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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर रहीं। इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि जो कानून हमारे लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना को चुनौती देते नजर आते हैं, हमें सड़क पर उतरकर उनका विरोध करने से हिचकना नहीं चाहिए।
कांग्रेस पार्टी छात्रों, किसानों, नौजवानों सहित समाज के सभी वर्गों के साथ खड़ी है। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी लीगल सेल बनाएगी जो सीएए के विरोध में देशभर में जेल जाने वाले लोगों को मुकदमा लड़ने में विधिक सहायता दे सके।
उक्त बातें कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को पंचगंगा घाट स्थित श्रीमठ में सीएए के विरोध में जेल जाने वाले लोगों से संवाद के दौरान कहीं।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को जनविरोधी बताते हुए उन्होंने आगे कहा कि सीएए के विरोध में जेल जाने वालों के साथ उनकी पार्टी खड़ी है। कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी तो सभी के मुकदमे खत्म किए जाएंगे। इस समय मुकदमा लड़ने में कांग्रेस पार्टी मदद करेगी।
भाजपा द्वारा पारित किया गया सीएए लोकतंत्र विरोधी है। एनआरसी का भी उद्देश्य देश के संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। कांग्रेस पार्टी देश के लोकतंत्र और संविधान को मजबूती देने के लिए प्रतिबद्ध है। संवाद के दौरान प्रियंका गांधी ने चंपक की मां एकता शेखर और पिता रवि शेखर से विशेष रूप से बातचीत की। दोनों ही लोगों की हौसला अफजाई भी की।
इससे पहले सुबह 8.30 बजे प्रियंका दिल्ली एयरपोर्ट से रवाना होकर चार्टड प्लेन से लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर वाराणसी पहुंचीं। लगभग तीन घंटे के अपने संक्षिप्त दौरे में प्रियंका राजघाट स्थित संत रविदास मंदिर भी गईं। रविदास मंदिर की विजिटर बुक में उन्होंने लिखा कि बहुत दिनों से आने की इच्छा थी, जो पूरी हुई।
इस दौरान मंदिर के प्रबंधक सतीश कुमार ने उन्हें संस्था की दो पत्रिका भेंट की। सतीश की पत्नी बसंती देवी ने उन्हें अपने हाथ से वाराणसी की प्रसिद्ध मिठाई मलाई की गिल्लौरी खिलाई। प्रियंका पर मिठाई के स्वाद का इतना असर हुआ कि उन्होंने कहा कि वाह! मजा आ गया।
बाद में बसंती देवी ने ममतावश जब प्रियंका के मुंह पर लगी मलाई को पोंछने के लिए हाथ बढ़ाया, तो प्रियंका ने भी बेहद स्नेह से मुंह साफ कराया। इस पर बसंती देवी गदगद हो गईं उन्होंने कहा कि देश की इतनी बड़ी नेता से इतना अपनापन पाकर मैं धन्य हो गई। मैंने जरूर कुछ अच्छे कर्म किए होंगे पूर्व जन्म में, जो मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की अगवानी में जुटे समर्थकों की गलती से बड़ा हादसा होते-होते रह गया। भैंसासुर घाट से नाव पर सवार होकर प्रियंका जब गुलेरिया कोठी के लिए निकली तो नाव पर कई समर्थक भी सवार हो गए।
नाव अनियंत्रित होने लगी तो प्रियंका की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने समर्थकों को नीचे उतारना शुरू किया। पंचगंगा घाट पर जाने के लिए भैंसासुर घाट पर नाव पर चढ़ते समय कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू पानी में गिर गए। हालांकि, पास मौजूद सुरक्षाकमिर्यों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने समय रहते उन्हें तुरंत संभाला।
विश्वनाथ मंदिर में कांग्रेसियों और पुलिस के बीच हुई धक्का-मुक्की
काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचने के बाद मंदिर में प्रियंका गांधी के साथ घुसने को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और सुरक्षा कर्मियों में धक्का-मुक्की हुई। हालांकि, समय रहते मंदिर प्रशासन के सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति संभाल ली। इसके पहले काशी विश्वनाथ मंदिर जाते समय रास्ते में प्रियंका गांधी ने सुरक्षा घेरा तोड़कर महाराष्ट्र के तीर्थ यात्रियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हाथ भी मिलाया।
दोपहर 1.20 पर मंदिर में प्रवेश किया और अब मंदिर से दर्शन कर निकलीं और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के कार्यों को देखा। इसके बाद प्रियंका गांधी वाराणसी एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गईं।
इससे पूर्व भैंसासुर घाट पर प्रियंका गांधी घाट की तरफ बढ़ीं तो भीड़ का दबाव ज्यादा था। भीड़ के दबाव के कारण मंदिर से लेकर घाट तक अव्यवस्था रही। प्रियंका को देखने के लिए लोग घाट की रखी चौकियों पर खड़े हो गए। दबाव अधिक होने के कारण एक चौकी टूट गई।
चौकी पर दुकान चलाने वाली बुधना की सात साल की बेटी यह देखकर रो पड़ी। बुधना ने कहा कि हम लोगों की रोजी रोटी खराब हो गई। उसने कांग्रेस के लोगों से इसकी शिकायत की। सीता राम केशरी ने उसकी चौकी दुरुस्त करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद वह शांत हुई।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर रहीं। इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि जो कानून हमारे लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना को चुनौती देते नजर आते हैं, हमें सड़क पर उतरकर उनका विरोध करने से हिचकना नहीं चाहिए।
