आंख का ऑपरेशन कराने आई महिला को ट्रीटमेंट की जगह पर डॉक्टर का थप्पड़ खाना पड़ा, जिसके बाद जिला चिकित्सालय में हंगामा खड़ा हो गया। पीड़ित मरीज के परिजनों के लिखित शिकायत करने पर आरोपी महिला चिकित्सक के खिलाफ सीएमएस ने दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है।
मामला सोमवार दोपहर का है। मरीज महरू निशा मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने जिला अस्पताल आई थी। शिकायत में आरोप लगाया कि ऑपरेशन के दौरान मरीज की आंख में खुजली हुई तो वो अपने हाथ से खुजाने लगी, जिस पर ऑपरेशन कर रही चिकित्सक डॉ. अंशुमा अग्रवाल ने मरीज को थप्पड़ जड़ कर सीधे रहने के लिए कहा।
हालांकि उसके बाद ऑपरेशन करा लिया गया, लेकिन जैसे ही मरीज ओटी से बाहर आई तो उसने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद परिजन शिकायत करने के लिए सीएमएस कार्यालय पहुंचे तो वहां पर कोई नहीं मिला। परिजनों ने इस मामले में सपा नेता को जानकारी दी तो सपा नेता ने सोमवार शाम सीएमएस को फोन कर जानकारी दी। परिजनों ने मंगलवार सुबह सीएमएस को लिखित शिकायत दी, जिसके बाद जिला अस्पताल में हलचल मच गई। आरोपी चिकित्सक दो साल से ही सरकारी चिकित्सा सेवा में आई हैं और अभी तक लेवल वन की ही चिकित्सा अधिकारी हैं।
एक सप्ताह में पूरी होगी जांच
सीएमएस द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच कमेटी में डॉ. अलका शर्मा व डॉ. रवि प्रकाश को शामिल किया गया है। यह कमेटी सोमवार को ओटी में मौजूद रहे स्टाफ से लेकर दोनों पक्षों से पूछताछ के बाद एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी।
लिखित शिकायत में सीधे तौर पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. वीके गुुप्ता, सीएमएस, जिला चिकित्सालय
आंख का ऑपरेशन कराने आई महिला को ट्रीटमेंट की जगह पर डॉक्टर का थप्पड़ खाना पड़ा, जिसके बाद जिला चिकित्सालय में हंगामा खड़ा हो गया। पीड़ित मरीज के परिजनों के लिखित शिकायत करने पर आरोपी महिला चिकित्सक के खिलाफ सीएमएस ने दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है।
मामला सोमवार दोपहर का है। मरीज महरू निशा मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने जिला अस्पताल आई थी। शिकायत में आरोप लगाया कि ऑपरेशन के दौरान मरीज की आंख में खुजली हुई तो वो अपने हाथ से खुजाने लगी, जिस पर ऑपरेशन कर रही चिकित्सक डॉ. अंशुमा अग्रवाल ने मरीज को थप्पड़ जड़ कर सीधे रहने के लिए कहा।
हालांकि उसके बाद ऑपरेशन करा लिया गया, लेकिन जैसे ही मरीज ओटी से बाहर आई तो उसने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद परिजन शिकायत करने के लिए सीएमएस कार्यालय पहुंचे तो वहां पर कोई नहीं मिला। परिजनों ने इस मामले में सपा नेता को जानकारी दी तो सपा नेता ने सोमवार शाम सीएमएस को फोन कर जानकारी दी। परिजनों ने मंगलवार सुबह सीएमएस को लिखित शिकायत दी, जिसके बाद जिला अस्पताल में हलचल मच गई। आरोपी चिकित्सक दो साल से ही सरकारी चिकित्सा सेवा में आई हैं और अभी तक लेवल वन की ही चिकित्सा अधिकारी हैं।
एक सप्ताह में पूरी होगी जांच
सीएमएस द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच कमेटी में डॉ. अलका शर्मा व डॉ. रवि प्रकाश को शामिल किया गया है। यह कमेटी सोमवार को ओटी में मौजूद रहे स्टाफ से लेकर दोनों पक्षों से पूछताछ के बाद एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी।
लिखित शिकायत में सीधे तौर पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. वीके गुुप्ता, सीएमएस, जिला चिकित्सालय