मेरठ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो रही हैं। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में पहला पेपर हिंदी का है। परीक्षा के लिए 101 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें नौ केंद्र संवेदनशील हैं, पिछले बार 14 केंद्र संवेदनशील थे।
जिले को 12 सेक्टरों में बांटा गया है। परीक्षा केंद्र के 100 मीटर के दायरे में धारा-144 लगा दी गई है। नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराना चुनौती होगा। नकल करते और कराते पकड़े जाने पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इस बार पिछले साल के मुकाबले छह परीक्षा केंद्र कम बनाए गए हैं। सात सचल दल बनाए गए हैं, जिनमें हर एक में पांच-पांच सदस्य होंगे। 12 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 15 स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल, माचिस और कैलकुलेटर आदि ले जाना प्रतिबंधित होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरजेश चौधरी ने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा में 43498 परीक्षार्थी तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा में 43107 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। बोर्ड परीक्षाओं में कुल 86605 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इनमें हाईस्कूल में 25181 छात्र और 18317 छात्राएं हैं। इंटरमीडिएट में 26027 छात्र और 17080 छात्राएं हैं। छह राजकीय, 85 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय और 10 स्ववित्त पोषित विद्यालय हैं। प्रत्येक केंद्र पर एक केंद्र व्यवस्थापक होगा। इसके अलावा 87 अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापकों की व्यवस्था की गई है। एक संकलन केंद्र और दो उप संकलन केंद्र बनाए गए हैं। पांच मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं।
बेफिक्र होकर दें परीक्षा
बोर्ड की परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों में तनाव रहता है। परीक्षा की तैयारी होने के बाद भी मन में डर सा रहता है। लेकिन मनोचिकित्सकों का कहना है कि अगर बेफिक्र होकर परीक्षा दें तो अच्छे अंक पा सकते हैं। मनोचिकित्सक डॉ. रवि राणा का कहना है कि एग्जाम में बैठने से पहले घबरना नहीं चाहिए। शांत मन से और बेफिक्र होकर परीक्षा देनी चाहिए। एग्जाम में तनाव जितना कम लेंगे, उतना ही बेहतर तरीके से परीक्षा दे सकेंगे और रिजल्ट पर भी इसका असर पड़ेगा।
टिप्स
- सबसे पहले पेपर को सही से पढ़ें
- पहले से पढ़े कोर्स को रिवाइज करें
- कुछ नया पढ़ने की कोशिश में न उलझें
- पेपर से पहले मन में कोई टेंशन न लें
परीक्षा का समय
पहली पाली सुबह आठ बजे से सवा 11 बजे तक।
दूसरी पाली दोपहर दो बजे से सवा पांच बजे तक।
मेरठ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो रही हैं। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में पहला पेपर हिंदी का है। परीक्षा के लिए 101 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें नौ केंद्र संवेदनशील हैं, पिछले बार 14 केंद्र संवेदनशील थे।
जिले को 12 सेक्टरों में बांटा गया है। परीक्षा केंद्र के 100 मीटर के दायरे में धारा-144 लगा दी गई है। नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराना चुनौती होगा। नकल करते और कराते पकड़े जाने पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इस बार पिछले साल के मुकाबले छह परीक्षा केंद्र कम बनाए गए हैं। सात सचल दल बनाए गए हैं, जिनमें हर एक में पांच-पांच सदस्य होंगे। 12 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 15 स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल, माचिस और कैलकुलेटर आदि ले जाना प्रतिबंधित होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरजेश चौधरी ने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा में 43498 परीक्षार्थी तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा में 43107 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। बोर्ड परीक्षाओं में कुल 86605 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इनमें हाईस्कूल में 25181 छात्र और 18317 छात्राएं हैं। इंटरमीडिएट में 26027 छात्र और 17080 छात्राएं हैं। छह राजकीय, 85 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय और 10 स्ववित्त पोषित विद्यालय हैं। प्रत्येक केंद्र पर एक केंद्र व्यवस्थापक होगा। इसके अलावा 87 अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापकों की व्यवस्था की गई है। एक संकलन केंद्र और दो उप संकलन केंद्र बनाए गए हैं। पांच मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं।
बेफिक्र होकर दें परीक्षा
बोर्ड की परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों में तनाव रहता है। परीक्षा की तैयारी होने के बाद भी मन में डर सा रहता है। लेकिन मनोचिकित्सकों का कहना है कि अगर बेफिक्र होकर परीक्षा दें तो अच्छे अंक पा सकते हैं। मनोचिकित्सक डॉ. रवि राणा का कहना है कि एग्जाम में बैठने से पहले घबरना नहीं चाहिए। शांत मन से और बेफिक्र होकर परीक्षा देनी चाहिए। एग्जाम में तनाव जितना कम लेंगे, उतना ही बेहतर तरीके से परीक्षा दे सकेंगे और रिजल्ट पर भी इसका असर पड़ेगा।
टिप्स
- सबसे पहले पेपर को सही से पढ़ें
- पहले से पढ़े कोर्स को रिवाइज करें
- कुछ नया पढ़ने की कोशिश में न उलझें
- पेपर से पहले मन में कोई टेंशन न लें
परीक्षा का समय
पहली पाली सुबह आठ बजे से सवा 11 बजे तक।
दूसरी पाली दोपहर दो बजे से सवा पांच बजे तक।