हिसार। सीआरएम जाट काॅलेज की अंग्रेजी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. ज्योति ने काॅलेज की जांच कमेटी के सदस्यों पर कमरे में बंद करके अभद्र व्यवहार करने, अपशब्द कहने, मानसिक प्रताड़ना करने का आरोप लगाया है। डॉ. ज्योति का कहना है कि जब उसने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया तो कमेटी सदस्य प्रो. हर्ष लेखा, प्रो. सरोज मलिक, प्रो. राजपाल सिंह उसे जाेर से धक्का देकर कमरे से निकल गए। इसके बाद कमरे से रोती हुई बाहर निकली तो अन्य शिक्षकों ने उसको संभाला।
मौखिक आदेश पर विद्यार्थियों को स्वदेशी मेले में न ले जाने का मामला
इसके बाद सहायक प्रोफेसर ने डायल 112 पर कॉल करके मामले सूचना दी गई। डायल 112 की टीम ने सहायक प्रोफेसर से मामले की जानकारी ली। ज्योति को लेकर अर्बन एस्टेट थाना में पहुंची। प्रो. ज्योति ने तीनों प्रोफेसर के खिलाफ अर्बन एस्टेट थाना में शिकायत दी है। गौरतलब है कि सहायक प्रोफेसर ज्योति का कहना है कि 30 जनवरी को कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. नीलम सिंह ने पुराना गवर्नमेंट कॉलेज मैदान में आयोजित स्वदेशी मेले में कॉलेज विद्यार्थियों को लेकर जाने के मौखिक आदेश दिए थे। प्रिंसिपल को लिखित रूप में आदेश देने की बात कही। लिखित में आदेश नहीं मिले तो वह स्वदेशी मेले में नहीं गई।
इसके बाद प्रिंसिपल ने उसके खिलाफ अनुशासनहीनता का नोटिस निकाल दिया। कॉलेज प्रशासन की ओर से इस मामले की जांच कमेटी भी बनाई गई। इसमें प्रोफेसर राजपाल, प्रो. हर्ष लेखा व प्रो. सरोज मलिक को शामिल किया गया। जांच कमेटी ने मंगलवार को दोपहर 2 बजे प्रो. ज्योति को पूछताछ के लिए बुलाया।
प्रो. ज्योति का आरोप है कि जब वह 2 बजे जांच कमेटी के सामने हाजिर हुई तो प्रो. हर्ष लेखा ने उसका लिखित रूप वाला जवाब लेने से मना कर दिया। आरोप है कि इसके बाद कमेटी सदस्यों ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया व तीनाें ने उसको घेर लिया। ज्योति ने बताया कि उक्त तीनों प्रोफेसर ने उसे काफी डराया, धमकाया। जब वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी तो कमेटी सदस्य उसको धक्का देकर कमरे से चले गए। वह कमरे से रोती हुई बाहर निकली तो अन्य शिक्षकों ने उसको संभाला।
हर काम के लिए लिखित आदेश जरूरी नहीं : प्रिंसिपल
स्वदेशी मेले में कॉलेज की छात्राएं गई थीं। मैंने डॉ. ज्योति को छात्राओं के साथ जाने के लिए कहा था। वह मेले में नहीं गई। छात्राओं की सुरक्षा हमारे लिए बहुत जरूरी है। ज्योति से न जाने का कारण पूछने के लिए लेटर जारी किया था। इसके लिए जांच कमेटी भी बनाई है। सोमवार को जांच कमेटी ने ज्योति को पूछताछ के लिए बुलाया था। ज्योति को डराने, धमकाने व अभद्र शब्द कहने वाला कोई मामला हुआ है। वह अपनी गलती छुपाने के लिए ऐसा कर रही है। हर काम के लिए लिखित आदेश देना जरूरी नहीं है। - डाॅ. नीलम सिंह, प्रिंसिपल, सीआरएम जाट कॉलेज हिसार