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25 साल से डाक बंगले में चल रहा कॉलेज
भोपा (मुजफ्फरनगर)। बारह गांव की बेटियां पढ़ाई को हर दिन जटमुझेड़ा आती हैं, जिनकी संख्या करीब 600 है। 25 साल पहले प्रारंभ हुई संस्था को न अपना भवन मिला और न ही सरकार वित्त पोषित बना पाई। सिंचाई विभाग के डाक बंगले में संचालित स्वामी विवेकानंद कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं को इंतजार है कि कब सरकार उनकी मांग को पूरा करेंगी।
वर्ष 1993 में शिक्षा ऋषि वीतराग स्वामी कल्याण देव ने जटमुझेड़ा के सिंचाई विभाग के डाक बंगले में बेटियों की शिक्षा के लिए इंटर कॉलेज की शुरुआत की थी। भोपा से मुजफ्फरनगर के बीच यह एक मात्र संस्था है, जहां छात्राएं 12 वीं तक की शिक्षा पाती है। जटमुझेड़ा, तिगरी, भंडूरा, चांदपुर, बरुकी, रसूलपुर, कसौली, कासमपुरा समेत क्षेत्र के बारह गांव की बेटियां यहां अध्ययनरत है। विज्ञान, कला और गृह विज्ञान संकाय की संस्था को मान्यता है। ढाई दशक बीतने के बावजूद भी कॉलेज सरकार की उपेक्षा का दंश झेल रहा है। तत्कालीन अखिलेश सरकार में कॉलेज की शैक्षिक विशिष्टता के दृष्टिगत माध्यमिक शिक्षा विभाग ने संस्था को राजकीय घोषित कर दिया था, मगर भूमि सिंचाई विभाग की होने की वजह से पूरी प्रक्रिया थम गई। पूर्व डीएम सुरेंद्र सिंह ने वर्ष 2013 में छात्राओं के भविष्य को बचाने के उद्देश्य से शासन स्तर पर उक्त भूमि को माध्यमिक शिक्षा विभाग को स्थानांतरित किए जाने की पत्रावली भेजी थी। संस्था प्रबंधक चौधरी नेपाल सिंह तथा प्रबंध समिति अध्यक्ष सुनील कुमार भंडूरा ने बताया कि क्षेत्र की 600 से ज्यादा बेटियों की शिक्षा इसी कॉलेज पर निर्भर है। संस्था को वित्त पोषित बनाने के लिए बीते 15 साल में तमाम प्रयास कर चुके है, लेकिन अभी तक कॉलेज को भूमि आवंटित नहीं की गई है। छात्राओं की फीस और जन सहयोग से ही कॉलेज को संचालित किया जा रहा है। छात्राएं दिपाली भंडूरा, तोशीम तिगरी, संध्या व प्राची जटमुझेड़ा, छवि ठकरान व विनस चांदपुर कहती है कि सरकार कॉलेज को प्रोत्साहन दे, ताकि क्षेत्र की बेटियां पढ़ाई में आगे बढ़ सके।
बेटियों का कल संवारने में जुटी शिक्षिकाएं
भोपा। प्रधानाचार्या कुसुम लता आर्य बताती है कि कॉलेज की छात्राओं का रिजल्ट यूपी बोर्ड में शत प्रतिशत रहता है। बेटियों की पढ़ाई में शिक्षिकाओं की मेहनत सराहनीय है। वरिष्ठ शिक्षिका सविता और दर्शना अरोरा बताती है कि बीते 25 साल से वे विद्यालय में कार्यरत है। सरकार ने न जाने क्यों जिले की इस महत्वपूर्ण संस्था को उपेक्षित रखा है। ऐसे में पढ़े बेटियां, बढ़े बेटियां कैसे सार्थक होगा। गरीब बेटियों को पढ़ाने में प्रबंध समिति एवं शिक्षिकाएं खुद प्रयास करती है।
शिकागो के भाषण को 125 साल, छात्राओं ने किया नमन
भोपा। अमेरिका के शिकागो में 11 सितंबर 1893 को विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण को मंगलवार आज 125 वर्ष पूरे होंगे। छात्राओं ने युग पुरुष स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर नमन कर उनके महान व्यक्तित्व का स्मरण किया। वर्ष 2003 में शिक्षा ऋषि स्वामी कल्याण देव के आग्रह पर तत्कालीन सिंचाई मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने मूर्ति का अनावरण किया था। तत्कालीन मुख्य सचिव योगेंद्र नारायण माथुर ने 16 सितंबर 2000 को संस्था में बने हॉल का लोकार्पण किया। पूर्व राज्यपाल वीरेंद्र वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढिंढसा आदि बड़े राजनीतिज्ञ कॉलेज में पधारे, मगर आज तक कॉलेज को अपना भवन नहीं मिल पाया।
- सिंचाई विभाग के डाक बंगले में संचालित कन्या इंटर कॉलेज को राजकीय घोषित कर दिया गया था, मगर तमाम प्रयास के बावजूद भूमि माध्यमिक शिक्षा विभाग को हस्तानांतरित नहीं होने से मामला अटक गया। सीएम योगी आदित्यनाथ को कॉलेज के संदर्भ में पत्रावली सौंपी गई है। शासन स्तर पर निर्णय के बाद ही कॉलेज को अपनी भूमि और भवन मिल पाएगा।
- स्वामी ओमानंद सरस्वती
पीठाधीश्वर, भागवत पीठ शुकदेव आश्रम, शुक्रताल