लखीमपुर खीरी। प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना (पीएमएमवीवाई) में लापरवाही को लेकर मिशन निदेेशक ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। सोलह हजार से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिला। अब डीसीपीएम को फटकार लगाते हुए जून तक निर्धारित लक्ष्य पूरा करके पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को योजना का लाभ दिलवाने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के तहत पहले बच्चे पर गर्भवती महिला को प्रसव होने तक तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं। पहली किस्त के एक हजार रुपये पंजीकरण कराने, दूसरी किस्त के दो हजार रुपये जांच एवं टीकाकरण एवं तीसरी किस्त के दो हजार रुपये प्रसव बाद बच्चे का टीकाकरण कराने पर मिलते हैं। ताकि इस पैसे से गर्भवती महिलाएं पौष्टिक आहार का सेवन कर स्वयं स्वस्थ रहकर गर्भ में पल रहे बच्चे को भी स्वस्थ रख सकें। बता दें कि जिले में 30 जून तक 46948 गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण का लक्ष्य निर्धारित था, लेकिन डीसीपीएम की उदासीनता के चलते अभी तक 28198 महिलाओं ही पंजीकृत हुई हैं। जबकि 18750 महिलाओं का पंजीकरण होना अभी शेष है।
16323 महिलाओं को अभी तक नहीं मिला लाभ
पीएमएमवीवाई योजना के तहत 16323 पंजीकृत महिलाओं को अभी तक योजना का लाभ ही नहीं मिला है। इसमें से 3324 महिलाओं को पहली और 12999 महिलाओं को दूसरी किस्त नहीं मिल सकी है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना में लापरवाही बरतने की जानकारी मिली है। डीसीपीएम को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। रही बात लक्ष्य पूरा करने की तो 30 जून तक लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
डॉ. अश्वनी कुमार, एसीएमओ एवं प्रभारी एनएचएम
लखीमपुर खीरी। प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना (पीएमएमवीवाई) में लापरवाही को लेकर मिशन निदेेशक ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। सोलह हजार से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिला। अब डीसीपीएम को फटकार लगाते हुए जून तक निर्धारित लक्ष्य पूरा करके पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को योजना का लाभ दिलवाने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के तहत पहले बच्चे पर गर्भवती महिला को प्रसव होने तक तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं। पहली किस्त के एक हजार रुपये पंजीकरण कराने, दूसरी किस्त के दो हजार रुपये जांच एवं टीकाकरण एवं तीसरी किस्त के दो हजार रुपये प्रसव बाद बच्चे का टीकाकरण कराने पर मिलते हैं। ताकि इस पैसे से गर्भवती महिलाएं पौष्टिक आहार का सेवन कर स्वयं स्वस्थ रहकर गर्भ में पल रहे बच्चे को भी स्वस्थ रख सकें। बता दें कि जिले में 30 जून तक 46948 गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण का लक्ष्य निर्धारित था, लेकिन डीसीपीएम की उदासीनता के चलते अभी तक 28198 महिलाओं ही पंजीकृत हुई हैं। जबकि 18750 महिलाओं का पंजीकरण होना अभी शेष है।
16323 महिलाओं को अभी तक नहीं मिला लाभ
पीएमएमवीवाई योजना के तहत 16323 पंजीकृत महिलाओं को अभी तक योजना का लाभ ही नहीं मिला है। इसमें से 3324 महिलाओं को पहली और 12999 महिलाओं को दूसरी किस्त नहीं मिल सकी है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना में लापरवाही बरतने की जानकारी मिली है। डीसीपीएम को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। रही बात लक्ष्य पूरा करने की तो 30 जून तक लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
डॉ. अश्वनी कुमार, एसीएमओ एवं प्रभारी एनएचएम