तीन हजार रुपये के विवाद में युवक की पीटकर हत्या
इलाज के दौरान अस्पताल में तोड़ा दम, पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
बिजली बिल के लिए आरोपी ने 19 हजार दिए थे, युवक ने खर्च कर दिए थे तीन हजार
संवाद न्यूज एजेंसी
मानेसर। दोस्त के पैसे में से तीन हजार रुपये खर्च करने पर गांव के दबंगों ने मंगलवार को अनुसूचित जाति के युवक इंद्रकुमार (33) को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसके बाद घर के सामने फेंक कर भाग गए। परिजनों ने इंद्रकुमार को पटौदी के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां से नागरिक अस्पताल रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान बुधवार को युवक की मौत हो गई। मृतक के पिता की शिकायत पर बिलासपुर थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी सागर, आजाद और मुकेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस हितेश को तलाश रही है।
एमटीएनएल के पूर्व अधिकारी दीपचंद ने पुलिस को बताया कि बेटे इंद्र कुमार ने घर में ही परचून की दुकान खोली हुई है। शुक्रवार को उसका दोस्त सागर यादव अपना बिजली बिल भरने के लिए 19 हजार रुपये दे गया था। बेटे ने उसमें से तीन हजार रुपये खर्च कर लिए। सोमवार को सागर घर आया और 16 हजार रुपये ले जाते हुए कहा कि उसके तीन हजार रुपये वापस कर दो, बिल भरना है।
मंगलवार शाम करीब पांच बजे सागर ने फोन कर इंद्र को गांव के ही मंदिर के पास बुला। उसी शाम करीब सात बजे बेटे के मोबाइल से सागर ने बात की और रुपये देने को कहा। पिता ने आश्वासन दिया कि अगर बेटे ने पैसे नहीं दिए तो वह वापस कर देगा। रात करीब आठ बजे सागर और उसके साथी इंद्र को अधमरा हालत में घर के बाहर छोड़कर चले गए। गंभीर रूप से घायल इंद्र कुमार ने परिजनों को बताया कि सागर, आजाद, मुकेश यादव और हितेश यादव ने उसकी लाठी-डंडों से पिटाई की है। जांच अधिकारी त्रिलोक चंद ने बताया कि मुख्य आरोपी सागर, आजाद व मुकेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। हितेश अभी फरार है। उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।