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हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने शुक्रवार को सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी आलोक वर्मा को हरियाणा लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के तौर पर शपथ दिलाई। यहां हरियाणा राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में वर्मा ने निष्ठा, पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
पूर्व अध्यक्ष आरके पचनंदा का कार्यकाल गुरुवार को ही पूरा हुआ। आलोक वर्मा को सीएम मनोहर लाल के करीबी होने का फायदा मिला। वह सीएम के एडीसी टूर के अलावा अन्य अहम विभागों का जिम्मा संभाल चुके हैं।
22 अक्टूबर 2020 से ही उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली है। अभी उनकी चार साल की नौकरी शेष थी। वह 6 साल तक आयोग के चेयरमैन रहेंगे। आयोग चेयरमैन का कार्यकाल अधिकतम 6 साल या 62 वर्ष की आयु तक होता है।
शपथ ग्रहण के अवसर पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, शिक्षा मंत्री कंवर पाल, हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन एवं विधायक रणधीर सिंह गोलन, विधायक कमल गुप्ता, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तुआर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन, राज्यपाल के सलाहकार अखिलेश कुमार, हरियाणा प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुनील कुमार गुलाटी, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम व नवनियुक्त अध्यक्ष आलोक वर्मा के परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने शुक्रवार को सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी आलोक वर्मा को हरियाणा लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के तौर पर शपथ दिलाई। यहां हरियाणा राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में वर्मा ने निष्ठा, पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
पूर्व अध्यक्ष आरके पचनंदा का कार्यकाल गुरुवार को ही पूरा हुआ। आलोक वर्मा को सीएम मनोहर लाल के करीबी होने का फायदा मिला। वह सीएम के एडीसी टूर के अलावा अन्य अहम विभागों का जिम्मा संभाल चुके हैं।
22 अक्टूबर 2020 से ही उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली है। अभी उनकी चार साल की नौकरी शेष थी। वह 6 साल तक आयोग के चेयरमैन रहेंगे। आयोग चेयरमैन का कार्यकाल अधिकतम 6 साल या 62 वर्ष की आयु तक होता है।
शपथ ग्रहण के अवसर पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, शिक्षा मंत्री कंवर पाल, हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन एवं विधायक रणधीर सिंह गोलन, विधायक कमल गुप्ता, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तुआर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन, राज्यपाल के सलाहकार अखिलेश कुमार, हरियाणा प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुनील कुमार गुलाटी, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम व नवनियुक्त अध्यक्ष आलोक वर्मा के परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।