हम पुलिसवाले हैं, तेरे घर में गांजा है कहकर दंपति को पिस्तौल के बल पर बंधक बना 28 हजार लूटे
अमर उजाला ब्यूरो
पानीपत। हम पुलिस वाले है, तेरे घर में गांजा पड़ा है, घर की चेकिंग करनी है। इतना कहने के बाद पांच नकाबपोश पिस्तौल से लैस बदमाशों ने शनिवार रात सवा 12 बजे दंपति को बंधक बनाया और एक घंटे तक घर को तलाश कर 28 हजार की नकदी व महिला की नथनी, मंगलसूत्र व पाजेब लूट कर बदमाश मौके से फरार हो गए। बदमाशों के जाने के बाद दंपति ने पुलिस को फोन किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
विद्यानंद कॉलोनी निवासी पीड़ित छत्रपाल पुत्र रामदास ने बताया कि उसने सनौली रोड से राजाखेड़ी जाने वाले रास्ते पर मान फौजी के खेत में हिस्सेदारी पर सब्जी लगा रखी है। वो उसके चार बच्चे व पत्नी के साथ खेत के कमरे में ही रहता है। शनिवार रात को सवा 12 बजे उसके कमरे के बाहर 5 युवक आए। उन्होंने आते ही गाली-गलौच करनी शुरू कर दी। इसके बाद उसकी पत्नी सरिता उठी व लाइट ऑन की। इस पर युवकों ने कहा कि लाइट बंद कर, हम पुलिस वाले हैं, तेरे घर में गांजा पड़ा है। इसी की तलाशी लेने हम आए हैं। इसके बाद आवाज सुन कर पति की भी आंखें खुल गईं। पति के उठते ही बदमाशों ने पत्नी की कनपटी पर पिस्तौल तान दी व शोर ना करने की हिदायत दी। इसके बाद एक बदमाश ने छत्रपाल को कहा कि तुम्हारे पास जो भी है, सब दे दो। इस पर उसने कहा कि वो एक किसान है, सब्जी उगाकर परिवार को पाल रहा है और रोने लगा। इसके बाद बदमाशों ने उसकी पत्नी को पकड़ लिया व उसका गला दबा दिया। साथ ही दूसरे बदमाश ने घर के बाहर रखी महिला की साड़ी से व्यक्ति को बंधक बना दिया व कमरे के अंदर ले गए। जहां दीवार पर लटकी हुई पॉलिथीन को खंगाला। इसमें से बदमाशों को 28 हजार रुपये की नकदी मिली।
इसके बाद उन्होंने कहा कि तुम्हारे पास जो भी है सब दे दो, नहीं तो तुम्हारे एक बच्चे को गोली मार देंगे। इतना कहने पर महिला ने बदमाशों के पांव पकड़े व कहा कि उनके पास और कुछ नहीं है, चाहो तो तलाशी ले लो, जो भी निकले, तुम ले लेना। लेकिन मेरे बच्चे को मत मारना। करीब एक घंटे तक कमरे को खंगालने के बाद बदमाशों ने महिला के नथनी, मंगलसूत्र, पाजेब भी उतरवा ली व 25000 हजार रुपये की कीमत वाले इन आभूषणों को भी साथ लेकर चले गए। जाते हुए बदमाशों ने दंपति को कमरे के भीतर ही बंद कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने उसके मोबाइल फोन से उसके खेत के मालिक विजय पाल के पास फोन किया। वो रात पौने तीन बजे वहां पहुंचा व कमरे के दरवाजे की कुंडी खोली और उन्हें बंधन मुक्त किया।
हम पुलिसवाले हैं, तेरे घर में गांजा है कहकर दंपति को पिस्तौल के बल पर बंधक बना 28 हजार लूटे
अमर उजाला ब्यूरो
पानीपत। हम पुलिस वाले है, तेरे घर में गांजा पड़ा है, घर की चेकिंग करनी है। इतना कहने के बाद पांच नकाबपोश पिस्तौल से लैस बदमाशों ने शनिवार रात सवा 12 बजे दंपति को बंधक बनाया और एक घंटे तक घर को तलाश कर 28 हजार की नकदी व महिला की नथनी, मंगलसूत्र व पाजेब लूट कर बदमाश मौके से फरार हो गए। बदमाशों के जाने के बाद दंपति ने पुलिस को फोन किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
विद्यानंद कॉलोनी निवासी पीड़ित छत्रपाल पुत्र रामदास ने बताया कि उसने सनौली रोड से राजाखेड़ी जाने वाले रास्ते पर मान फौजी के खेत में हिस्सेदारी पर सब्जी लगा रखी है। वो उसके चार बच्चे व पत्नी के साथ खेत के कमरे में ही रहता है। शनिवार रात को सवा 12 बजे उसके कमरे के बाहर 5 युवक आए। उन्होंने आते ही गाली-गलौच करनी शुरू कर दी। इसके बाद उसकी पत्नी सरिता उठी व लाइट ऑन की। इस पर युवकों ने कहा कि लाइट बंद कर, हम पुलिस वाले हैं, तेरे घर में गांजा पड़ा है। इसी की तलाशी लेने हम आए हैं। इसके बाद आवाज सुन कर पति की भी आंखें खुल गईं। पति के उठते ही बदमाशों ने पत्नी की कनपटी पर पिस्तौल तान दी व शोर ना करने की हिदायत दी। इसके बाद एक बदमाश ने छत्रपाल को कहा कि तुम्हारे पास जो भी है, सब दे दो। इस पर उसने कहा कि वो एक किसान है, सब्जी उगाकर परिवार को पाल रहा है और रोने लगा। इसके बाद बदमाशों ने उसकी पत्नी को पकड़ लिया व उसका गला दबा दिया। साथ ही दूसरे बदमाश ने घर के बाहर रखी महिला की साड़ी से व्यक्ति को बंधक बना दिया व कमरे के अंदर ले गए। जहां दीवार पर लटकी हुई पॉलिथीन को खंगाला। इसमें से बदमाशों को 28 हजार रुपये की नकदी मिली।
इसके बाद उन्होंने कहा कि तुम्हारे पास जो भी है सब दे दो, नहीं तो तुम्हारे एक बच्चे को गोली मार देंगे। इतना कहने पर महिला ने बदमाशों के पांव पकड़े व कहा कि उनके पास और कुछ नहीं है, चाहो तो तलाशी ले लो, जो भी निकले, तुम ले लेना। लेकिन मेरे बच्चे को मत मारना। करीब एक घंटे तक कमरे को खंगालने के बाद बदमाशों ने महिला के नथनी, मंगलसूत्र, पाजेब भी उतरवा ली व 25000 हजार रुपये की कीमत वाले इन आभूषणों को भी साथ लेकर चले गए। जाते हुए बदमाशों ने दंपति को कमरे के भीतर ही बंद कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने उसके मोबाइल फोन से उसके खेत के मालिक विजय पाल के पास फोन किया। वो रात पौने तीन बजे वहां पहुंचा व कमरे के दरवाजे की कुंडी खोली और उन्हें बंधन मुक्त किया।