कांग्रेस पार्टी छात्रों, किसानों, नौजवानों सहित समाज के सभी वर्गों के साथ खड़ी है। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी लीगल सेल बनाएगी जो सीएए के विरोध में देशभर में जेल जाने वाले लोगों को मुकदमा लड़ने में विधिक सहायता दे सके।
उक्त बातें कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को पंचगंगा घाट स्थित श्रीमठ में सीएए के विरोध में जेल जाने वाले लोगों से संवाद के दौरान कहीं।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को जनविरोधी बताते हुए उन्होंने आगे कहा कि सीएए के विरोध में जेल जाने वालों के साथ उनकी पार्टी खड़ी है। कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी तो सभी के मुकदमे खत्म किए जाएंगे। इस समय मुकदमा लड़ने में कांग्रेस पार्टी मदद करेगी।
रविदास मंदिर में प्रियंका वाड्रा
भाजपा द्वारा पारित किया गया सीएए लोकतंत्र विरोधी है। एनआरसी का भी उद्देश्य देश के संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। कांग्रेस पार्टी देश के लोकतंत्र और संविधान को मजबूती देने के लिए प्रतिबद्ध है। संवाद के दौरान प्रियंका गांधी ने चंपक की मां एकता शेखर और पिता रवि शेखर से विशेष रूप से बातचीत की। दोनों ही लोगों की हौसला अफजाई भी की।
इससे पहले सुबह 8.30 बजे प्रियंका दिल्ली एयरपोर्ट से रवाना होकर चार्टड प्लेन से लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर वाराणसी पहुंचीं। लगभग तीन घंटे के अपने संक्षिप्त दौरे में प्रियंका राजघाट स्थित संत रविदास मंदिर भी गईं। रविदास मंदिर की विजिटर बुक में उन्होंने लिखा कि बहुत दिनों से आने की इच्छा थी, जो पूरी हुई।
इस दौरान मंदिर के प्रबंधक सतीश कुमार ने उन्हें संस्था की दो पत्रिका भेंट की। सतीश की पत्नी बसंती देवी ने उन्हें अपने हाथ से वाराणसी की प्रसिद्ध मिठाई मलाई की गिल्लौरी खिलाई। प्रियंका पर मिठाई के स्वाद का इतना असर हुआ कि उन्होंने कहा कि वाह! मजा आ गया।
बाद में बसंती देवी ने ममतावश जब प्रियंका के मुंह पर लगी मलाई को पोंछने के लिए हाथ बढ़ाया, तो प्रियंका ने भी बेहद स्नेह से मुंह साफ कराया। इस पर बसंती देवी गदगद हो गईं उन्होंने कहा कि देश की इतनी बड़ी नेता से इतना अपनापन पाकर मैं धन्य हो गई। मैंने जरूर कुछ अच्छे कर्म किए होंगे पूर्व जन्म में, जो मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ।
समय रहते सतर्कता से टल गया बड़ा हादसा
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की अगवानी में जुटे समर्थकों की गलती से बड़ा हादसा होते-होते रह गया। भैंसासुर घाट से नाव पर सवार होकर प्रियंका जब गुलेरिया कोठी के लिए निकली तो नाव पर कई समर्थक भी सवार हो गए।
नाव अनियंत्रित होने लगी तो प्रियंका की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने समर्थकों को नीचे उतारना शुरू किया। पंचगंगा घाट पर जाने के लिए भैंसासुर घाट पर नाव पर चढ़ते समय कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू पानी में गिर गए। हालांकि, पास मौजूद सुरक्षाकमिर्यों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने समय रहते उन्हें तुरंत संभाला।
विश्वनाथ मंदिर में कांग्रेसियों और पुलिस के बीच हुई धक्का-मुक्की
काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचने के बाद मंदिर में प्रियंका गांधी के साथ घुसने को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और सुरक्षा कर्मियों में धक्का-मुक्की हुई। हालांकि, समय रहते मंदिर प्रशासन के सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति संभाल ली। इसके पहले काशी विश्वनाथ मंदिर जाते समय रास्ते में प्रियंका गांधी ने सुरक्षा घेरा तोड़कर महाराष्ट्र के तीर्थ यात्रियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हाथ भी मिलाया।
दोपहर 1.20 पर मंदिर में प्रवेश किया और अब मंदिर से दर्शन कर निकलीं और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के कार्यों को देखा। इसके बाद प्रियंका गांधी वाराणसी एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गईं।
बुधना की टूटी चौकी तो रो पड़ी बिटिया
इससे पूर्व भैंसासुर घाट पर प्रियंका गांधी घाट की तरफ बढ़ीं तो भीड़ का दबाव ज्यादा था। भीड़ के दबाव के कारण मंदिर से लेकर घाट तक अव्यवस्था रही। प्रियंका को देखने के लिए लोग घाट की रखी चौकियों पर खड़े हो गए। दबाव अधिक होने के कारण एक चौकी टूट गई।
चौकी पर दुकान चलाने वाली बुधना की सात साल की बेटी यह देखकर रो पड़ी। बुधना ने कहा कि हम लोगों की रोजी रोटी खराब हो गई। उसने कांग्रेस के लोगों से इसकी शिकायत की। सीता राम केशरी ने उसकी चौकी दुरुस्त करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद वह शांत हुई।