झांसी। पिछले विधानसभा चुनाव में झांसी और ललितपुर जिले की छह सीटों से किस्मत आजमाने वाले 53 प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट हासिल हुए थे। चुनाव में 18,067 मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया था। इनमें सर्वाधिक ललितपुर सदर के मतदाता थे।
निर्वाचन आयोग द्वारा व्यवस्था की गई है कि अगर कोई प्रत्याशी पसंद नहीं आ रहा तो ईवीएम मशीन में नोटा बटन दबा सकते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में झांसी और ललितपुर की छहों विधानसभाओं में मतदाताओं ने इस बटन का जमकर इस्तेमाल किया था। बबीना विधानसभा में 1,982 मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया था, यहां आठ प्रत्याशी ऐसे थे जिन्हें इससे कम वोट हासिल हुए थे। झांसी विधानसभा में 13 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले थे। यहां 953 मतदाताओं ने चुनाव में खड़े सभी प्रत्याशियों को नापसंद कर दिया था। मऊरानीपुर विधानसभा में 3,536 बार नोटा बटन दबा था। ये संख्या यहां से चुनाव लड़ रहे सात प्रत्याशियों को मिले वोटों से अधिक थी। गरौठा में 2,645 वोटरों ने नोटा के पक्ष में वोट दिए थे। यहां से चुनाव लड़ रहे नौ प्रत्याशियों को इससे कम वोट मिले थे।
वहीं, ललितपुर सदर विधानसभा में 4,859 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया था। यहां से चुनाव लड़ रहे आठ प्रत्याशियों को मिले वोट इस संख्या को नहीं छू पाए थे, जबकि मऊरानीपुर में नोटा के पक्ष में 4,092 वोट गए थे। नोटा ने यहां से चुनाव लड़ रहे आठ प्रत्याशियों को पछाड़ दिया था।
पोस्टल बैलेट से भी चुना नोटा
झांसी। 2017 के चुनाव में झांसी सदर विधानसभा के 3,23,440 मतदाताओं में से 2,30,162 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इनमें से 1982 मतदाताओं ने सभी प्रत्याशियों को नापसंद करते हुए नोटा का विकल्प चुना था। इनमें से नोटा के पक्ष में एक वोट पोस्टल बैलेट के माध्यम से भी आया था।
झांसी। पिछले विधानसभा चुनाव में झांसी और ललितपुर जिले की छह सीटों से किस्मत आजमाने वाले 53 प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट हासिल हुए थे। चुनाव में 18,067 मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया था। इनमें सर्वाधिक ललितपुर सदर के मतदाता थे।
निर्वाचन आयोग द्वारा व्यवस्था की गई है कि अगर कोई प्रत्याशी पसंद नहीं आ रहा तो ईवीएम मशीन में नोटा बटन दबा सकते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में झांसी और ललितपुर की छहों विधानसभाओं में मतदाताओं ने इस बटन का जमकर इस्तेमाल किया था। बबीना विधानसभा में 1,982 मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया था, यहां आठ प्रत्याशी ऐसे थे जिन्हें इससे कम वोट हासिल हुए थे। झांसी विधानसभा में 13 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले थे। यहां 953 मतदाताओं ने चुनाव में खड़े सभी प्रत्याशियों को नापसंद कर दिया था। मऊरानीपुर विधानसभा में 3,536 बार नोटा बटन दबा था। ये संख्या यहां से चुनाव लड़ रहे सात प्रत्याशियों को मिले वोटों से अधिक थी। गरौठा में 2,645 वोटरों ने नोटा के पक्ष में वोट दिए थे। यहां से चुनाव लड़ रहे नौ प्रत्याशियों को इससे कम वोट मिले थे।
वहीं, ललितपुर सदर विधानसभा में 4,859 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया था। यहां से चुनाव लड़ रहे आठ प्रत्याशियों को मिले वोट इस संख्या को नहीं छू पाए थे, जबकि मऊरानीपुर में नोटा के पक्ष में 4,092 वोट गए थे। नोटा ने यहां से चुनाव लड़ रहे आठ प्रत्याशियों को पछाड़ दिया था।
पोस्टल बैलेट से भी चुना नोटा
झांसी। 2017 के चुनाव में झांसी सदर विधानसभा के 3,23,440 मतदाताओं में से 2,30,162 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इनमें से 1982 मतदाताओं ने सभी प्रत्याशियों को नापसंद करते हुए नोटा का विकल्प चुना था। इनमें से नोटा के पक्ष में एक वोट पोस्टल बैलेट के माध्यम से भी आया था।