वाराणसी। यूपी कॉलेज का संचालन राजर्षि की परंपरा और संस्कृति के अनुसार किया जाएगा। हीवेट क्षत्रिया स्कूल एंडाउमेंट ट्रस्ट के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजा चंद्रमणि सिंह के नेतृत्व में नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने पड़ाव स्थित आश्रम में गुरु पद संभव राम से आशीर्वाद लिया। इसके बाद जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा से मिलकर पदाधिकारियों ने वस्तुस्थिति से अवगत कराया। बातचीत में जिलाधिकारी ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
यूपी कॉलेज की कमान अब हीवेट क्षत्रिया स्कूल एंडाउमेंट ट्रस्ट के हाथ में आ गई है। राजा चंद्रमणि सिंह ने बताया कि ट्रस्ट ने कॉलेज प्रबंध समिति का चुनाव भी करा लिया है। इसमें राजा चंद्रमणिकांत सिंह अध्यक्ष, डॉ. वशिष्ठ सिंह उपाध्यक्ष, डॉ. ब्रजदेव सिंह सचिव और रामआशीष सिंह संयुक्त सचिव चुने गए। चंद्रमणिकांत सिंह राजर्षि उदय प्रताप सिंह के वंशज हैं। प्रबंध समिति के चुनाव की जानकारी काशी विद्यापीठ प्रशासन को दी गई है। चुनाव सम्पन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो पर्यवेक्षक भी भेजे थे। पर्यवेक्षक की रिपोर्ट और प्रबंध समिति की आख्या और अभिलेखों के आधार पर नवगठित प्रबंध समिति का अनुमोदन काशी विद्यापीठ प्रशासन ने कर दिया है। विश्वविद्यालय से अनुमोदन मिलते ही राजा चंद्रमणिकांत सिंह ने प्रबंध समिति के अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया। सभी खातों के संचालन के लिए सचिव ब्रजदेव सिंह और संयुक्त सचिव रामआशीष सिंह को अधिकृत किया गया है। इस दौरान डॉ. वशिष्ठ सिंह, प्राचीन छात्र परिषद के आनंद विजय मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले रजिस्ट्रार फर्म्स, सोसायटीज एंड चिटफंड ने यूपी एजुकेशनल सोसायटी के पंजीकरण को विधिक न मानते हुए निरस्त कर दिया था। पिछले 57 साल से यूपी एजुकेशनल सोसायटी ही यूपी कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थाओं का प्रबंध संभालती थी। हीवेट क्षत्रिया स्कूल एंडाउमेंट ट्रस्ट ने यूपी एजुकेशनल सोसायटी के पंजीकरण पर सवाल खड़ा किया गया था। ट्रस्ट का मानना था कि शिक्षण संस्थाओं के संचालन का अधिकार ट्रस्ट को है।
वाराणसी। यूपी कॉलेज का संचालन राजर्षि की परंपरा और संस्कृति के अनुसार किया जाएगा। हीवेट क्षत्रिया स्कूल एंडाउमेंट ट्रस्ट के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजा चंद्रमणि सिंह के नेतृत्व में नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने पड़ाव स्थित आश्रम में गुरु पद संभव राम से आशीर्वाद लिया। इसके बाद जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा से मिलकर पदाधिकारियों ने वस्तुस्थिति से अवगत कराया। बातचीत में जिलाधिकारी ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
यूपी कॉलेज की कमान अब हीवेट क्षत्रिया स्कूल एंडाउमेंट ट्रस्ट के हाथ में आ गई है। राजा चंद्रमणि सिंह ने बताया कि ट्रस्ट ने कॉलेज प्रबंध समिति का चुनाव भी करा लिया है। इसमें राजा चंद्रमणिकांत सिंह अध्यक्ष, डॉ. वशिष्ठ सिंह उपाध्यक्ष, डॉ. ब्रजदेव सिंह सचिव और रामआशीष सिंह संयुक्त सचिव चुने गए। चंद्रमणिकांत सिंह राजर्षि उदय प्रताप सिंह के वंशज हैं। प्रबंध समिति के चुनाव की जानकारी काशी विद्यापीठ प्रशासन को दी गई है। चुनाव सम्पन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो पर्यवेक्षक भी भेजे थे। पर्यवेक्षक की रिपोर्ट और प्रबंध समिति की आख्या और अभिलेखों के आधार पर नवगठित प्रबंध समिति का अनुमोदन काशी विद्यापीठ प्रशासन ने कर दिया है। विश्वविद्यालय से अनुमोदन मिलते ही राजा चंद्रमणिकांत सिंह ने प्रबंध समिति के अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया। सभी खातों के संचालन के लिए सचिव ब्रजदेव सिंह और संयुक्त सचिव रामआशीष सिंह को अधिकृत किया गया है। इस दौरान डॉ. वशिष्ठ सिंह, प्राचीन छात्र परिषद के आनंद विजय मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले रजिस्ट्रार फर्म्स, सोसायटीज एंड चिटफंड ने यूपी एजुकेशनल सोसायटी के पंजीकरण को विधिक न मानते हुए निरस्त कर दिया था। पिछले 57 साल से यूपी एजुकेशनल सोसायटी ही यूपी कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थाओं का प्रबंध संभालती थी। हीवेट क्षत्रिया स्कूल एंडाउमेंट ट्रस्ट ने यूपी एजुकेशनल सोसायटी के पंजीकरण पर सवाल खड़ा किया गया था। ट्रस्ट का मानना था कि शिक्षण संस्थाओं के संचालन का अधिकार ट्रस्ट को है।