न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Updated Sun, 02 Aug 2020 11:32 AM IST
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उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में बकरीद पर कुर्बानी के अवशेष मिट्टी में दबाने को लेकर तनाव पैदा हो गया। सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई। जहां लाठिया भांजकर मामले को शांत कराया।
आजमगढ़ जिले के मेंहनगर थाना क्षेत्र में बकरीद पर कुर्बानी के अवशेषों को मेंहनगर-खरिहानी मार्ग स्थित कुसमुलिया गांव के पास ट्रैक्टर-ट्राली पर रख कर गिराया जा रहा था। इसकी भनक जब कुसमुलिया के ग्रामीणों को हुई तो प्रधान प्रतिनधि सन्तोष सरोज के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने अवशेष को गिरने से रोक दिया।
नगर पंचायत ने इसकी सूचना थाना प्रभारी दुर्जेन्द्र कुमार सिंह को दी। पुलिस के समझाने पर जब ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस ने लाठी भी भांजी। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन में अवशेष डंप किए जा रहे थे, वहां पर नाम मात्र के बराबर खुदाई हुई है। इससे पशुओं के अवशेष ऊपर रह जाते हैं।
दूसरे दिन कुत्ते इसे लेकर इधर-उधर घूमते हैं। साथ ही उसके बदबू से जीना भी दुश्वार हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर मेंहनगर का मलबा या कचरा है तो नगर पंचायत में डंप कराएं। इसे यहां नहीं दफन करने दिया जाएगा।
थाना प्रभारी ने इसकी सूचना एसडीएम प्रियंका प्रियदर्शी को दी। मौके पर पहुंचकर एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस बार यहीं पर अवशेष डंप होने दें। अगली बार इसके लिए जमीन तलाशी जाएगी।
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में बकरीद पर कुर्बानी के अवशेष मिट्टी में दबाने को लेकर तनाव पैदा हो गया। सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई। जहां लाठिया भांजकर मामले को शांत कराया।
आजमगढ़ जिले के मेंहनगर थाना क्षेत्र में बकरीद पर कुर्बानी के अवशेषों को मेंहनगर-खरिहानी मार्ग स्थित कुसमुलिया गांव के पास ट्रैक्टर-ट्राली पर रख कर गिराया जा रहा था। इसकी भनक जब कुसमुलिया के ग्रामीणों को हुई तो प्रधान प्रतिनधि सन्तोष सरोज के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने अवशेष को गिरने से रोक दिया।
नगर पंचायत ने इसकी सूचना थाना प्रभारी दुर्जेन्द्र कुमार सिंह को दी। पुलिस के समझाने पर जब ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस ने लाठी भी भांजी। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन में अवशेष डंप किए जा रहे थे, वहां पर नाम मात्र के बराबर खुदाई हुई है। इससे पशुओं के अवशेष ऊपर रह जाते हैं।
दूसरे दिन कुत्ते इसे लेकर इधर-उधर घूमते हैं। साथ ही उसके बदबू से जीना भी दुश्वार हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर मेंहनगर का मलबा या कचरा है तो नगर पंचायत में डंप कराएं। इसे यहां नहीं दफन करने दिया जाएगा।
थाना प्रभारी ने इसकी सूचना एसडीएम प्रियंका प्रियदर्शी को दी। मौके पर पहुंचकर एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस बार यहीं पर अवशेष डंप होने दें। अगली बार इसके लिए जमीन तलाशी जाएगी।