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फरीदाबाद में 17 वर्षीय किशोरी की सूझबूझ से मानव तस्करी और देह व्यापार का काम करने वाले गिरोह के दो सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया। रविवार देर रात सूचना पर थाना डबुआ पुलिस ने छापा मारकर एक मकान से तीन युवती और दो किशोरियों को मुक्त कराया। इस दौरान पुलिस के साथ चाइल्ड वेलफेयर संस्था के सदस्य भी मौजूद थे। पकड़े गए आरोपियों में एक महिला और एक पुरुष शामिल है।
बाल कल्याण समिति के चेयरमैन श्रीपाल करहाना ने बताया कि गिरोह की संचालिका रूही और हिजबुल कुछ दिनों पहले असम से दो किशोरियों को एयरपोर्ट में नौकरी दिलाने के बहाने लेकर आई थी। वहां से लाने के बाद आरोपियों ने उनको डबुआ थाना इलाके में स्थित जनता कॉलोनी के एक घर में बंद कर दिया।
वहां तीन युवतियां पहले से ही मौजूद थी। उनमें से एक युवती ने किशोरी को बताया कि यहां कोई नौकरी नहीं है। ये लोग गलत काम करवाने के लिए उन्हें होटलों में भेज देते हैं। किशोरी को सारा माजरा समझ आ गया। उसके पास मोबाइल फोन था।
किशोरी ने तुरंत कंट्रोल रूम में फोन कर मामले की सूचना दी। पुलिस ने टीम बनाकर मकान पर छापा मारा और वहां से तीन युवतियां और दो किशोरियों को मुक्त करवाया। किशोरियों को पुलिस ने बाल कल्याण समिति के सदस्यों के साथ भेज दिया। काउंसलिग के बाद किशोरियों के बयान दर्ज किए गए।
डबुआ थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि एक 17 वर्षीय किशोरी की सूझबूझ से मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करने में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। गिरोह की संचालिका रूही और उसके साथी को कोर्ट में पेश कर दिया है।
किशोरियों के परिजनों से संपर्क कर उन्हें एनआईटी स्थित बाल कल्याण समीति के कार्यालय में बुलाया गया यहां समिति की सदस्य रेणुका, काउंसलर अपर्णा व पूनम की उपस्थित में परिजनों को सौंप दिया गया। तीन युवतियों को पुलिस ने कागजी कार्रवाई के बाद जाने दिया।
विस्तार
फरीदाबाद में 17 वर्षीय किशोरी की सूझबूझ से मानव तस्करी और देह व्यापार का काम करने वाले गिरोह के दो सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया। रविवार देर रात सूचना पर थाना डबुआ पुलिस ने छापा मारकर एक मकान से तीन युवती और दो किशोरियों को मुक्त कराया। इस दौरान पुलिस के साथ चाइल्ड वेलफेयर संस्था के सदस्य भी मौजूद थे। पकड़े गए आरोपियों में एक महिला और एक पुरुष शामिल है।
बाल कल्याण समिति के चेयरमैन श्रीपाल करहाना ने बताया कि गिरोह की संचालिका रूही और हिजबुल कुछ दिनों पहले असम से दो किशोरियों को एयरपोर्ट में नौकरी दिलाने के बहाने लेकर आई थी। वहां से लाने के बाद आरोपियों ने उनको डबुआ थाना इलाके में स्थित जनता कॉलोनी के एक घर में बंद कर दिया।
वहां तीन युवतियां पहले से ही मौजूद थी। उनमें से एक युवती ने किशोरी को बताया कि यहां कोई नौकरी नहीं है। ये लोग गलत काम करवाने के लिए उन्हें होटलों में भेज देते हैं। किशोरी को सारा माजरा समझ आ गया। उसके पास मोबाइल फोन था।
किशोरी ने तुरंत कंट्रोल रूम में फोन कर मामले की सूचना दी। पुलिस ने टीम बनाकर मकान पर छापा मारा और वहां से तीन युवतियां और दो किशोरियों को मुक्त करवाया। किशोरियों को पुलिस ने बाल कल्याण समिति के सदस्यों के साथ भेज दिया। काउंसलिग के बाद किशोरियों के बयान दर्ज किए गए।
डबुआ थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि एक 17 वर्षीय किशोरी की सूझबूझ से मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करने में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। गिरोह की संचालिका रूही और उसके साथी को कोर्ट में पेश कर दिया है।
किशोरियों के परिजनों से संपर्क कर उन्हें एनआईटी स्थित बाल कल्याण समीति के कार्यालय में बुलाया गया यहां समिति की सदस्य रेणुका, काउंसलर अपर्णा व पूनम की उपस्थित में परिजनों को सौंप दिया गया। तीन युवतियों को पुलिस ने कागजी कार्रवाई के बाद जाने दिया।