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शामली। बजट में जिले में पीपीपी मॉडल के तहत मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू करने की घोषणा के बाद से जल्द ही जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद जगी है। अभी जनपद में जिला अस्पताल की भी शुरुआत नहीं हो सकी है। केवल सीएचसी पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पा रही हैं। मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाने से जिलावासियों को उपचार के लिए सहारनपुर, मेरठ या हरियाणा नहीं जाना होगा।
पिछले वर्ष प्रदेश सरकार ने शामली समेत 16 जिलों में मेडिकल कालेज बनाए जाने की घोषणा की थी। पिछले वर्ष एक मार्च को शामली में पुलिस लाइन के आवासीय-अनावासीय भवन के निर्माण का शिलान्यास करने आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां मेडिकल कालेज बनाने की बात कही थी। इसके बाद जिले में मेडिकल कालेज बनाने के लिए जमीन चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। नोएडा की टीम ने जिला अस्पताल के पास पड़ी भूमि को देखा था। प्रशासन ने जिला संयुक्त चिकित्सालय के निकट 16 एकड़ भूमि का चयन प्रस्ताव शासन को भेजा था। सोमवार को पेश किए गए यूपी के बजट में पीपीपी मॉडल पर शामली समेत 16 जिलों में मेडिकल कॉलेज का संचालन करने की घोषणा की है। इसके बाद जल्द ही जिले को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलने की उम्मीद जगी है। अभी तक जिले में नवनिर्मित जिला अस्पताल की भी शुरुआत नहीं हो सकी है। बिल्डिंग और मशीनें लग चुकी हैं लेकिन चिकित्सक की तैनाती नहीं होने से मरीजों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा। मेडिकल कॉलेज बन जाने से जिलेवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। सीडीओ शंभूनाथ तिवारी का कहना है कि मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि का प्रस्ताव पहले ही शासन को भेजा जा चुका है। आगे शासन से जो भी निर्देश मिलेंगे उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
शामली। बजट में जिले में पीपीपी मॉडल के तहत मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू करने की घोषणा के बाद से जल्द ही जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद जगी है। अभी जनपद में जिला अस्पताल की भी शुरुआत नहीं हो सकी है। केवल सीएचसी पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पा रही हैं। मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाने से जिलावासियों को उपचार के लिए सहारनपुर, मेरठ या हरियाणा नहीं जाना होगा।
पिछले वर्ष प्रदेश सरकार ने शामली समेत 16 जिलों में मेडिकल कालेज बनाए जाने की घोषणा की थी। पिछले वर्ष एक मार्च को शामली में पुलिस लाइन के आवासीय-अनावासीय भवन के निर्माण का शिलान्यास करने आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां मेडिकल कालेज बनाने की बात कही थी। इसके बाद जिले में मेडिकल कालेज बनाने के लिए जमीन चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। नोएडा की टीम ने जिला अस्पताल के पास पड़ी भूमि को देखा था। प्रशासन ने जिला संयुक्त चिकित्सालय के निकट 16 एकड़ भूमि का चयन प्रस्ताव शासन को भेजा था। सोमवार को पेश किए गए यूपी के बजट में पीपीपी मॉडल पर शामली समेत 16 जिलों में मेडिकल कॉलेज का संचालन करने की घोषणा की है। इसके बाद जल्द ही जिले को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलने की उम्मीद जगी है। अभी तक जिले में नवनिर्मित जिला अस्पताल की भी शुरुआत नहीं हो सकी है। बिल्डिंग और मशीनें लग चुकी हैं लेकिन चिकित्सक की तैनाती नहीं होने से मरीजों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा। मेडिकल कॉलेज बन जाने से जिलेवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। सीडीओ शंभूनाथ तिवारी का कहना है कि मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि का प्रस्ताव पहले ही शासन को भेजा जा चुका है। आगे शासन से जो भी निर्देश मिलेंगे उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।