मानदेय की मांग को लेकर संविदाकर्मियों का धरना
अमर उजाला ब्यूरो
मवाना। मानदेय न मिलने पर बुधवार को विद्युत निगम के संविदाकर्मियों ने अधिशासी अभियंता के कार्यालय के बाहर धरना दिया। पांच सूत्रीय मांग पत्र अधिशासी अभियंता को सौंपा। मांग पूरी न होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी।
डिवीजन अध्यक्ष नजर अली ने बताया कि मवाना डिवीजन से फलावदा, हस्तिनापुर, परीक्षितगढ़, बना, बहसूमा आदि बिजली घर जुड़े है। जहां 90 संविदाकर्मी तैनात हैं। पिछले पांच माह से उन्हें मानदेय नहीं दिया गया है, जिस कारण उन्हें आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। मानदेय जल्द दिये जाने को लेकर बुधवार को अधिशासी अभियंता के कार्यालय के बाहर धरना दिया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने अधिशासी अभियंता को ज्ञापन देते हुए 31 जनवरी 2019 तक शीघ्र भुगतान किए जाने, 2016, 17, 18 सब ठेकेदार से केवाईसी कराए जाने की मांग की। ईएसआई कार्ड के नाम पर काटा गया पैसा वापस दिए जाने, आईटीआई वाले कर्मचारियों को आईटीआई के हिसाब से पैसा दिए जाने, कुशल कर्मचारियों को उनकी कुशलता के हिसाब से वेतन दिए जाने की मांग की। अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह का कहना है कि डिवीजन प्रथम का दो माह व डिवीजन द्वितीय का एक माह का फंड रुका हुआ था, जो आ गया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल कर्मचारियों का दिसंबर 2018 तक का मानदेय दे दिया जायेगा।
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मांग पूरी न होने पर किसानों ने दी आत्महत्या करने की चेतावनी
मवाना। किसान एकता संघर्ष संगठन के नेतृत्व में चल रहा धरना बुधवार को जारी रहा। किसानों ने एसडीएम मवाना को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांग पूरी न होने पर आत्महत्या करने की चेतावनी दी। अध्यक्ष शौकीन गुर्जर ने बताया कि ढाई माह से अधिक किसानों को धरने पर बैठे हो गया है, लेकिन न तो गन्ना विभाग ने उनकी सुनवाई की और न ही अधिकारियों ने उनकी मांग पूरी करने की जहमत उठाई। किसानों ने चेतावनी दी। अगर जल्द ही मांग पूरी नहीं की गई तो वह आत्महत्या कर लेंगे। एसडीएम मवाना अंकुर श्रीवास्तव का कहना है कि इस संबंध में अधिकारियों से वार्ता चल रही है और आने वाले मंगलवार को मिल अधिकारी, गन्ना अधिकारियों के साथ बैठक भी तहसील में आयोजित की जायेगी। अमित पंवार, देव शर्मा, सेवा सिंह, ओमकार, अनेश कुमार आदि मौजूद रहे।