कटरा (श्रावस्ती)। राजकीय महामाया महाविद्यालय इकौना में प्राचार्य की अध्यक्षता में हिंदी पखवाड़ा दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इसकी शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।
प्राचार्य धर्मेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि 14 सितंबर को हिंदी को आधिकारिक तौर पर भारत की संविधान सभा द्वारा अपनी आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाया गया था। इसका मतलब था कि हिंदी में लिखी गई कोई भी रिपोर्ट या बिल संसद में स्वीकार्य होगा। हिंदी की सरलता और सुंदरता के कारण अनेक प्रसिद्ध विद्वानों ने हिंदी को स्वीकार किया है। भाषा को स्वीकार करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
हरिवंश राय बच्चन, तुलसीदास, कबीरदास व मुंशी प्रेमचंद सहित हिंदी लेखकों द्वारा निर्मित साहित्य के कार्यों को सार्वजनिक रूप से पढ़ा जाता है। हिंदी के प्राध्यापक डॉ. आशुतोष मिश्र ने कहा कि हमारे देश का मान एवं सम्मान हिंदी भाषा ही। इस मौके पर निबंध प्रतियोगिता कराई गई। इसमें सपना शुक्ला प्रथम, अभिषेक शुक्ला द्वितीय व नीरज शुक्ल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस दौरान डॉ. श्याम नारायण वर्मा, डॉ. दिलीप कुमार व डॉ. उपेंद्र सोनी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर सभी छात्र व छात्राएं मौजूद रहीं।
कटरा (श्रावस्ती)। राजकीय महामाया महाविद्यालय इकौना में प्राचार्य की अध्यक्षता में हिंदी पखवाड़ा दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इसकी शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।
प्राचार्य धर्मेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि 14 सितंबर को हिंदी को आधिकारिक तौर पर भारत की संविधान सभा द्वारा अपनी आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाया गया था। इसका मतलब था कि हिंदी में लिखी गई कोई भी रिपोर्ट या बिल संसद में स्वीकार्य होगा। हिंदी की सरलता और सुंदरता के कारण अनेक प्रसिद्ध विद्वानों ने हिंदी को स्वीकार किया है। भाषा को स्वीकार करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
हरिवंश राय बच्चन, तुलसीदास, कबीरदास व मुंशी प्रेमचंद सहित हिंदी लेखकों द्वारा निर्मित साहित्य के कार्यों को सार्वजनिक रूप से पढ़ा जाता है। हिंदी के प्राध्यापक डॉ. आशुतोष मिश्र ने कहा कि हमारे देश का मान एवं सम्मान हिंदी भाषा ही। इस मौके पर निबंध प्रतियोगिता कराई गई। इसमें सपना शुक्ला प्रथम, अभिषेक शुक्ला द्वितीय व नीरज शुक्ल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस दौरान डॉ. श्याम नारायण वर्मा, डॉ. दिलीप कुमार व डॉ. उपेंद्र सोनी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर सभी छात्र व छात्राएं मौजूद रहीं।