उतर-पश्चिम रेलवे के डीआएरएम नरेंद्र कुमार ने गुड्स यार्ड स्टेशन का निरीक्षण किया। डीआरएम नरेंद्र कुमार जयपुर से स्पेशल ट्रेन के माध्यम से मिर्जापुर-बाछौद के गुड्स यार्ड के बाद काठूवास सीएमएल के साइट व खोरी का निरीक्षण किया। डीआरएम के साथ रेलवे के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने गुड्स यार्ड में सेफ्टी व रेलवे की इनकम बढ़ोतरी के पहलुओं का अवलोकन किया। मिर्जापुर-बाछौद के पूर्व सरपंच प्रकाश सिंह व सुरानी के पूर्व सरपंच किशोरीलाल, प्रमोद सुरानी के नेतृत्व में बाछौद-मिर्जापुर स्टेशन पर मिट्टी उड़ने की रोकथाम के लिए टीनशेड व दूसरी व्यवस्था की मांग के लिए ज्ञापन सौंपा।
डीआरएम स्पेशल ट्रेन से बाछौद-मिर्जापुर गुड्स यार्ड स्टेशन पर पौने 12 बजे पहुुंचे। उनके साथ रेलवे के सीनियर डीओम डॉ. राकेश कुमार, सीनियर डीओएम मुकेश सैनी सहित दूसरे रेल कर्मी साथ रहे। डीआरएम नरेंद्र कुमार ने कहा कि आज का दौरा गुड्स यार्ड स्टेशनों पर सुरक्षा व रेलवे की इनकम को बढ़ाने के लिए है। रेलवे की इनकम में बढ़ोतरी करने के साथ तीव्र गति व सुरक्षा को ध्यान में रखकर निरीक्षण किया गया है। बाछौद-मिर्जापुर के बाद डीआरएम कॉनकोर स्थित सीएमएल के गुड्स स्टेशन का भी निरीक्षण किया गया। बता दें कि काठूवास स्थित कॉनकॉर डिपो 283 एकड़ में फैला हुआ है। यहां रेलवे की अनेक रेललाइन के साथ दूसरी सुविधाएं मौजूद है।
घाटा बढ़ने व सवारी नहीं मिलने के चलते गाड़ी का ठहराव बंद किया
डीआरएम नरेंद्र कुमार ने लोगों की मांग पर अटेली स्टेशन पर चेतक एक्सप्रेस के ठहराव पर कहा कि यहां प्रयोग के तौर पर चेतक का ठहराव किया गया था लेकिन निर्धारित टिकट नहीं बिकने व सवारी नहीं मिलने के कारण गाड़ी को बंद कर दिया गया। घाटा बढ़ने व सवारी नहीं मिलने के चलते गाड़ी का ठहराव बंद कर दिया गया था। लंबी दूरी की गाड़ी एक बार रुकने में कई हजार रुपये खर्च होते है।
इस मौके पर अटेली के लोगों व आसपास के ग्रामीणों ने डीआरएम नरेंद्र कुमार को बताया कि मिर्जापुर-बाछौद में मालगाड़ियों में आने वाली डस्ट के कारण आसपास के खेतों में फसल खराब हो रही है। इस कारण यहां पर टीनशेड या दूसरी व्यवस्था की जाए। इसके अलावा ग्रामीणों ने स्टेशन पर ओवरब्रिज बनाने की मांग भी रखी। जिस पर डीआरएम ग्रामीणों की मांग सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
उतर-पश्चिम रेलवे के डीआएरएम नरेंद्र कुमार ने गुड्स यार्ड स्टेशन का निरीक्षण किया। डीआरएम नरेंद्र कुमार जयपुर से स्पेशल ट्रेन के माध्यम से मिर्जापुर-बाछौद के गुड्स यार्ड के बाद काठूवास सीएमएल के साइट व खोरी का निरीक्षण किया। डीआरएम के साथ रेलवे के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने गुड्स यार्ड में सेफ्टी व रेलवे की इनकम बढ़ोतरी के पहलुओं का अवलोकन किया। मिर्जापुर-बाछौद के पूर्व सरपंच प्रकाश सिंह व सुरानी के पूर्व सरपंच किशोरीलाल, प्रमोद सुरानी के नेतृत्व में बाछौद-मिर्जापुर स्टेशन पर मिट्टी उड़ने की रोकथाम के लिए टीनशेड व दूसरी व्यवस्था की मांग के लिए ज्ञापन सौंपा।
डीआरएम स्पेशल ट्रेन से बाछौद-मिर्जापुर गुड्स यार्ड स्टेशन पर पौने 12 बजे पहुुंचे। उनके साथ रेलवे के सीनियर डीओम डॉ. राकेश कुमार, सीनियर डीओएम मुकेश सैनी सहित दूसरे रेल कर्मी साथ रहे। डीआरएम नरेंद्र कुमार ने कहा कि आज का दौरा गुड्स यार्ड स्टेशनों पर सुरक्षा व रेलवे की इनकम को बढ़ाने के लिए है। रेलवे की इनकम में बढ़ोतरी करने के साथ तीव्र गति व सुरक्षा को ध्यान में रखकर निरीक्षण किया गया है। बाछौद-मिर्जापुर के बाद डीआरएम कॉनकोर स्थित सीएमएल के गुड्स स्टेशन का भी निरीक्षण किया गया। बता दें कि काठूवास स्थित कॉनकॉर डिपो 283 एकड़ में फैला हुआ है। यहां रेलवे की अनेक रेललाइन के साथ दूसरी सुविधाएं मौजूद है।
घाटा बढ़ने व सवारी नहीं मिलने के चलते गाड़ी का ठहराव बंद किया
डीआरएम नरेंद्र कुमार ने लोगों की मांग पर अटेली स्टेशन पर चेतक एक्सप्रेस के ठहराव पर कहा कि यहां प्रयोग के तौर पर चेतक का ठहराव किया गया था लेकिन निर्धारित टिकट नहीं बिकने व सवारी नहीं मिलने के कारण गाड़ी को बंद कर दिया गया। घाटा बढ़ने व सवारी नहीं मिलने के चलते गाड़ी का ठहराव बंद कर दिया गया था। लंबी दूरी की गाड़ी एक बार रुकने में कई हजार रुपये खर्च होते है।
इस मौके पर अटेली के लोगों व आसपास के ग्रामीणों ने डीआरएम नरेंद्र कुमार को बताया कि मिर्जापुर-बाछौद में मालगाड़ियों में आने वाली डस्ट के कारण आसपास के खेतों में फसल खराब हो रही है। इस कारण यहां पर टीनशेड या दूसरी व्यवस्था की जाए। इसके अलावा ग्रामीणों ने स्टेशन पर ओवरब्रिज बनाने की मांग भी रखी। जिस पर डीआरएम ग्रामीणों की मांग सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।