उन्नाव। लखनऊ से कानपुर जाने वाले रूट पर शनिवार को जाजमऊ गंगा पुल पर वाहनों का प्रवेश रोकने से हाईवे पर दिनभर जाम रहा। पुल की मरम्मत का काम 20 दिन तक चलेगा। बंथर से आजाद मार्ग चौराहा तक तीन किमी तक वाहनों की कतारें लगी रहीं। भारी वाहनों को रायबरेली रूट पर मोड़ा गया तो अचलगंज सहित अन्य स्थानों पर जाम लग गया। हल्के वाहनों को शुक्लागंज-बैराज मार्ग पर मोड़ा गया। इस मार्ग पर भी 15 किमी लंबा जाम रहा।
उन्नाव और कानपुर जिले की सीमा पर स्थित जाजमऊ के गंगा पुल की मरम्मत शनिवार को शुरू हुई। सुबह 8 बजे से वाहनों का कानपुर में प्रवेश रोक दिया गया। कुछ ही देर में जाजमऊ पुल से गदनखेड़ा चौराहा तक जाम लग गया। इसके बाद भारी वाहनों को गदनखेड़ा और आजाद मार्ग चौराहा से रायबरेली मार्ग पर डायवर्ट किया गया। हल्के वाहनों को आजाद मार्ग चौराहा से गंगा बैराज की तरफ मोड़ा गया। यातायात का दबाव बढ़ने और ट्रेनों के आवागमन के कारण हर बीस मिनट में सरैया रेलवे क्रासिंग बंद होने से पूरे दिन जाम रहा। यातायत प्रभारी प्रदीप कुमार यातायात और थाना पुलिस जवानों के साथ जाम खुलवाने और वाहनों को डायवर्ट करने की मशक्कत करते रहे। हाईवे पर अत्यधिक यातायात होने से जाम से निपटने की हर कोशिश नाकाफी साबित होती रही। बैराज मार्ग पर जाम को खुलवाने में गंगाघाट कोतवाली प्रभारी अरविंद सिंह पूरी टीम के साथ दिन भर पसीना बहाते रहे।
डीएम और एसपी ने लिया जायजा
हाईवे सहित कानपुर जाने अन्य प्रमुख मार्गों पर सुबह से जाम की समस्या से निपटने के लिए शाम छह बजे डीएम रवींद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी ने हालात का जायजा लिया। दोनों अधिकारी पहले आजाद मार्ग चौराहा पहुंचे। यहां जाम से निजात के लिए एसपी ने भी काफी देर तक मोर्चा संभाला। एसपी ने अन्य थानों का भी फोर्स लगाने के निर्देश दिए हैं।
कई एंबुलेंस और वीआईपी भी फंसे
दिन भर रहे जाम में कई वीआईपी और कुछ एंबुलेंस भी फंसीं। हालांकि यातायात प्रभारी प्रदीप कुमार ने टीम के साथ मिलकर वीआईपी और एंबुलेंस को पहले निकलवाया।
बारी-बारी निकाले जाते रहे वाहन
यातायात सामान्य बनाए रखने के लिए कानपुर की ओर से आने और हाईवे से कानपुर जाने वाले वाहनों को पांच से 10 मिनट के लिए रोका जाता रहा। कानपुर से आने वाले वाहनों को रोक कर हाईवे के वाहनों को आजाद मार्ग से बैराज मार्ग की ओर भेजा जाता। इसके बाद हाईवे के ट्रैफिक रोक कर कानपुर से लखनऊ जाने वाले वाहनों को निकाला जाता था। इससे यातायात रेंगता रहा।
धूप में घंटों तपते रहे मुसाफिर
कानपुर जाने वाले यात्री वाहनों को भी गंगा बैराज मार्ग से निकाला गया। इनमें कई बसें व अन्य वाहन भी शामिल रहे। यात्री वाहनों में सवार लोग चिलचिलाती धूप में घटों जाम में फंसे रहे। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को हुई। वह भूख और प्यास से बेहाल रहे।
शहरी क्षेत्र में भी रहा असर
हाईवे पर जाम का असर शहर में भी रहा। गंगा बैराज से होकर कानपुर जाने के लिए लखनऊ की ओर से आने वाले चार पहिया व अन्य हल्के वाहन शहर के भीतर से होकर निकले। इससे शहर में भी दिन में कई बार जाम लगा। हालांकि अतिरिक्त यातायात पुलिस जवानों की पहले से तैनाती किए जाने से समय रहते जाम खुलता रहा। उधर यातायात का दबाव बढ़ने से अचलगंज कस्बा और चकलवंशी कस्बा चौराहा पर भी दिनभर जाम रहा।
