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देवउठनी एकादशी के साथ ही बुधवार से विवाह आदि मांगलिक आयोजन शुरू हो जाएंगे। बैंड, बाजा, बरात सब कुछ परंपरा के अनुसार होगा। हालांकि कोरोना काल में इस बार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सैनिटाइजेशन और अन्य नियमों को सख्ती से पालन किया जाएगा।
होटल मंडपों में कोरोना से सुरक्षा संबंधित व्यवस्थाएं
इस बार होटल, मंडप और पार्टी पैलेस में कोरोना से सुरक्षा संबंधी विशेष इंतजाम किए गए हैं। मंडप स्वामियों के अनुसार एंट्री गेट पर सैनिटाइजर का प्रयोग करना हर बराती के लिए अनिवार्य होगा। कार्यक्रम के मध्य में तीन से चार बार सैनिटाइजर का छिड़काव किया जाएगा।
सीटिंग टेबलों पर भी सैनिटाइजर की बोतलें रखी जाएंगी। 4 फीट की दूरी के साथ सीटिंग व्यवस्था की गई हैं। इस बार भोजन के लिए थाली ग्लब्ज व मास्क पहने वेटर ही मेहमानों को देंगे। कुछ जगहों पर वेटर ही भोजन परोसेंगे। वरमाला और फेरों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा।
वधू पक्ष मेरठ में आकर कर रहा शादी
शहर में पहली बार एक ही दिन में एक हजार से अधिक विवाह होने जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण हैं कि दिल्ली, हरियाणा, गाजियाबाद और हापुड़ निवासी वधू पक्ष के लोग भी मेरठ में ही आकर वैवाहिक आयोजन कर रहे हैं। इसके अलावा मार्च से जून के बीच होने वाले विवाह आयोजन भी नवंबर और दिसंबर में होंगे। देवउठनी एकादशी धार्मिक दृष्टि से बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। ऐसे में इस दिन विवाह आयोजन बहुत ही शुभ फलदायक होंगे।
इन मंडपों में होंगे आयोजन
ब्रेवुरा, ग्रेंड-5, अलकनंदा, क्रोम, सेडिसन ग्रीन, पैराडाइज, सेवन इलेविन, ग्रेड अमारी, ला फ्लोरा, राजारानी, राधा गोविंद, हारमनी इन सहित सभी होटल और मंडप
गुलाब की वरमाला 5 हजार की
विवाह के पहले दिन से ही फूलों के भाव काफी तेज हो गए हैं। गेंदे की गठरी 500 से 800 रुपये तक पहुंच गई है। सबसे महंगी वरमाला है। आम दिनों में 1500-1750 रुपये के बीच मिलने वाली ओरगेट की वरमाला की कीमत 4-5 हजार के बीच है। गुलाब की जयमाला आम दिनों में 1800-2400 रुपये के बीच रहती है, इस बार इसकी कीमत 5-6 हजार के बीच है। जयमाला के लिए एडवांस बुकिंग है। मंडप स्वामी जयमाला के लिए 11 हजार रुपये तक ले रहे हैं।
डीएम से मांगी 800 की अनुमति
मंडप एसोसिएशन पदाधिकारी विवाह आयोजनों में होने वाली समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी से मिले। महामंत्री विपुल सिंघल ने कहा कि छोटे हॉल में जिस तरह 50 प्रतिशत सीटिंग की व्यवस्था का आदेश है। ऐसे में जो खुले मंडप हैं और जहां 2 हजार तक की क्षमता हैं वहां 40 प्रतिशत की अनुमति दी जानी चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी आयोजन के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है। बैंड और डीजे के लिए अलग से अनुमति नहीं है। मंडप एसोसिएशन ने कहा कि संपूर्ण कार्यक्रम की वीडियोग्राफी कराने की जिम्मेदारी आयोजक की होनी चाहिए। वह ही मंडप स्वामी सहित प्रशासन को आयोजन की कॉपी उपलब्ध कराए।
सार
- 1000 से ज्यादा विवाह समारोह होंगे आज शहर में
