बांदा। शासन के निर्देश पर जिले में मदरसों का सर्वे कराया गया। यहां सिर्फ 25 मदरसे मान्यता वाले हैं, जबकि 59 बिना मान्यता के चल रहे हैं। बिना मान्यता वाले मदरसों का संचालन आम फंडिंग से हो रहा है। जिला प्रशासन ने मदरसों की सूची तैयार कर शासन को भेज दी है।
प्रदेश सरकार ने पिछले माह अफसरों को 12 बिंदुओं पर जिले में संचालित मदरसों से संबंधित सूचनाएं मांगी थी। इसमें मुख्य रूप से यह सूचना मांगी थी कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की गवर्निंग कैसे होती है? पैसा कहां से आता है और पाठ्यक्रम क्या है?। डीएम के आदेश पर एसडीएम की अध्यक्षता में गठित टीम से तहसील स्तर पर मदरसों का सर्वे कराया। सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है।
समाज कल्याण अधिकारी गीता सिंह ने बताया कि बांदा सदर में सर्वाधिक 19, बबेरू में 12, पैलानी में 11, अतर्रा, नरैनी में आठ-आठ मदरसे बिना मान्यता के संचालित मिले हैं। बताया कि मदरसों के सर्वे की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।
ज्यादातर मदरसों में भवन और शिक्षक मानक के अनुरूप नहीं पाए गए। फंडिंग आम लोगों से की जा रही है। शासन के अगले आदेश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया कि जिले में सर्वे के दौरान 25 मदरसे ही मान्यता प्राप्त मिले हैं।