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पूरनपुर। मान्यताप्राप्त स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे 94 शिक्षकों का वर्ष 2017 में डीईएलईडी का प्रशिक्षण शुरू हुआ था। द्वितीय वर्ष की परीक्षा देने वाले शिक्षकों की बीआरसी कार्यालय परिसर में कार्यशाला में प्रयोगात्मक परीक्षा हुई थी। प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर ऑनलाइन भेजे जाने थे। उस समय तैनात रहे बीआरसी कार्यालय के कर्मचारी शिक्षकों के प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर ऑनलाइन भेजना भूल गए। परिणाम स्वरूप डीईएलईडी की परीक्षा देने वाले सभी शिक्षक फेल हो गए। परीक्षा परिणाम बुधवार को आने पर इसकी जानकारी हुई। प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर ऑनलाइन न भेजे जाने पर शिक्षकों में रोष है। वरिष्ठ एबीआरसी वासुदेव यादव ने बताया कि ऑनलाइन साइट न खुलने पर तब तैनात रहे एबीआरसी प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर ऑनलाइन नहीं कर सके थे। डायट को इसकी जानकारी देकर सूची भेजी गई थी। ताकि नंबरों को ऑनलाइन भेजा जा सके। खंड शिक्षा अधिकारी सुरेश पाल ने बताया कि मामला डायट स्तर का है। प्रकरण की जानकारी की जाएगी।
पूरनपुर। मान्यताप्राप्त स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे 94 शिक्षकों का वर्ष 2017 में डीईएलईडी का प्रशिक्षण शुरू हुआ था। द्वितीय वर्ष की परीक्षा देने वाले शिक्षकों की बीआरसी कार्यालय परिसर में कार्यशाला में प्रयोगात्मक परीक्षा हुई थी। प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर ऑनलाइन भेजे जाने थे। उस समय तैनात रहे बीआरसी कार्यालय के कर्मचारी शिक्षकों के प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर ऑनलाइन भेजना भूल गए। परिणाम स्वरूप डीईएलईडी की परीक्षा देने वाले सभी शिक्षक फेल हो गए। परीक्षा परिणाम बुधवार को आने पर इसकी जानकारी हुई। प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर ऑनलाइन न भेजे जाने पर शिक्षकों में रोष है। वरिष्ठ एबीआरसी वासुदेव यादव ने बताया कि ऑनलाइन साइट न खुलने पर तब तैनात रहे एबीआरसी प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर ऑनलाइन नहीं कर सके थे। डायट को इसकी जानकारी देकर सूची भेजी गई थी। ताकि नंबरों को ऑनलाइन भेजा जा सके। खंड शिक्षा अधिकारी सुरेश पाल ने बताया कि मामला डायट स्तर का है। प्रकरण की जानकारी की जाएगी।