संवाद न्यूज एजेंसी, सिकंदराराऊ।
कोरोना के चलते महाराणा प्रताप की जयंती घरों में मनाई गई। लोगों ने घरों पर उन्हें श्रद्धांजलि देकर उनकी वीरता को याद किया। गांव बिसाना में विधायक वीरेंद्र सिंह राना ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वीर महाराणा प्रताप को इतिहास का काल खंड हमेशा याद रखेगा। उनकी वीरता की कहानियां हमेशा हमारी पीढ़ी गर्व के साथ सुनेगी और सुनाएगी।
विधायक ने कहा कि जब कि देश में मुगलों का शासन चल हा था महाराणा प्रताप ने कभी मुगलों की आधीनता स्वीकार नहीं की। अकबर जैसा सम्राट उनकी वीरता के समाने नतमस्तक था। उनका युद्ध कौशल अनूठा था। उनका घोड़ा चेतक स्वयं अपने आप में इतिहास बन गया है।
डॉ. तरुण प्रताप सिंह ने कहा कि आज किताब में महाराणा प्रताप की गाथा पढ़ाई जाती है। इसके अलावा इंजीनियर हर्षवर्धन सिंह, राहुल सिंह राणा, अनुज परमार, अमित चौधरी, रवी राणा, रामप्रकाश चौहान, टिंकू नायक आदि ने प्रताप को श्रद्धांजलि दी।
नगला अहेरिया गांव में किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष निशांत चौहान ने अपने आवास पर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए महाराणा प्रताप के चित्र माल्यार्पण किया। वक्ताओं ने कहा कि महाराणा प्रताप ने घास की रोटी खाना स्वीकार किया लेकिन मुगलों की आधीनता स्वीकार नहीं की। मौके पर भोले ठाकुर, पवन ठाकुर, पुष्पेंद्र पुण्ढीर, पार्थ चौहान, रवेंद्र पाल सिंह, अरुण सिसोदिया, शुभम बघेल आदि थे।