शनिवार को आसमान में बादलों की उमड़-घुमड़ होती रही। दिनभर बादलों के बीच से निकलने के लिए सूर्यदेव मशक्कत करते रहे। जगह-जगह बूंदाबांदी भी हुई। इससे ठंड में इजाफा हो गया। लोग स्वेटर व जैकेट में दिखे। अधिकतम तापमान 26.8 व न्यूनतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में परिवर्तन हुआ। बारिश के आसार बने हुए हैं।
शनिवार को आसमान में बदलों की सक्रियता बढ़ गई। सुबह बूंदाबांदी भी हुई। शहर में सुबह लोग मार्निंगवाक पर निकले तो स्वेटर, जैकेट पहने रहे। बादलों की वजह से सूर्यदेव दिनभर लुकाछिपी करते रहे। धूप न खिलने की वजह से ठंड का असर रहा। मौसम खराब होने से बाजारों में भी चहल-पहल कम रही। शहर के पंजाबी मार्केट, बाबागंज, अंबेडकर चौराहा, घंटाघर, पल्टनबाजार सहित बाजारों में भीड़ कम रही। दोपहर बाद शहर में बूंदाबांदी शुरू हो गई।
हालांकि थोड़ी देर तक ही बूंदाबांदी हुई। इधर शाम को आसमान में बादलों उमड़-घुमड़ तेज हो गई। मौसम वैज्ञानिक देशराज मीना ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम परिवर्तन हुआ है। बारिश के आसार बने हुए हैं।
तीन दिन तक रहेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर
जिले में तीन दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ का असर रहेगा। बूंदाबांदी के साथ ही बारिश के भी आसार बने हुए हैं। मौसम वैज्ञानिक देशराज मीना ने बताया कि पश्चिमी हवाओं का असर बना हुआ है। बारिश हो सकती है।
किसानों की बढ़ी बचैनी, गेहूं,चना, मटर, सरसों, आलू की फसलों पर संकट
बारिश होने पर धान, गेहूं, आलू, चना, मटर की फसल को भारी नुकसान हो सकता है। शनिवार की सुबह आसमान में बादलों की उमड़-घुमड़ देख किसान परेशान हो गए। जिले में इस बार गेहूं की फसल का दायरा बढ़ा है। 1.43 लाख हेक्टेअर गेहूं की फसल की बुवाई का लक्ष्य है। गेहूं, चना, मटर, सरसों, आलू की बुवाई भी शुरू हो गई है।
ऐन वक्त पर मौसम का मिजाज बदलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। शनिवार की सुबह आसमान में बादलों ने डेरा जमा लिया। जिले के रानीगंज, कुंडा, लालगंज, सदर व पट्टी तहसील में दिनभर किसान खेतों में पसीना बहाते नजर आए। किसानों का कहना है कि बुवाई को अभी महज एक सप्ताह भी नहीं हुए है। ऐसे में बारिश हुई तो फसलों को नुकसान होगा।
धान की फसल को सुरक्षित करने में जुटे रहे किसान
खराब मौसम की वजह से किसान परेशान रहे। शनिवार को दिनभर किसान फसलों को सुरक्षित करने में जुटे रहे। क्षेत्र के रानीगंज, पट्टी, लालगंज, कुंडा व सदर क्षेत्र में दिनभर किसान फसलों को खलिहान में सुरक्षित करने लगे रहे।
शनिवार को आसमान में बादलों की उमड़-घुमड़ होती रही। दिनभर बादलों के बीच से निकलने के लिए सूर्यदेव मशक्कत करते रहे। जगह-जगह बूंदाबांदी भी हुई। इससे ठंड में इजाफा हो गया। लोग स्वेटर व जैकेट में दिखे। अधिकतम तापमान 26.8 व न्यूनतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में परिवर्तन हुआ। बारिश के आसार बने हुए हैं।
शनिवार को आसमान में बदलों की सक्रियता बढ़ गई। सुबह बूंदाबांदी भी हुई। शहर में सुबह लोग मार्निंगवाक पर निकले तो स्वेटर, जैकेट पहने रहे। बादलों की वजह से सूर्यदेव दिनभर लुकाछिपी करते रहे। धूप न खिलने की वजह से ठंड का असर रहा। मौसम खराब होने से बाजारों में भी चहल-पहल कम रही। शहर के पंजाबी मार्केट, बाबागंज, अंबेडकर चौराहा, घंटाघर, पल्टनबाजार सहित बाजारों में भीड़ कम रही। दोपहर बाद शहर में बूंदाबांदी शुरू हो गई।
हालांकि थोड़ी देर तक ही बूंदाबांदी हुई। इधर शाम को आसमान में बादलों उमड़-घुमड़ तेज हो गई। मौसम वैज्ञानिक देशराज मीना ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम परिवर्तन हुआ है। बारिश के आसार बने हुए हैं।
तीन दिन तक रहेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर
जिले में तीन दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ का असर रहेगा। बूंदाबांदी के साथ ही बारिश के भी आसार बने हुए हैं। मौसम वैज्ञानिक देशराज मीना ने बताया कि पश्चिमी हवाओं का असर बना हुआ है। बारिश हो सकती है।
किसानों की बढ़ी बचैनी, गेहूं,चना, मटर, सरसों, आलू की फसलों पर संकट
बारिश होने पर धान, गेहूं, आलू, चना, मटर की फसल को भारी नुकसान हो सकता है। शनिवार की सुबह आसमान में बादलों की उमड़-घुमड़ देख किसान परेशान हो गए। जिले में इस बार गेहूं की फसल का दायरा बढ़ा है। 1.43 लाख हेक्टेअर गेहूं की फसल की बुवाई का लक्ष्य है। गेहूं, चना, मटर, सरसों, आलू की बुवाई भी शुरू हो गई है।
ऐन वक्त पर मौसम का मिजाज बदलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। शनिवार की सुबह आसमान में बादलों ने डेरा जमा लिया। जिले के रानीगंज, कुंडा, लालगंज, सदर व पट्टी तहसील में दिनभर किसान खेतों में पसीना बहाते नजर आए। किसानों का कहना है कि बुवाई को अभी महज एक सप्ताह भी नहीं हुए है। ऐसे में बारिश हुई तो फसलों को नुकसान होगा।
धान की फसल को सुरक्षित करने में जुटे रहे किसान
खराब मौसम की वजह से किसान परेशान रहे। शनिवार को दिनभर किसान फसलों को सुरक्षित करने में जुटे रहे। क्षेत्र के रानीगंज, पट्टी, लालगंज, कुंडा व सदर क्षेत्र में दिनभर किसान फसलों को खलिहान में सुरक्षित करने लगे रहे।