पशु व्यापारी से लूट और गोली कांड मामले में हिरासत में लिए गए मुख्य नामजद आरोपी द्वारा घटना के संबंध में अनभिज्ञता जताने पर पुलिस अब असमंजस में है। पुलिस ने चार अन्य संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में लिया है।
23 जून को सुबह 8.30 बजे मोहल्ला ग्यासपुर के पशु व्यापारी मोहम्मद जफर कुरैशी से बाइक सवार तीन बदमाशों ने 2.06 लाख रुपये लूट लिए थे और विरोध करने पर उसे गोली मारकर घायल कर दिया था। घायल के भाई मोहम्मद हसनैन द्वारा कोतवाली में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में विनोद सिंह, उसके भाई शेरसिंह को नामजद किया गया था और उनके तीसरे साथी को अज्ञात बताया गया था। नामजद आरोपी जिला शाहजहांपुर के थाना निगोही क्षेत्र के गांव चकसफौरा के मूल निवासी और बीसलपुर के मोहल्ला हबीबुल्ला खां जनूबी के हाल निवासी हैं। पुलिस ने मुख्य नामजद आरोपी विनोद सिंह को शुक्रवार को ही हिरासत में ले लिया था और उससे कई घंटे पूछताछ की। सीओ बीपी सिंह ने भी विनोद से पूछताछ की। पूछताछ में विनोद द्वारा घटना के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की गई है। विनोद ने पुलिस को बताया कि जिस समय यह घटना हुई है, उस समय वह उत्तराखंड के रुद्रपुर में मौजूद था। विनोद द्वारा घटना के बारे में अनभिज्ञता जताने से पुलिस असमंजस में है। सीओ ने बताया कि अभी तक की जांच पड़ताल में विनोद की संलिप्तता सिद्ध नहीं हो पाई है, फिर भी विनोद से लगातार पूछताछ की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इस लूटकांड के संबंध में चार अन्य संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
पशु व्यापारी से लूट और गोली कांड मामले में हिरासत में लिए गए मुख्य नामजद आरोपी द्वारा घटना के संबंध में अनभिज्ञता जताने पर पुलिस अब असमंजस में है। पुलिस ने चार अन्य संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में लिया है।
23 जून को सुबह 8.30 बजे मोहल्ला ग्यासपुर के पशु व्यापारी मोहम्मद जफर कुरैशी से बाइक सवार तीन बदमाशों ने 2.06 लाख रुपये लूट लिए थे और विरोध करने पर उसे गोली मारकर घायल कर दिया था। घायल के भाई मोहम्मद हसनैन द्वारा कोतवाली में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में विनोद सिंह, उसके भाई शेरसिंह को नामजद किया गया था और उनके तीसरे साथी को अज्ञात बताया गया था। नामजद आरोपी जिला शाहजहांपुर के थाना निगोही क्षेत्र के गांव चकसफौरा के मूल निवासी और बीसलपुर के मोहल्ला हबीबुल्ला खां जनूबी के हाल निवासी हैं। पुलिस ने मुख्य नामजद आरोपी विनोद सिंह को शुक्रवार को ही हिरासत में ले लिया था और उससे कई घंटे पूछताछ की। सीओ बीपी सिंह ने भी विनोद से पूछताछ की। पूछताछ में विनोद द्वारा घटना के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की गई है। विनोद ने पुलिस को बताया कि जिस समय यह घटना हुई है, उस समय वह उत्तराखंड के रुद्रपुर में मौजूद था। विनोद द्वारा घटना के बारे में अनभिज्ञता जताने से पुलिस असमंजस में है। सीओ ने बताया कि अभी तक की जांच पड़ताल में विनोद की संलिप्तता सिद्ध नहीं हो पाई है, फिर भी विनोद से लगातार पूछताछ की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इस लूटकांड के संबंध में चार अन्य संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।