- कोरोना काल के बीच मांगलिक आयोजनों को संपन्न कराना होगी चुनौती
विस्तार
देवउठनी एकादशी के साथ ही बुधवार से विवाह आदि मांगलिक आयोजन शुरू हो जाएंगे। बैंड, बाजा, बरात सब कुछ परंपरा के अनुसार होगा। हालांकि कोरोना काल में इस बार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सैनिटाइजेशन और अन्य नियमों को सख्ती से पालन किया जाएगा।
होटल मंडपों में कोरोना से सुरक्षा संबंधित व्यवस्थाएं
इस बार होटल, मंडप और पार्टी पैलेस में कोरोना से सुरक्षा संबंधी विशेष इंतजाम किए गए हैं। मंडप स्वामियों के अनुसार एंट्री गेट पर सैनिटाइजर का प्रयोग करना हर बराती के लिए अनिवार्य होगा। कार्यक्रम के मध्य में तीन से चार बार सैनिटाइजर का छिड़काव किया जाएगा।
सीटिंग टेबलों पर भी सैनिटाइजर की बोतलें रखी जाएंगी। 4 फीट की दूरी के साथ सीटिंग व्यवस्था की गई हैं। इस बार भोजन के लिए थाली ग्लब्ज व मास्क पहने वेटर ही मेहमानों को देंगे। कुछ जगहों पर वेटर ही भोजन परोसेंगे। वरमाला और फेरों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा।
वधू पक्ष मेरठ में आकर कर रहा शादी
शहर में पहली बार एक ही दिन में एक हजार से अधिक विवाह होने जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण हैं कि दिल्ली, हरियाणा, गाजियाबाद और हापुड़ निवासी वधू पक्ष के लोग भी मेरठ में ही आकर वैवाहिक आयोजन कर रहे हैं। इसके अलावा मार्च से जून के बीच होने वाले विवाह आयोजन भी नवंबर और दिसंबर में होंगे। देवउठनी एकादशी धार्मिक दृष्टि से बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। ऐसे में इस दिन विवाह आयोजन बहुत ही शुभ फलदायक होंगे।
इन मंडपों में होंगे आयोजन
ब्रेवुरा, ग्रेंड-5, अलकनंदा, क्रोम, सेडिसन ग्रीन, पैराडाइज, सेवन इलेविन, ग्रेड अमारी, ला फ्लोरा, राजारानी, राधा गोविंद, हारमनी इन सहित सभी होटल और मंडप
गुलाब की वरमाला 5 हजार की
विवाह के पहले दिन से ही फूलों के भाव काफी तेज हो गए हैं। गेंदे की गठरी 500 से 800 रुपये तक पहुंच गई है। सबसे महंगी वरमाला है। आम दिनों में 1500-1750 रुपये के बीच मिलने वाली ओरगेट की वरमाला की कीमत 4-5 हजार के बीच है। गुलाब की जयमाला आम दिनों में 1800-2400 रुपये के बीच रहती है, इस बार इसकी कीमत 5-6 हजार के बीच है। जयमाला के लिए एडवांस बुकिंग है। मंडप स्वामी जयमाला के लिए 11 हजार रुपये तक ले रहे हैं।
डीएम से मांगी 800 की अनुमति
मंडप एसोसिएशन पदाधिकारी विवाह आयोजनों में होने वाली समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी से मिले। महामंत्री विपुल सिंघल ने कहा कि छोटे हॉल में जिस तरह 50 प्रतिशत सीटिंग की व्यवस्था का आदेश है। ऐसे में जो खुले मंडप हैं और जहां 2 हजार तक की क्षमता हैं वहां 40 प्रतिशत की अनुमति दी जानी चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी आयोजन के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है। बैंड और डीजे के लिए अलग से अनुमति नहीं है। मंडप एसोसिएशन ने कहा कि संपूर्ण कार्यक्रम की वीडियोग्राफी कराने की जिम्मेदारी आयोजक की होनी चाहिए। वह ही मंडप स्वामी सहित प्रशासन को आयोजन की कॉपी उपलब्ध कराए।