वाराणसी में रविवार को 89 केंद्रों पर हुई शिक्षक योग्यता परीक्षा (टीईटी) में वाराणसी और आसपास के जिलों से आए अधिकांश अभ्यर्थी गणित और संस्कृत के सवालों में उलझे रहे। दो पालियों में हुई परीक्षा की पहली पाली में प्राथमिक स्तर के 89 केंद्रों पर पंजीकृत 48978 में 41896 और दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर के 64 केंद्रों पर 34601 में से 29123 ने परीक्षा दी। कुल 12560 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ी।
जिले में बने 89 केंद्रों पर केवल वाराणसी ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से बहुत से अभ्यर्थी आए थे। कोरोना प्रोटोकॉल पर विशेष जोर रहा। केंद्रों के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क पहनने वालों को भी प्रवेश मिला।
उधर सुरक्षा के लिहाज से सेक्टर, जोनल, स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी निगरानी करते रहे। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. विनोद कुमार राय और अन्य अधिकारियों ने केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
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प्रीति सेठ ने कहा कि प्राथमिक स्तर की परीक्षा वाला पेपर वैसे तो कुल मिलाकर ठीक रहा लेकिन गणित के कुछ सवाल कठिन रहे। पूजा विश्वकर्मा ने कहा कि पेपर में गणित, संस्कूत के साथ ही कुछ सवाल हिंदी, मनोविज्ञान विषय वाले कठिन लग रहे थे।
गाजीपुर के उमेश ने कहा कि कुल मिलाकर पेपर तो ठीक रहा, बस गणित में एक दो सवाल ऐसे रहे, जिसको हल करने में अधिक समय लग गया। वहीं आजमगढ़ के सुशील ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से परीक्षा होगी कि नहीं इसको लेकर संशय था। जैसे ही डेट आ गई, तैयारी शुरू कर दी गई।
यूपीटीईटी की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए शहर से लगे आस-पास के जिलों से आने वाले परीक्षार्थी बस के इंतजार में खड़े रहे। लेकिन समय से बस न मिलने से उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ा। दरअसल वाराणसी परिक्षेत्र की लगभग 50 से ज्यादा बसों को चुनाव ड्यूटी में भेजा गया है। जिसके चलते बसों की संख्या में कमी आई है।
इस वजह से सोनभद्र, शक्तिनगर, प्रयागराज, गाजीपुर और मऊ सहित अन्य जिलों में जाने और आने वाली बसें परीक्षार्थियों के लिए पर्याप्त नहीं हो सकी। परिक्षेत्र में वर्तमान में 503 में 425 बसों का संचालन हो रहा है। जिसमें लगभग 50 बसें चुनाव ड्यूटी में भेज दी गई हैं। बसों की कमी से परिचालन पर असर साफ दिख रहा था। बसें समय पर न मिलने से टीईटी परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों और उनके परिजनों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में काफी दौड़भाग करनी पड़ी।
टीईटी में जिले में दो केंद्रों पर देर से पहुंचने पर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। रामनगर के राधाकिशोरी इंटर कॉलेज और हरहुआ स्थित मां रामप्यारी मेमोरियल इंटर कॉलेज में पहली पाली में देर से पहुंचे कुछ अभ्यर्थियों ने अंदर प्रवेश न मिलने के विरोध में हंगामा किया। गाजीपुर से आई छात्रा ज्योति, इंद्रकेश सिंह आदि ने बताया कि वह सुबह 9.35 बजे गेट पर पहुंच गए थे।
एसडीएम पिंडरा ने किसी तरह समझा-बुझाकर छात्रों को वापस किया। अग्रसेन कन्या पीजी कालेज मैदागिन पर भी अभ्यर्थियों को पांच मिनट की देरी पर लौटा दिया गया। इस दौरान छात्रों ने गेट पर नोकझोंक भी किया।
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यूपीटीईटी के लिए रविवार को कैंट रोडवेज परिसर व उसके इर्द गिर्द सुरक्षा के लिहाज से सीआरपीएफ की नौ टीमों को तैनात किया गया था। जिसमें कुल 36 सुरक्षाकर्मी परिसर, प्रयागराज और लखनऊ गेट के पास और गोरखपुर-गाजीपुर गेट के पास ड्यूटी करते दिखें।
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वाराणसी में रविवार को 89 केंद्रों पर हुई शिक्षक योग्यता परीक्षा (टीईटी) में वाराणसी और आसपास के जिलों से आए अधिकांश अभ्यर्थी गणित और संस्कृत के सवालों में उलझे रहे। दो पालियों में हुई परीक्षा की पहली पाली में प्राथमिक स्तर के 89 केंद्रों पर पंजीकृत 48978 में 41896 और दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर के 64 केंद्रों पर 34601 में से 29123 ने परीक्षा दी। कुल 12560 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ी।
जिले में बने 89 केंद्रों पर केवल वाराणसी ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से बहुत से अभ्यर्थी आए थे। कोरोना प्रोटोकॉल पर विशेष जोर रहा। केंद्रों के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क पहनने वालों को भी प्रवेश मिला।
उधर सुरक्षा के लिहाज से सेक्टर, जोनल, स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी निगरानी करते रहे। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. विनोद कुमार राय और अन्य अधिकारियों ने केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
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