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लखनऊ। महानगर क्षेत्र में बुधवार को जिंदगी से हताश एक पॉलीटेक्निक छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। कॉलेज के दोस्तों ने हीवेट पॉलीटेक्निक के प्रिंसिपल पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और छात्र के माता-पिता के आने पर ही कमरे से शव निकालने की बात कही। छात्रों का आरोप था कि प्रिंसिपल के इशारे पर अनुशासन व खेलकूद में छात्र के नंबर काटे गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को खदेड़ने का प्रयास किया जिस पर दोनों पक्षों में झड़प भी हुई। बवाल बढ़ते देख इंस्पेक्टर महानगर लौट आए। बकौल इंस्पेक्टर छात्र के घर की माली स्थिति खराब होने के साथ कॉलेज में भी उसके उत्पीड़न की शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
मूल रूप से बलिया में पकड़ी थाना क्षेत्र के पिपरा बहुरापुर निवासी व पेशे से किसान रूपचंद राम का बेटा राहुल (18) महानगर स्थित हीवेट पॉलीटेक्निक में सिविल (तृतीय वर्ष) का छात्र था। वह अपने सहपाठी हरदोई के जटौली गांव निवासी रामहरि वर्मा के साथ रहीमनगर में महेंद्र सिंह के मकान में किराए पर रहता था। रामहरि के मुताबिक, घरेलू समस्याओं को लेकर राहुल परेशान रहता था जिससे वह अवसाद का शिकार हो गया था। साथ ही कॉलेज में उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा था। कॉलेज में अनुशासन में पांच व खेलकूद में 15 अंक काट लिए गए थे जिससे वह बहुत आहत था। रामहरि का कहना है कि मंगलवार शाम को राहुल अपने गांव से आया था। बुधवार सुबह दोनों ने साथ चाय -नाश्ता किया। उसके बाद रामहरि प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए कॉलेज चला गया। वह करीब 11:30 लौटा तो कमरे का दरवाजा बंद था। आवाज लगाने पर कोई जवाब नहीं मिला। इस पर उसने खिड़की से झांककर देखा तो राहुल फंदे से लटक रहा था। रामहरि ने तत्काल कॉलेज के प्रिंसिपल यूसी वाजपेई को इसकी जानकारी दी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। प्रिंसिपल ने पुलिस को बताया कि राहुल की माली स्थिति ठीक नहीं थी। पिता बीमार रहते हैं, जबकि नौकरी छूटने के बाद से बड़ा भाई भी परेशान है। इसके बाद प्रिंसिपल चले गए। उधर, साथी की मौत से नाराज तमाम छात्र वहां जुट गए और प्रिंसिपल पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस कमरे से छात्र का शव निकालने पहुंची तो छात्र उनसे भिड़ गए। छात्रों का कहना था कि मृतक के माता-पिता के आने पर ही शव निकालने देंगे।
लखनऊ। महानगर क्षेत्र में बुधवार को जिंदगी से हताश एक पॉलीटेक्निक छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। कॉलेज के दोस्तों ने हीवेट पॉलीटेक्निक के प्रिंसिपल पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और छात्र के माता-पिता के आने पर ही कमरे से शव निकालने की बात कही। छात्रों का आरोप था कि प्रिंसिपल के इशारे पर अनुशासन व खेलकूद में छात्र के नंबर काटे गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को खदेड़ने का प्रयास किया जिस पर दोनों पक्षों में झड़प भी हुई। बवाल बढ़ते देख इंस्पेक्टर महानगर लौट आए। बकौल इंस्पेक्टर छात्र के घर की माली स्थिति खराब होने के साथ कॉलेज में भी उसके उत्पीड़न की शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
मूल रूप से बलिया में पकड़ी थाना क्षेत्र के पिपरा बहुरापुर निवासी व पेशे से किसान रूपचंद राम का बेटा राहुल (18) महानगर स्थित हीवेट पॉलीटेक्निक में सिविल (तृतीय वर्ष) का छात्र था। वह अपने सहपाठी हरदोई के जटौली गांव निवासी रामहरि वर्मा के साथ रहीमनगर में महेंद्र सिंह के मकान में किराए पर रहता था। रामहरि के मुताबिक, घरेलू समस्याओं को लेकर राहुल परेशान रहता था जिससे वह अवसाद का शिकार हो गया था। साथ ही कॉलेज में उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा था। कॉलेज में अनुशासन में पांच व खेलकूद में 15 अंक काट लिए गए थे जिससे वह बहुत आहत था। रामहरि का कहना है कि मंगलवार शाम को राहुल अपने गांव से आया था। बुधवार सुबह दोनों ने साथ चाय -नाश्ता किया। उसके बाद रामहरि प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए कॉलेज चला गया। वह करीब 11:30 लौटा तो कमरे का दरवाजा बंद था। आवाज लगाने पर कोई जवाब नहीं मिला। इस पर उसने खिड़की से झांककर देखा तो राहुल फंदे से लटक रहा था। रामहरि ने तत्काल कॉलेज के प्रिंसिपल यूसी वाजपेई को इसकी जानकारी दी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। प्रिंसिपल ने पुलिस को बताया कि राहुल की माली स्थिति ठीक नहीं थी। पिता बीमार रहते हैं, जबकि नौकरी छूटने के बाद से बड़ा भाई भी परेशान है। इसके बाद प्रिंसिपल चले गए। उधर, साथी की मौत से नाराज तमाम छात्र वहां जुट गए और प्रिंसिपल पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस कमरे से छात्र का शव निकालने पहुंची तो छात्र उनसे भिड़ गए। छात्रों का कहना था कि मृतक के माता-पिता के आने पर ही शव निकालने देंगे।