इटावा सफारी में शेरों के कुनबे में बढ़ोतरी हो गई है। मंगलवार की रात शेरनी जेसिका ने चार शवकों को जन्म दिया। शेरनी और चारों शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। सफारी के डारेक्टर वीके सिंह ने बताया कि शेरनी जेसिका को मंगलवार शाम से प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी।
गर्भवती होने के बाद से ही उसकी विशेष निगरानी रखी जा रही थी। प्रसव का समय नजदीक आने के साथ और ध्यान रखा जाने लगा था। रात करीब दो बजे जसिका ने पहले शवक को जन्म दिया। इसके बाद सुबह पांच बजे तक तीन और शवकों को जन्म दिया।
डायरेक्टर ने बताया कि करीब दस दिन बाद शावकों की आंखें खुलेंगी। जेसिका और उसके शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। शावक दूध भी पी रहे हैं। सफारी में अभी तक जेसिका के अलावा चार बड़े शेर और तीन शावक थे। जसिका के चार बच्चों को मिलाकर शेरों का कुनबे की संख्या 12 हो गई है।
गुजरात से सफारी में आठ शेर और आने हैं। इन शेरों की सुपुर्दगी का प्रमाणपत्र गुजरात सरकार पहले ही सफारी के डायरेक्टर को सौंप चुकी है। गर्मी के कारण फिलहाल शेरों की गुजरात में ही देखभाल की जा रही है। उनकी देखभाल के लिए सफारी के कर्मचारियों को लगाया गया है। डायरेक्टर वीके सिंह ने बताया कि गुजरात से शेरों को 15 जुलाई के बाद लाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही आगे का कार्यक्रम तय कर लिया जाएगा।
इटावा सफारी में शेरों के कुनबे में बढ़ोतरी हो गई है। मंगलवार की रात शेरनी जेसिका ने चार शवकों को जन्म दिया। शेरनी और चारों शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। सफारी के डारेक्टर वीके सिंह ने बताया कि शेरनी जेसिका को मंगलवार शाम से प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी।
गर्भवती होने के बाद से ही उसकी विशेष निगरानी रखी जा रही थी। प्रसव का समय नजदीक आने के साथ और ध्यान रखा जाने लगा था। रात करीब दो बजे जसिका ने पहले शवक को जन्म दिया। इसके बाद सुबह पांच बजे तक तीन और शवकों को जन्म दिया।
डायरेक्टर ने बताया कि करीब दस दिन बाद शावकों की आंखें खुलेंगी। जेसिका और उसके शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। शावक दूध भी पी रहे हैं। सफारी में अभी तक जेसिका के अलावा चार बड़े शेर और तीन शावक थे। जसिका के चार बच्चों को मिलाकर शेरों का कुनबे की संख्या 12 हो गई है।
गुजरात से सफारी में आठ शेर और आने हैं। इन शेरों की सुपुर्दगी का प्रमाणपत्र गुजरात सरकार पहले ही सफारी के डायरेक्टर को सौंप चुकी है। गर्मी के कारण फिलहाल शेरों की गुजरात में ही देखभाल की जा रही है। उनकी देखभाल के लिए सफारी के कर्मचारियों को लगाया गया है। डायरेक्टर वीके सिंह ने बताया कि गुजरात से शेरों को 15 जुलाई के बाद लाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही आगे का कार्यक्रम तय कर लिया जाएगा।