चार माह पहले ऐरा पुल पर हुए हादसे में दस लोगों की मौत के बाद भी प्रशासन नहीं चेता
हाईवे के चौड़ीकरण के बाद अंधाधुंध स्पीड से दौड़ते हैं वाहन, होती है जानमाल की क्षति
लखीमपुर खीरी। पीलीभीत-बस्ती नेशनल हाईवे डेंजर जोन बनता जा रहा है। हाईवे के चौड़ीकरण के बाद अंधाधुंध स्पीड में दौड़ रहे भारी वाहन बेकाबू होकर लोगों को जान-माल का नुकसान पहुंचा रहे हैं। करीब चार माह पहले ऐरा पुल पर हुए हादसे में दस लोगों की मौत होने के बाद भी प्रशासन ने सुरक्षात्मक कदम नहीं उठाए हैं।
कोतवाली सदर के रामापुर चौकी क्षेत्र के गांव पनगी खुर्द में शनिवार की रात हुए दो हादसों में भी वाहनों की तेज रफ्तार ही दुर्घटना की वजह बनी है। पहले तेज रफ्तार कार ने स्कूटी सवार को टक्कर मारी। इसके बाद तेज रफ्तार ट्रक ने भीड़ को रौंद दिया। हालांकि दूसरा कारण यह भी बताया जा रहा है कि ट्रक चालक नशे में गाड़ी चला रहा था। इसे ट्रक चालक की लापरवाही ही कहेंगे, लेकिन छह लोगों की मौत होने से यह कृत्य भयंकर अपराध से कम नहीं माना जा सकता है।
बावजूद इसके चालक के विरुद्ध कोई कड़ी कार्रवाई होना नामुमकिन है, क्योंकि एमवी एक्ट के लचीले कानून का फायदा उठाकर चालक को कुछ घंटे में ही जमानत मिल जाएगी। ऐसे हादसों को रोकने के लिए नेशनल हाईवे पर स्पीड ब्रेकर भी नहीं बनाए जा सकते हैं तो फिर वाहनों की तेज रफ्तार पर नियंत्रण कैसे लगाया जा सकता है। अब पुलिस-प्रशासन को दूसरे विकल्पों पर ही गौर करना होगा, जिसमें वाहन चालकों की जांच करनी होगी।
सड़क पर कहीं कोई गड्ढा नहीं है। सड़क के दोनों ओर एज मार्किंग और सेंटर लाइन बनी हुई है। फिर भी विशेषज्ञों से तकनीकी राय ली जा रही है, जिससे जो भी उपाय आवश्यक होंगे वह किए जाएंगे। स्पीड को नियंत्रित करने के लिए ब्रेकर बनाने का प्रावधान नहीं है।
- शुभ नारायण, अधिशासी अभियंता, एनएच
कुछ माह पहले नेशनल हाईवे पर हुए भीषण हादसे
केस- एक
ऐरा पुल पर हुए हादसे में कार्रवाई का पता नहीं
28 सितंबर 2022 की सुबह लखीमपुर-बहराईच मार्ग पर शारदा नदी के ऐरा पुल पर तेज रफ्तार बस और मिनी ट्रक की भिड़ंत होने से बस में सवार 10 यात्रियों की मौत हुई थी। 39 लोग घायल हुए थे। हादसे में ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर इतिश्री कर ली गई थी। अबतक क्या कार्रवाई हुई, इसका जिम्मेेदार अधिकारियों को भी पता नहीं है।
केस-दो
सदर विधायक की गाड़ी से दो लोगों की हुई थी मौत
पीलीभीत-बस्ती हाईवे पर सदर कोतवाली के रामापुर में 18 अप्रैल 2022 की रात को विधायक लिखी काली स्कॉर्पियो ने बाइक सवार दो सगे भाइयों को कुचल दिया था। हादसे में दोनों की मौत हो गई थी। बाद में गाड़ी सदर विधायक योगेश वर्मा की निकली थी। दोनों भाई एक शादी में शामिल होने जा रहे थे। गांव कीरतपुर निवासी रवि (22) अपने बड़े भाई सुमित (28) के साथ रामापुर चौकी क्षेत्र के गांव महमदपुर में एक शादी में शामिल होने जा रहे थे। तभी एक काली स्कॉर्पियो ने बाइक में टक्कर मार दी थी। बताते हैं कि अभी तक परिजनों को मुआवजा भी नहीं मिला है।