जल्द आरोपियों का तपा लगाकर मामले का पटाक्षेप किया जाएगा।
- श्रीकृष्ण, जांच अधिकारी, थाना राई।
राई औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी में सफेदी का काम करा रहे ठेकेदार की उसके मजदूरों द्वारा पैसों के लेनदेन के चलते गला दबाकर हत्या करने का मामला सामने आया है। ठेकेदार का शव फैक्टरी की तीसरी मंजिल पर मिला। उनके हाथ-पैर व मुंह पर कपड़ा बंधा मिला है। साथ ही ठेकेदार का मोबाइल व बाइक भी नहीं मिली। पुलिस ने ठेकेदार के बेटे के बयान पर तीन मजदूरों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बैंयापुर खुर्द स्थित लक्ष्मण कॉलोनी निवासी वशिष्ठ भारती ठेकेदारी करता था। उसने फिलहाल राई औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी में सफेदी कराने का ठेका ले रखा था। उसके बेटे विशाल ने राई पुलिस को बताया कि उसका पिता रोजाना शाम को घर आ जाता था। जब वह सोमवार देर शाम को वापस नहीं आए तो उन्होंने फोन कर उनसे बातचीत की। जिस पर उसके पिता ने उसे कहा था कि वह राई फैक्टरी में मौजूद है और वह आधे घंटे में आ जाएगा, लेकिन आधे घंटे बाद भी उसका पिता नहीं आया तो उसने दोबारा फोन किया। जिस पर घंटी बजती रही, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। उसने अपने पिता के पास काम करने वाले मजदूर राजू के पास फोन किया।
राजू ने उसे बताया कि वह कुंडली बॉर्डर पर है। जब विशाल ने राजू के साथ काम करने वाले गोलू और उमेश के मोबाइल नंबर मांगे तो उसने उनके पास मोबाइल नहीं होने की बात कही, जिससे वह रात 11 बजे अपने परिवार के पिंटू को लेकर राई औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी संख्या 2181 में पहुंचा तो वहां उसका पिता तीसरी मंजिल पर पड़ा मिला। उसके हाथ पैर पर रस्सी बंधी थी और मुंह पर भी कपड़ा बांध रखा था। उसने फोन कर अपने पड़ोस के कुछ लोगों को मौके पर बुला लिया। वहां से वशिष्ठ भारती को अस्पताल ले जाया गया तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने विशाल के बयान पर उसके पिता के साथ काम करने वाले राजू, गोलू उमेश पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पैसों के लेनदेन में हत्या का आरोप
विशाल ने आरोप लगाया है उसके पिता के पास काम करने वाले तीनों मजदूरों के साथ उसके पिता का पैसों का लेनदेन था। इसी लेनदेन में उसके पिता के साथ हुए झगड़े के बाद उनकी हत्या कर दी गई। उसने बताया कि तीनों मजदूरों के पकड़े जाने के बाद ही स्थिति साफ होगी कि कितने रुपये का लेनदेन है।
बाइक और मोबाइल भी नहीं मिले
विशाल का आरोप है कि उसके पिता से उसकी सोमवार शाम साढ़े सात बजे बात हुई थी, जिसके बाद उसके पिता के मोबाइल पर कॉल जाती रही। लेकिन किसी ने फोन रिसीव तक नहीं किया। कुछ देर बाद उनका मोबाइल बंद हो गया। जब वह फैक्टरी में पहुंचे तो उसके पिता का मोबाइल व बाइक वहां नहीं मिली।
फैक्टरी में सफेदी का काम कर रहे ठेकेदार की गला दबाकर हत्या की गई है। उसके बेटे ने पिता के पास काम करने वाले तीन मजदूरों पर पैसों के लेनदेन में हत्या का आरोप लगाया है। जिस पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जल्द आरोपियों का तपा लगाकर मामले का पटाक्षेप किया जाएगा।
- श्रीकृष्ण, जांच अधिकारी, थाना राई।