उन्नाव। लखनऊ से कानपुर जाने वाले रूट पर शनिवार को जाजमऊ गंगा पुल पर वाहनों का प्रवेश रोकने से हाईवे पर दिनभर जाम रहा। पुल की मरम्मत का काम 20 दिन तक चलेगा। बंथर से आजाद मार्ग चौराहा तक तीन किमी तक वाहनों की कतारें लगी रहीं। भारी वाहनों को रायबरेली रूट पर मोड़ा गया तो अचलगंज सहित अन्य स्थानों पर जाम लग गया। हल्के वाहनों को शुक्लागंज-बैराज मार्ग पर मोड़ा गया। इस मार्ग पर भी 15 किमी लंबा जाम रहा।
उन्नाव और कानपुर जिले की सीमा पर स्थित जाजमऊ के गंगा पुल की मरम्मत शनिवार को शुरू हुई। सुबह 8 बजे से वाहनों का कानपुर में प्रवेश रोक दिया गया। कुछ ही देर में जाजमऊ पुल से गदनखेड़ा चौराहा तक जाम लग गया। इसके बाद भारी वाहनों को गदनखेड़ा और आजाद मार्ग चौराहा से रायबरेली मार्ग पर डायवर्ट किया गया। हल्के वाहनों को आजाद मार्ग चौराहा से गंगा बैराज की तरफ मोड़ा गया। यातायात का दबाव बढ़ने और ट्रेनों के आवागमन के कारण हर बीस मिनट में सरैया रेलवे क्रासिंग बंद होने से पूरे दिन जाम रहा। यातायत प्रभारी प्रदीप कुमार यातायात और थाना पुलिस जवानों के साथ जाम खुलवाने और वाहनों को डायवर्ट करने की मशक्कत करते रहे। हाईवे पर अत्यधिक यातायात होने से जाम से निपटने की हर कोशिश नाकाफी साबित होती रही। बैराज मार्ग पर जाम को खुलवाने में गंगाघाट कोतवाली प्रभारी अरविंद सिंह पूरी टीम के साथ दिन भर पसीना बहाते रहे।
डीएम और एसपी ने लिया जायजा
हाईवे सहित कानपुर जाने अन्य प्रमुख मार्गों पर सुबह से जाम की समस्या से निपटने के लिए शाम छह बजे डीएम रवींद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी ने हालात का जायजा लिया। दोनों अधिकारी पहले आजाद मार्ग चौराहा पहुंचे। यहां जाम से निजात के लिए एसपी ने भी काफी देर तक मोर्चा संभाला। एसपी ने अन्य थानों का भी फोर्स लगाने के निर्देश दिए हैं।
कई एंबुलेंस और वीआईपी भी फंसे
दिन भर रहे जाम में कई वीआईपी और कुछ एंबुलेंस भी फंसीं। हालांकि यातायात प्रभारी प्रदीप कुमार ने टीम के साथ मिलकर वीआईपी और एंबुलेंस को पहले निकलवाया।
बारी-बारी निकाले जाते रहे वाहन
यातायात सामान्य बनाए रखने के लिए कानपुर की ओर से आने और हाईवे से कानपुर जाने वाले वाहनों को पांच से 10 मिनट के लिए रोका जाता रहा। कानपुर से आने वाले वाहनों को रोक कर हाईवे के वाहनों को आजाद मार्ग से बैराज मार्ग की ओर भेजा जाता। इसके बाद हाईवे के ट्रैफिक रोक कर कानपुर से लखनऊ जाने वाले वाहनों को निकाला जाता था। इससे यातायात रेंगता रहा।
धूप में घंटों तपते रहे मुसाफिर
कानपुर जाने वाले यात्री वाहनों को भी गंगा बैराज मार्ग से निकाला गया। इनमें कई बसें व अन्य वाहन भी शामिल रहे। यात्री वाहनों में सवार लोग चिलचिलाती धूप में घटों जाम में फंसे रहे। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को हुई। वह भूख और प्यास से बेहाल रहे।
शहरी क्षेत्र में भी रहा असर
हाईवे पर जाम का असर शहर में भी रहा। गंगा बैराज से होकर कानपुर जाने के लिए लखनऊ की ओर से आने वाले चार पहिया व अन्य हल्के वाहन शहर के भीतर से होकर निकले। इससे शहर में भी दिन में कई बार जाम लगा। हालांकि अतिरिक्त यातायात पुलिस जवानों की पहले से तैनाती किए जाने से समय रहते जाम खुलता रहा। उधर यातायात का दबाव बढ़ने से अचलगंज कस्बा और चकलवंशी कस्बा चौराहा पर भी दिनभर जाम रहा।