शहर के तुलसी सदन (हादी हाल) में गुरुवार को विहिप और बजरंग दल के विशाल हिंदू सम्मेलन में हिंदुओं की एकता पर जोर दिया गया। कहा गया कि एकजुट होकर ही आतंकवाद से लड़ा जा सकता है। केंद्र सरकार को आगाह किया गया कि वह पाकिस्तान के पेशावर में हुई घटना से सबक लेते हुए आतंकवादियों के खिलाफ सख्ती से पेश आए। केंद्र सरकार से अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
मुख्य अतिथि काशी सुमेरु पीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि आतंकवाद को पुष्पित और पल्लवित करने का काम पाकिस्तान कर रहा है। उसे लगता था कि शायद जिन आतंकवादियों को वह पाल रहा है वे सिर्फ भारत के खिलाफ हथियारों का प्रयोग करेंगे। मगर पेशावर के आर्मी स्कूल में हुई निर्दोष बच्चों की हत्या ने साबित कर दिया कि आतंकवादी किसी के नहीं हो सकते। शंकराचार्य ने हिंदुओं से जात-पांत से ऊपर उठकर एक होने की अपील की। कहाकि संगठित और विकसित समाज से ही आतंकवाद का खात्मा संभव है। उन्होंने कहा कि अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन को चाहिए कि सभी विकसित देश एक होकर आतंकवाद के खात्मे की दिशा में प्रयास करें। पाकिस्तान में चल रहे आतंकवादी शिविरों को हवाई हमला कर नष्ट किया जाए, अन्यथा पेशावर जैसी घटनाएं होती रहेंगी।
उन्होंने कहा कि गाय और गंगा की रक्षा सभी का धर्म है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह देश में चल रहे बूचड़खानों को बंद करने के लिए ठोस कानून बनाए। तमाम मुसलमान भी गोवंश हत्या को गलत मानते हैं। राम मंदिर मुद्दे पर बाबरी मस्जिद के प्रमुख पक्षकार हाशिम अंसारी ने अपना नाम वापस लेने और वहां राम मंदिर देखने की बात कही है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह माहौल तैयार कर राम मंदिर निर्माण की सभी बाधाओं को दूर करे। राष्ट्रवादी मुसलमान भी इस बात से सहमत हैं। शंकराचार्य ने देश में समान नागरिक आचार संहिता लागू करने और भारत विरोधी तत्वों को कड़ी सजा देने की मांग की। साध्वी प्राची ने भी हिंदुओं की एकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू दर्शन शांति का संदेश देता है। मगर शांति को कायरता नहीं समझा जाना चाहिए। आज अगर हिंदू हितों की बात की जाती है तो तथाकथित धर्मनिरपेक्ष ताकतें हंगामा शुरू कर देती हैं। हिंदुओं की बात करने वाले को सांप्रदायिक करार देने लगते हैं। मुस्लिम तुष्टीकरण की बात करने वालों के खिलाफ कोई आगे नहीं आता है। मुसलमान भी ऐसे लोगों की हकीकत समझने लगे हैं। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अमरेश सिंह, संचालन रविकांत और विष्णु बरनवाल एवं रामनारायण, सुनील, अजय श्रीवास्तव, अनिल, विनय आदि ने किया। साध्वी प्राची को एकल विद्यालय व दुर्गा वाहिनी ने तलवार भेंट की। केंद्र मंत्री विनायक राव देशपांडे को बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने त्रिशूल दिया। शंकराचार्य को विहिप व बजरंगदल की ओर से त्रिशूल भेंट किया गया।
शहर के तुलसी सदन (हादी हाल) में गुरुवार को विहिप और बजरंग दल के विशाल हिंदू सम्मेलन में हिंदुओं की एकता पर जोर दिया गया। कहा गया कि एकजुट होकर ही आतंकवाद से लड़ा जा सकता है। केंद्र सरकार को आगाह किया गया कि वह पाकिस्तान के पेशावर में हुई घटना से सबक लेते हुए आतंकवादियों के खिलाफ सख्ती से पेश आए। केंद्र सरकार से अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
मुख्य अतिथि काशी सुमेरु पीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि आतंकवाद को पुष्पित और पल्लवित करने का काम पाकिस्तान कर रहा है। उसे लगता था कि शायद जिन आतंकवादियों को वह पाल रहा है वे सिर्फ भारत के खिलाफ हथियारों का प्रयोग करेंगे। मगर पेशावर के आर्मी स्कूल में हुई निर्दोष बच्चों की हत्या ने साबित कर दिया कि आतंकवादी किसी के नहीं हो सकते। शंकराचार्य ने हिंदुओं से जात-पांत से ऊपर उठकर एक होने की अपील की। कहाकि संगठित और विकसित समाज से ही आतंकवाद का खात्मा संभव है। उन्होंने कहा कि अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन को चाहिए कि सभी विकसित देश एक होकर आतंकवाद के खात्मे की दिशा में प्रयास करें। पाकिस्तान में चल रहे आतंकवादी शिविरों को हवाई हमला कर नष्ट किया जाए, अन्यथा पेशावर जैसी घटनाएं होती रहेंगी।
उन्होंने कहा कि गाय और गंगा की रक्षा सभी का धर्म है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह देश में चल रहे बूचड़खानों को बंद करने के लिए ठोस कानून बनाए। तमाम मुसलमान भी गोवंश हत्या को गलत मानते हैं। राम मंदिर मुद्दे पर बाबरी मस्जिद के प्रमुख पक्षकार हाशिम अंसारी ने अपना नाम वापस लेने और वहां राम मंदिर देखने की बात कही है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह माहौल तैयार कर राम मंदिर निर्माण की सभी बाधाओं को दूर करे। राष्ट्रवादी मुसलमान भी इस बात से सहमत हैं। शंकराचार्य ने देश में समान नागरिक आचार संहिता लागू करने और भारत विरोधी तत्वों को कड़ी सजा देने की मांग की। साध्वी प्राची ने भी हिंदुओं की एकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू दर्शन शांति का संदेश देता है। मगर शांति को कायरता नहीं समझा जाना चाहिए। आज अगर हिंदू हितों की बात की जाती है तो तथाकथित धर्मनिरपेक्ष ताकतें हंगामा शुरू कर देती हैं। हिंदुओं की बात करने वाले को सांप्रदायिक करार देने लगते हैं। मुस्लिम तुष्टीकरण की बात करने वालों के खिलाफ कोई आगे नहीं आता है। मुसलमान भी ऐसे लोगों की हकीकत समझने लगे हैं। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अमरेश सिंह, संचालन रविकांत और विष्णु बरनवाल एवं रामनारायण, सुनील, अजय श्रीवास्तव, अनिल, विनय आदि ने किया। साध्वी प्राची को एकल विद्यालय व दुर्गा वाहिनी ने तलवार भेंट की। केंद्र मंत्री विनायक राव देशपांडे को बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने त्रिशूल दिया। शंकराचार्य को विहिप व बजरंगदल की ओर से त्रिशूल भेंट किया गया।