बांदा। जल एवं पर्यावरण क्षेत्र में खास योगदान देने वालों को हर वर्ष नीर फाउंडेशन राष्ट्रीय जल पुरस्कार (नेशनल वाटर अवार्ड) देता है। ‘रजत की बूंदें’ अवार्ड इस वर्ष यहां के पूर्व डीएम हीरालाल को दिया जाएगा। इस क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले दो अन्य लोग भी यह पुरस्कार पाएंगे। इसके साथ ही जल समस्याओं के समाधान में उल्लेखनीय योगदान के लिए यहां के समाजसेवी उमाशंकर पांडेय (जखनी) को ग्राम जल संरक्षण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
वाटर नीर के तत्वाधान में 26 जुलाई को वेबिनार कांफ्रेंस आयोजित की जाएगी। इसमें पुरस्कार सौंपे जाएंगे। पुरस्कार पाने वाले यहां के पूर्व डीएम हीरालाल वर्तमान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर निदेशक हैं।
इनके अलावा यह पुरस्कार अतुल पटेरिया (पत्रकार दिल्ली), सुश्री नीलम दीक्षित (महाराष्ट्र), संत बलवीर सिंह सींचेवाला (पंजाब), शिवपूजन अवस्थी (मध्य प्रदेश), विनोद कुमार मेराना (राजस्थान) और उमाशंकर पांडेय (उत्तर प्रदेश) को भी प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार के रूप में प्रमाणपत्र, स्मृति चिह्न प्रदान किए जाएंगे।
उमाशंकर पांडेय।- फोटो : BANDA
बांदा। जल एवं पर्यावरण क्षेत्र में खास योगदान देने वालों को हर वर्ष नीर फाउंडेशन राष्ट्रीय जल पुरस्कार (नेशनल वाटर अवार्ड) देता है। ‘रजत की बूंदें’ अवार्ड इस वर्ष यहां के पूर्व डीएम हीरालाल को दिया जाएगा। इस क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले दो अन्य लोग भी यह पुरस्कार पाएंगे। इसके साथ ही जल समस्याओं के समाधान में उल्लेखनीय योगदान के लिए यहां के समाजसेवी उमाशंकर पांडेय (जखनी) को ग्राम जल संरक्षण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
वाटर नीर के तत्वाधान में 26 जुलाई को वेबिनार कांफ्रेंस आयोजित की जाएगी। इसमें पुरस्कार सौंपे जाएंगे। पुरस्कार पाने वाले यहां के पूर्व डीएम हीरालाल वर्तमान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर निदेशक हैं।
इनके अलावा यह पुरस्कार अतुल पटेरिया (पत्रकार दिल्ली), सुश्री नीलम दीक्षित (महाराष्ट्र), संत बलवीर सिंह सींचेवाला (पंजाब), शिवपूजन अवस्थी (मध्य प्रदेश), विनोद कुमार मेराना (राजस्थान) और उमाशंकर पांडेय (उत्तर प्रदेश) को भी प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार के रूप में प्रमाणपत्र, स्मृति चिह्न प्रदान किए जाएंगे।

उमाशंकर पांडेय।- फोटो : BANDA