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किसानों ने सौंपा सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन
Updated Tue, 11 Sep 2018 12:34 AM IST
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सहारनपुर। ब्याज सहित बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराने सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों ने सिटी मजिस्ट्रेट शेरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के श्रीगणेश के लिए हुई जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर 15 दिनों में पूरा गन्ना मूल्य भुगतान करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो शुगर मिलें समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं करतीं और देरी पर ब्याज नहीं देतीं, उन्हें बाहरी क्रय केंद्रों पर किराया कटौती करने का कोई हक नहीं है।
सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपे ज्ञापन में किसानों ने कहा कि कोर्ट भी इस बात को कह चुका है कि देरी से भुगतान किए गए गन्ना मूल्य पर ब्याज किसानों का वैधानिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि किसान तमाम कर्ज पर बैंकों ओर साहूकारों को ब्याज देते हैं। हजारों करोड़ों के बकाएदार मिल मालिक मजे से है और थोडे़ से कर्ज पर किसानों का उत्पीड़न किया जाता है। उन्होंने कहा कि गन्ना पर्चियों को बिजली के बिल, बैंक ऋण और अन्य सरकारी अदायगी के लिए मान्य किया जाए। उन्होंने वाजिब गन्ना मूल्य घोषित करने की भी मांग की। प्रीतम चौधरी, अरुण राणा, पहल सिंह यादव, प्रभात कुमार, रविन्द्र, कुशलपाल सिंह आदि रहे।
सहारनपुर। ब्याज सहित बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराने सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों ने सिटी मजिस्ट्रेट शेरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के श्रीगणेश के लिए हुई जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर 15 दिनों में पूरा गन्ना मूल्य भुगतान करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो शुगर मिलें समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं करतीं और देरी पर ब्याज नहीं देतीं, उन्हें बाहरी क्रय केंद्रों पर किराया कटौती करने का कोई हक नहीं है।
सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपे ज्ञापन में किसानों ने कहा कि कोर्ट भी इस बात को कह चुका है कि देरी से भुगतान किए गए गन्ना मूल्य पर ब्याज किसानों का वैधानिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि किसान तमाम कर्ज पर बैंकों ओर साहूकारों को ब्याज देते हैं। हजारों करोड़ों के बकाएदार मिल मालिक मजे से है और थोडे़ से कर्ज पर किसानों का उत्पीड़न किया जाता है। उन्होंने कहा कि गन्ना पर्चियों को बिजली के बिल, बैंक ऋण और अन्य सरकारी अदायगी के लिए मान्य किया जाए। उन्होंने वाजिब गन्ना मूल्य घोषित करने की भी मांग की। प्रीतम चौधरी, अरुण राणा, पहल सिंह यादव, प्रभात कुमार, रविन्द्र, कुशलपाल सिंह आदि रहे।